हिन्दी के लिए गर्व और गौरव का विषय

October 15, 2024 0

बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं महाराष्ट्र-राज्योँ के चार शिक्षालयोँ के-की प्रधानाचार्य एवं हिन्दीविभागाध्यक्ष ने ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ नामक कृति की बड़ी संख्या मे प्रतियोँ का आदेश किया है, जिसके कारण अब कुल एक […]

नज़्म : आदमियत का क्या हुआ

October 15, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार ‘राघव’– किसी की तासीर है तबस्सुम,किसी की तबस्सुम को हम तरसते हैं।है बड़ा असरार ये,आख़िर ऐसा क्या है इस तबस्सुम में? देखकर जज़्ब उनका,मन मचलता परस्तिश को उनकी।दिल-ए-इंतिख़ाब हैं वो,इश्क-ए-इब्तिदा हुआ।उफ़्क पर जो […]

मनसा-वाचा-कर्मणा निराला थे, सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’

October 14, 2024 0

१५ अक्तूबर, १९६१ ई० निराला का निधन-दिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• इलाहाबाद साहित्यकार, कवि-कवयित्रियोँ के लिए विश्रुत रहा है। ऐसे सारस्वत हस्ताक्षर बहुसंख्या मे रहे हैँ, जिनका जन्म कहीँ और हुआ था; किन्तु […]

खट्टा-मीठा शहर : तेजपुर

October 13, 2024 0

असम राज्य का तेजपुर कस्बा वैसे तो बड़ा रमणीक स्थान है। अपने देश में सूरज देवता सबसे पहले इसी क्षेत्र से अपनी यात्रा शुरू करते हैं। तेजपुर में सुबह उठकर हिमालय की तरफ देखिए तो […]

महादेव के प्रतिनिधि : नीलकंठ

October 12, 2024 0

पौराणिक मान्यता है कि विजयदशमी की तिथि को भगवान श्रीराम ने राक्षस रावण का वध किया तो संसार को एक पापात्मा से मुक्ति मिली। लेकिन भगवान श्रीराम के ऊपर ब्रहम हत्या का पाप भी लग […]

परमात्मा को पाने का पर्व है विजयादशमी

October 12, 2024 0

बुराई के अन्त का पर्व है विजयादशमी।मन के पापों का शमन है विजयादशमी।विजय-हेतु कौशल तथा मन की शक्ति सर्वोपरि है। स्वयं की जय से विजय का मार्ग है विजयादशमी।राम हैं पावन प्रकाश कालकूट विष रावण […]

मन का भ्रम मिटाने के लिए रावण को कब तक जलाते रहोगे?

October 12, 2024 0

‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज का आन्तर्जालिक राष्ट्रीय बौद्धिक परिसंवाद-समारोह सम्पन्न ‘बौद्धिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक तथा सामाजिक संस्था ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद समारोह का आयोजन १२ अक्तूबर को ‘सारस्वत सदन’, आलोपीबाग़, प्रयागराज […]

जगदंबा-स्तुति

October 11, 2024 0

सदा प्रसन्ना मां जगदंबामम हृदय तुम वास करो।लेकर खड्ग त्रिशूल हाथ मेंमाँ शत्रुदल संहार करो।चंड-मुंड के मुंड धारियेमम संकट का भी हरण करो।तंत्र विद्या की प्रारंभा देवीशत्रु तंत्र मंत्र यंत्र का शमन करो।चौसठ योगिनी संगी […]

भारतीय महिला-पुरुषदल ने अपने-अपने टी-२० मैच जीते

October 10, 2024 0

आज (९ अक्तूबर) का दिन क्रिकेट के संदर्भ मे भारत के महिला और पुरुषदल के लिए महत्त्व का रहा है।पिछले दिनो दुबई मे खेले गये विश्वकप महिला टी-२० क्रिकेट-प्रतियोगिता– २०२४ मे अपना पहला मैच न्यू […]

वक़्त के थपेड़े

October 9, 2024 0

वक़्त के थपेड़े यहाँ जीना सिखा देते हैं।वक़्त पर इंसान की पहचान करा देते हैं।दोग़लों को पहचानना आसान बहुत है।ज़रूरत के वक़्त ही ये लोग दगा देते हैं। गद्दारी आजकल रग-रग मे मानो भर गयी।बेहयाई […]

नवरात्र और माँ दुर्गा की अनुपम महिमा

October 8, 2024 0

“अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्द नुते।गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते।।भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते।जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥“ आदरणीय बानी कुमार द्वारा सर्जित और पंडित बीरेंद्र कृष्ण भद्र की आध्यात्मिक वाणी और पंकज कुमार मलिक द्वारा […]

अपनी बहन-बेटियोँ के रक्षार्थ माँ-बाप और भाइयोँ को भी हथियार उठाना होगा

October 7, 2024 0

उत्तरप्रदेश मे दरिन्दगी चरम पर! बहनेँ-बेटियाँ सुरक्षित नहीँ। इस सच्चाई को अब हर व्यक्ति जान-समझ चुका है। आयेदिन योगीराज को ललकारते हुए, दरिन्दगी को अंजाम दिया जा रहा है। इसका जीता-जागता उदाहरण ६ अक्तूबर का […]

“केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय मे दिखता, पठन-पाठन के लिए अनुकूल वातावरण”– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

October 6, 2024 0

भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने गत दिवस ‘केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय’ (उ० प्र०), प्रयागराज एवं ‘क्षेत्रीय अभिलेखागार’, प्रयागराज का ‘हिन्दीसमाचार-सेवाप्रभाग, आकाशवाणी, दिल्ली मे सम्पादक अमित राजपूत के साथ शैक्षिक भ्रमण किया। आचार्य ने सर्वप्रथम ‘केन्द्रीय […]

ठगी-ठगी, शह-मात रही

October 5, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••` चिन्दी-चिन्दी रातेँ पायीँ,फाँकोँ मे मुलाक़ात रही।मुरझायीँ पंखुरियाँ देखीँ,सहमी-सकुची बात रही।बेमुराद हो आँसू छलके,याद पुरानी घात रही।बूढ़े ज़ख़्म कुरेद रहे थे,बची-खुची बस रात रही।दौड़ा-धूपा; हाथ न आया,परवशता की लात रही।पेट था […]

पीबीआर कॉलेज मे आयोजित हुआ स्काउट और गाइड का अभ्यास वर्ग

October 5, 2024 0

हरदोई– गुरुवार से पी०बी०आर इंटर कॉलेज गौसगंज हरदोई में स्काउट गाइड का प्रगतिशील प्रशिक्षण शिविर चल रहा था। शनिवार को प्रगतिशील कैम्प का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शिविर का उद्घाटन विद्यालय […]

मन हो जाये बादल-बादल

October 4, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आसमान मे उड़ते बादल,रूप बदलकर छाते बादल।कभी दिखे हैँ-कभी छिपे हैँ,आँख-मिचौनी खेलेँ बादल।चेहरे उनके काले-भूरे,रंग बदलते रहते बादल।बरखा रानी रिमझिम नाचेँ,मनहर ताल लगाते बादल।दाँत दबाती क्रोध से वर्षा,आज्ञा पाने आते […]

“यह चिता नहीँ, राष्ट्रयज्ञ का ‘हवनकुण्ड’ है”– महात्मा गांधी

October 3, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्राय: देखा गया है कि जीवन मे ‘आकस्मिक’ और ‘अप्रत्याशित’ गमनागमन (‘आवागमन’ अशुद्ध है।) की विशेष भूमिका होती है; जैसा कि महात्मा गांधी जी के साथ हुआ था :– जाना […]

Can any person think about buy a country?

October 3, 2024 0

Disclaimer: This article is an unedited, unmodified extract from The Sydney Morning Herald article by award winning Australian journalist Nick McKenzie (who was won the Graham Perkin Australian Journalist of the Year twice and Kennedy […]

शुद्धाशुद्ध विस्तृत शब्दबोध करानेवाली कृति ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला (पहला भाग) अब उपलब्ध

October 2, 2024 0

चिर-प्रतीक्षित कृति ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ (पहला भाग) अब मुद्रित हो चुकी है। आकर्षक एवं अर्थपूर्ण आवरणपृष्ठ भी मुद्रण-प्रक्रियाओँ से युक्त हो चुके हैँ। इसी सप्ताह पुस्तक-प्रकाशन होने की पूरी सम्भावना है। पुस्तक […]

का रे संघतिया!

October 1, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••• ठेहुनाव;केहुनाव;पहुँनाव।आ केकर-केकर झँकब,होने से हेने आव।तनी खइनी बनाव,आ हे चुनौटिया-उठाव।मल भा मीज,आ धीरे से फटक।जीभिया के उठाव,आ खइनिया दबाव।आ धीरे-धीरे भीतरा,रसवा के घुलाव।आ माजा ना मिले–त मुँहवा फुलाव। (सर्वाधिकार सुरक्षित– […]

न तो ‘मूसलधार’ शब्द शुद्ध है और न ही ‘मूसलाधार’

October 1, 2024 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला •••••••••••••••••••••••••••••• – आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्रश्न– अध: टंकित शब्दोँ मे से कौन-सा शब्द शुद्ध है और क्योँ?(क) मुसलधार (ख) मुसलाधार(ग) मूसलधार (घ) मूसलाधार ◆ यह ऐसा प्रश्न है, […]

वह खेल ही क्या, जिसमे हमारी जीत न हो

September 30, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक–तक़दीर लिखने का हुनर हमे है मालूम,सलाहीयत पर यक़ीँ करने को फ़ुर्सत ही नहीँ।दो–हम वो खिलाड़ी हैँ, जो हारना नहीँ जानेँ,वह खेल ही क्या, जिसमे हमारी जीत न हो।तीन–हमारा हक़ […]

परिस्थितियाँ ठाकुर श्रीनाथ सिँह को ‘खरमस्त’, ‘जयदेवी’, ‘कुसुम कुमारी’ तो ‘श्यामा कुमारी’ बनाती रहीँ

September 30, 2024 0

आज (१ अक्तूबर) ठाकुर श्रीनाथ सिँह का जन्मदिनांक है हिन्दीबाल-पत्रकारिता के माध्यम से देश मे अपनी पहचान बनानेवाले ठाकुर श्रीनाथ सिँह का जन्म १ अक्तूबर, १९०१ ई० को इलाहाबाद जिला के अन्तर्गत मानपुर गाँव मे […]

‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’ की ओर से नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को ‘अल्टीमेटम’!

September 30, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ ने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को साफ़ शब्दोँ मे’अल्टीमेटम’ दे दिया है :– नरेन्द्र मोदी अपनी कुर्सी छोड़ेँ वा फिर हमे भा० ज० पा० का राष्ट्रीय […]

श्री राम प्रताप सिंह : कमांडो से कलम के सिपाही तक

September 29, 2024 0

युद्ध हो, कोई सीक्रेट ऑपरेशन हो या दुर्दांत आतंकवादियों का सफाया करना हो; भारतीय सेना के कमांडो अत्यंत कम समय में मुश्किल कार्य करने में दक्ष होते हैं। श्री राम प्रताप सिंह सर थल सेना […]

कुआर आ गया है

September 26, 2024 0

कुआर आ गया है! ओस सुबह-सवेरे घास पर मोतियों सी बिखरने लगी है। बारिश के बाद दोपहर की धूप जरूर कुछ अधिक तीखी हो गई है लेकिन सुबह-शाम का मौसम सुहावना हो गया है। रात […]

एम० एन० एन० आइ० टी० की कर्मशाला सम्पन्न

September 25, 2024 0

हिन्दी-भाषा को समझने के लिए शब्द-साधना करनी होगी – आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय ‘प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद’, प्रयागराज की ओर से २५ सितम्बर को संस्थान के सभागार मे हिन्दी-पखवाड़े के अन्तर्गत एक कर्मशाला […]

कला प्रदर्शनी ‘रामायण अनुनाद: साझी विरासत का उत्सव’ शुरू

September 24, 2024 0

काठमांडू। नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने नेपाल ललित कला अकादमी (एनएएफए) के सहयोग से सोमवार को यहां कला प्रदर्शनी ‘रामायण अनुनाद: साझी विरासत का उत्सव’ शुरू की। इस आठ दिवसीय प्रदर्शनी में भारत और नेपाल […]

आज (२३ सितम्बर) ओजस्वी कवि ‘दिनकर’ जी का जन्मदिनांक है

September 23, 2024 0

आज (२३ सितम्बर) ओजस्वी कवि ‘दिनकर’ जी का जन्मदिनांक है। “सिंहासन खाली करो कि जनता आती है”● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेयऐतिहासिक चेतना के प्रखर वाणीदायक राष्ट्र-कवि को हमारा नमन। राष्ट्रकवि दिनकर ने हिन्दी-काव्य को छायावाद/रहस्यवाद […]

सम्मोहन-पाश की व्यूह-रचना

September 22, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ऐ हवा!मेरी देह पर तुम्हारा दृष्टि-अनुलेपनसम्मोहन के पाश मेआबद्ध कर रहा है।तुम्हारा संस्पर्श–एक अबूझ पहेली है,जो है और नहीँ भी।आंशिक छुवन का एहसास–एक मादक विष की तरहमन मे उतरता चला […]

कविता : तड़प

September 22, 2024 0

अश्वनी पटेल– खो गया था कहीं मैं एक मोड़ पर।चल पड़ा साथ एक अजनबी जोड़ कर।कुछ दूर चलकर देखे उसके नयन।लग रहा था मिला एक बहार-ए-चमन l थी कली एक खिली कुसुम की कोई।मैं था […]

भौतिक सत्ता

September 21, 2024 0

जिंदगी जोंक सीरक्त पान कर रही है।मौत के नगर मेंजिंदगी से खिलवाड़ कर रही है।काले उजले दिन मेंदेश का गणतंत्रसुखे पत्ते की तरहठिठुर कर अस्फुट होशिकायत कर रहा है।भौतिकता का कंकालमहानगर की दहलीज लांघकरविक्षुब्ध कर […]

श्राद्धकर्म : अतुलनीय विचारधारा

September 20, 2024 0

बैसवारा में शादी -ब्याह जैसे शुभ अवसरों में हम परमात्मा, अपने परिवारजनों, रिश्तेदारों और इष्ट मित्रों के अलावा अपने पूर्वजों को भी आमंत्रित करते हैं। मुझे याद है विवाह के एक सप्ताह पहले से ही […]

उनको उनका लौटाना तुम

September 20, 2024 0

जिस द्वार हुए हो अपमानित,उस द्वार कभी मत जाना तुम।अपनी रूखी-सूखी खाकर,ख़ुद से ही लाज बचाना तुम।। कुछ आएँगे समझाने को,तुमको ही ग़लत बताने को।निज बातों में उलझाने को,ख़ुद को बेहतर दिखलाने को।। हो सके […]

वैल्हम गर्ल्स स्कूल मे राष्ट्रीय भाषिक कर्मशाला

September 19, 2024 0

देहरादून मे शुद्ध भाषा का अलख जगाते, आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय देश के शीर्षस्थ निजी शिक्षण-संस्थानो मे से एक देहरादून (उत्तराखण्ड) मे स्थित अँगरेज़ी-माध्यम के विद्यालय वैल्हम गर्ल्स स्कूल की ओर से गत दिवस उसके […]

बेहंदर परियोजना की वरिष्ठ मुख्यसेविका से बिरौली के हेडमास्टर ने की बदसलूकी, महिलाओं मे रोष

September 19, 2024 0

हरदोई– बेहंदर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत बाल विकास परियोजना की वरिष्ठ मुख्यसेविका जब आँगनबाड़ी केन्द्र बिरौली द्वितीय का निरीक्षण करने गयीं तब भ्रष्टाचार की बात खुलने पर बिरौली प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने उनसे बदसलूकी […]

विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर नारायण हॉस्पिटल ने आयोजित किया कार्यक्रम

September 19, 2024 0

हर साल 17 सितंबर को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाता है, जो रोगी सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिन रोगियों, स्वास्थ्य कर्मियों, पॉलिसी […]

ऑल इंडिया सर्विस लायबिलिटी वाली सेवा को दें प्राथमिकता

September 18, 2024 0

मेरा दृढ़ विश्वास है कि देश के सभी नागरिकों को फौज की नौकरी जरूर करनी चाहिए और किसी कारणवश अगर सेना की सेवा करने का सौभाग्य न भी मिल पाए तो “ऑल इंडिया सर्विस लायबिलिटी” […]

विश्वकर्मा जयन्ती के मायने

September 17, 2024 0

हमारे समय में यानि 80-90 के दशक तक पढ़ाई का इतना दबाव बच्चों पर नहीं था। विद्यालय जरूर हम नियमित जाते थे लेकिन वहां से घर आने के बाद विद्यालय को लगभग भूल ही जाते […]

हिंदी केवल हृदय की ही नहीं बल्कि उदरपूर्ति की भी भाषा हो सकती है

September 16, 2024 0

1984 की बात है। ‘बड़ा पेड़’ गिरने के बाद धरती हिलकर लगभग शांत हो चुकी थी। मैं पापा के साथ मुंबई घूमने गया था, अपने नाना के घर। चूंकि उन दिनों किसी घर का दामाद […]

यह ‘समादर’ हमारे लिए किसी ‘नोबेल एवार्ड’ से बढ़कर है!

September 16, 2024 0

उपर्युक्त (‘उपरोक्त’ अशुद्ध है।) शीर्षक पढ़कर आप सबको आश्चर्य होता होगा; परन्तु सत्य वही है, जिसे आपने पढ़ा है। देश-देशान्तर मे हमारी कर्मशाला इतिहास और कीर्त्तिमान के पृष्ठोँ पर रेखांकित होती आ रही है; परन्तु […]

इसे कहते हैँ, सौ प्रतिशत का ‘वैचारिक’ दोगलापन!

September 15, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हिन्दी-दिवस की पूर्व-संध्या मे (‘पूर्व-संध्या पर’ अशुद्ध है।) देश के एक अत्यन्त प्रतिष्ठित हिन्दी-समाचारपत्र-कार्यालय, प्रयागराज के सभाकक्ष मे ‘हिन्दी हैँ हम’ के अन्तर्गत प्रयागराज की संस्थाएँ, लेखकोँ, साहित्यकारोँ आदिक ने […]

हिन्दी बोलेँ, हिन्दी बतायेँ और हिन्दी को गौरवान्वित करेँ– न्यायमूर्ति शमशेरी

September 15, 2024 0

‘हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग की ओर से हिन्दी-दिवस के अवसर पर १४ सितम्बर को एक समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन मे उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग के पूर्व-अध्यक्ष डॉ० कृष्णबिहारी पाण्डेय अध्यक्ष थे और इलाहाबाद उच्च […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की आयोजन के प्रति मुक्त प्रतिक्रिया

September 14, 2024 0

हिन्दीभाषा-उत्थान-हेतु ‘अमर उजाला’ की शानदार पहल! हिन्दी-दिवस की पूर्व-संध्या मे ‘अमर उजाला’ के कार्यालय-सभाकक्ष मे ‘हिन्दी हैँ हम’ के अन्तर्गत प्रयागराज की संस्थाएँ, लेखक, साहित्यकार, कवि आदिक अपने-अपने स्तर से हिन्दी-उत्थान के लिए किस-किस प्रकार […]

युगदृष्टा, दार्शनिक, विचारक गुरुदेव रबीन्द्र नाथ टैगोर

September 13, 2024 0

अश्वनी पटेल, बालामऊ, हरदोई– चोट लगी थी मन पर उस क्षण,एक आह निकली थी गम्भीर।कुछ नहीं, बस संवेदनाएँ थीं,जिनको सोच वह हुआ अधीर।कितनी माओं और बहनो ने,बेटे-भाई खोये थे।पाला जिनको तन-मन-धन से,सपने बहुत संजोए थे।रक्त-रंजित […]

महीयसी महादेवी वर्मा : श्वेतवसना सिद्ध कवयित्री

September 12, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्रयाग-आगमन के बाद और क्रॉस्थवेट स्कूल, इलाहाबाद मे प्रवेश लेने के बाद महादेवी जी की साहित्य-साधना अबाध्य गति मे चलती रही। ‘माँ ने सुनी एक करुण कथा’ का प्राय: सौ […]

भारत ने खाद्य-संकट से जूझ रहे 4 देशों को भेजी राहत-सामग्री

September 11, 2024 0

नई दिल्ली। भारत सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं के कारण खाद्य संकट से जूझ रहे चार देशों को मानवीय सहायता के तौर पर राहत सामग्री भेजी है। भारत ने मंगलवार को उष्णकटिबंधीय तूफानों से बुरी तरह […]

अब कोलकाता के ‘मनबढ़’ चिकित्सकोँ के साथ कठोरतापूर्वक निबटना होगा

September 10, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अब कोलकाता मे वहाँ के डॉक्टर धरना-प्रदर्शन के नाम पर ‘गुण्डई’ कर रहे हैँ; उच्चतम न्यायालय के आदेश की भी अवमानना कर रहे हैँ। कोलकाता की रुग्ण जनता, उनके परिवार […]

भारतेन्दु हरिश्चन्द तो एक परिपक्व और पारदर्शी राष्ट्रवादी थे

September 9, 2024 0

आज (९ सितम्बर) भारतेन्दु हरिश्चन्द (यहाँ ‘हरिश्चन्द्र’ अनुपयुक्त है।) का जन्मदिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आज के दिनांक मे समाचारपत्रोँ और वैद्युत्-माध्यम ने खड़ी बोली की प्रतिष्ठा करनेवाले और साहित्य को नयी क्रान्ति […]

अँगरेज़राज मे पराधीन भारतीयोँ पर किये गये अत्याचार का खुलासा करता भारतेन्दु-साहित्य– विभूति मिश्र

September 9, 2024 0

९ सितम्बर को भारतवासियों की नवोदित आकांक्षा और राष्ट्रीयता के प्रतीक ‘भारतेन्दु हरिश्चन्द के जन्मदिनांक के अवसर पर ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से ‘सारस्वत सदन’, आलोपीबाग़, प्रयागराज से एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन […]

एक बार नमन करो, वीर बैसवारा है

September 9, 2024 0

मेरी जन्मभूमि बैसवारा सदियों से कलम और तलवार का धनी क्षेत्र रहा है। महावीर प्रसाद द्विवेदी, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जैसे अनूठे साहित्यकार और राजा राव राम बख्श सिंह तथा राणा बेनी माधव जैसे दुर्जेय योद्धा […]

हरियाणा की राजनीति मे ‘भारतीय जनता पार्टी’ के कुबोल घातक सिद्ध होते हुए

September 8, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो जाहिल विश्व-चैम्पियन भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के ‘भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस’ मे शामिल हो जाने से उसे ‘भारत की बेटी’ मानने से इन्कार कर रहे हैँ, क्या वे बता सकते […]

असंसदीय उत्तेजना

September 7, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मुँह मारनेवाले मौक़ापरस्तमुँह का ढक्कन योँ खोले रखते हैँ,मानो हर सड़क और गली मे–लावारिस-से अड़े-पड़े-खड़े-औँधे पड़ेबजबजाते ‘सीवर’ होँ।उन्हेँ गिरने की चिन्ता नहीँ रहती;वे मौक़ा टटोलते रहते हैँ;गिराकर मुँह मारने मे […]

‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ अपनी ही मानकता को झुठलाता हुआ!..? (भाग– तीन और अन्तिम)

September 5, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रिय पाठकवृन्द! आपने ‘भाग– दो’ मे निर्देशक-चिह्न, विवरण-चिह्न, अल्प विरामचिह्न, हिन्दी-वर्णमाला, व्यंजन-लेखन, विकारी-अविकारी शब्द-प्रयोग मे घालमेल करने, अशुद्ध शब्द-व्यवहार, अशुद्ध योजक-चिह्न-व्यवहार, अनुपयुक्त संख्यावाचक-लेखन आदिक से सम्बन्धित प्रामाणिक लेख का अध्ययन […]

क्या यही होता है जीवन?

September 5, 2024 0

अश्वनी पटेल, बालामऊ, हरदोई– स्मरण हो रहा है उन विचारों का,जो जेहन मे उमड़े थे पहली बार।शायद तब मै बच्चा ही था,कुछ मायने नहीं रखता था जीत हो या हार।थी कुछ ऐसी कही-अनकही बातें, जिनमें […]

शिक्षा को बाज़ार बनाकर विकृत रूप देने से बचेँ

September 4, 2024 0

‘सर्जनपीठ’ के तत्त्वावधान मे राष्ट्रीय ‘शिक्षा-दिवस’ की पूर्व-संध्या मे ४ सितम्बर को ‘शिक्षा बाज़ार से कैसे मुक्त हो?’ विषय पर अलोपीबाग़, प्रयागराज से एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता […]

‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ अपनी ही मानकता को झुठलाता हुआ!..? (भाग– दो)

September 4, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रिय पाठकवृन्द! आपने ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’-द्वारा मानक शब्द, वर्तनी, विरामादिक चिह्नो से सम्बन्धित जारी की गयी लघु पुस्तिका मे अशुद्धियोँ और भ्रामक मानकीकरण को लेकर पहले भाग मे विरामचिह्नादिक से […]

प्रेम सन्न्यासिओं के मन-मन्दिर का भाव है

September 4, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार ‘राघव’– किसी के लिये अमूल्य है प्रेम।कोई है जो प्रेम की कीमत नहीँ समझता।कोई लुटता ही रहता है प्रेम मे।कोई लूटकर भी प्रेम से नहीँ भरता।क्या प्रेम कोई इच्छा या आवश्यकता है?क्यों हर […]

‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ अपनी ही मानकता को झुठलाता हुआ!..? (भाग– एक)

September 3, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय देश के जाने-माने सरकारी संस्थान ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’, दिल्ली की ओर से हाल ही मे एक लघु पुस्तक जारी की गयी है, जिसमे किस शब्द, वर्तनी, विरामादिक चिह्नो को मानक […]

स्वस्थ पहल-रचनात्मक संवाद

September 2, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अभी-अभी ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ की सहायक निदेशक डॉ० नूतन पाण्डेय जी ने फ़ोन-माध्यम से मानक शब्दप्रयोग से सम्बन्धित वार्त्ता करने की पहल की है; उन्होँने कल भी वार्त्ता करने का […]

भारत की सबसे बड़ी विज्ञान प्रतिभा खोज परीक्षा विद्यार्थी विज्ञान मंथन के लिये 15 सितम्बर तक करें आवेदन

September 1, 2024 0

हरदोई– विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित पीबीआर इण्टर कॉलेज तेरवा गौसगंज के हरदोई के रसायन शास्त्र के प्रवक्ता प्रदीप नारायण मिश्र विज्ञान के क्षेत्र में बच्चों को जागरूक करने के लिये पिछले कई वर्षों से […]

‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ का मानकीकरण के नाम पर छलावा!

September 1, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ की मानकीकरण की लघु पुस्तक मे उसी के द्वारा तैयार कराये गये मानक शब्दोँ, वर्तनी, चिह्नादिक की इतनी अशुद्धियाँ हैँ कि तीन हज़ार शब्दोँ से अधिक के […]

‘हमारे दरमियाँ’ पुस्तक गाँव की सोंधी महक लिए अनेक क्षेत्रों मे चर्चाओं का दौर शुरू करती है

August 31, 2024 0

डॉ राजीव कुमार रावत सर वायु सेना में मेरे सीनियर रहे हैं। वह वर्तमान में आईआईटी खड़कपुर में वरिष्ठ हिंदी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पहली पुस्तक ‘हमारे दरमियाँ ‘ अभी हाल ही […]

भारत की दो बेटियोँ और एक बेटे ने पैरा-ओलिम्पिक निशानेबाज़ी मे स्वर्ण, रजत तथा काँस्यपदक जीते

August 30, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय भारत भले ही पिछले ओलिम्पिक-खेलोँ मे दो स्वर्णपदक (निशा दहिया और विनेश फोगाट– कुश्ती) पाते-पाते रह गया था; उसकी अभिलाषा– पदक- समारोह-आयोजन के समय राष्ट्रध्वज लहराने और राष्ट्रगान-धुन बजने की […]

सम्मान से वञ्चित रहा हॉकी का जादूगर

August 29, 2024 0

पिछले कई दशकों से खेलों विशेषकर हॉकी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिसड्डी होने के जिम्मेदार हम खुद ही रहे हैं। क्या आपको पता है कि जिस खिलाड़ी के नाम पर “राष्ट्रीय खेल दिवस” मनाया जाता […]

राष्ट्रीय क्रीड़ा-दिवस (२९ अगस्त) के अवसर पर विशेषमेजर ध्यानचन्द एक अप्रतिम हॉकी-खेलाड़ी

August 29, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अप्रतिम हॉकी-खेलाड़ी मेजर ध्यानचन्द के जन्म-दिनांक (२९ अगस्त) के अवसर पर देश मे प्रत्येक वर्ष ‘राष्ट्रीय क्रीड़ा-दिवस’ का गौरवपूर्ण आयोजन किया जाता है। स्मरणीय है कि उनका जन्म २९ अगस्त, […]

आँखोँ का पानी मरने पर शर्म-हया नहीँ दिखती

August 29, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो सरकारी राजनीतिक दल मणिपुर मे अपनी ही सरकार मे सरे आम और खुले आम महिलाओँ को नंगा घुमाने, सामूहिक शारीरिक दुष्कर्म तथा हत्या की अमानवीय घटनाओँ पर निश्शब्द रहा; […]

Mind Is A Double-Edged Sword

August 28, 2024 0

Raghavendra Kumar Raghav– The mind, often hailed as the fastest entity, can be both our greatest ally and our most formidable foe. Its swiftness can lead us to the divine nectar of the Supreme Being, […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

August 27, 2024 0

■ अधोटंकित वाक्य मे किसप्रकार की अशुद्धि/अशुद्धता है? आप इसे शुद्ध करते हुए, प्रस्तुत करेँ–● असफलताऐँ हमारे सोच को मन्द करता हो।■ हम ‘अधोटंकित’ शब्द का प्रयोग जाने कब से करते आ रहे हैँ, जोकि […]

‘हिन्दी में’ साहित्यिक संस्था द्वारा आयोजित ‘कविताई’ (अध्याय – चार) हुआ भव्य और ऐतिहासिक रूप से संपन्न

August 26, 2024 0

‘मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगरलोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया’ मजरूह सुल्तानपुरी का यह शेर ‘हिन्दी में’ संस्था द्वारा आयोजित कविता यात्रा का कार्यक्रम ‘कविताई’ पर सटीक बैठता है। रविवार 25 […]

प्रेम और आनंद की राह है कृष्ण

August 26, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार राघव– कृष्ण! निर्मोही है,इसीलिए कृष्ण सेमोह हो जाता है।कृष्ण! प्रेम कीप्रवहमान सरिता है।जिसमे जड़ और चेतनसब बह जाता है।व्याकुल कंठों की चाह है कृष्ण।प्रेम और आनंद की राह है कृष्ण।किन्तु हर नदी कीएक […]

प्रेम मे पूर्णता का अभाव है

August 25, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार राघव– हमने पढ़ा है कि प्रेम सत्य है और शाश्वत भी है।सबने यही जाना कि प्रेम शक्ति है और आदत भी है।क्या आपको नहीं लगता कि प्रेम मे पूर्णता का अभाव है?और सत्य […]

अटल जी! क्या बोलते थे

August 24, 2024 0

बात 1994-95 की है। तब मैं कानपुर में रहकर बीएनडी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। एक रोज मुझे किसी से सुनने में मिला कि श्रद्धेय अटल जी का भाषण किदवई नगर चौराहे […]

कैसे बचेँ महिलाएँ, अपराधियोँ की क्रूर दृष्टि से?

August 23, 2024 0

भारतीय बुद्धिजीवी मुक्त कण्ठ से शब्द-क्रान्ति करने से डर क्योँ रहे हैँ? आज गुण्डोँ-लम्पट-मवालियोँ की एकपक्षीय राजनीति से भारतीय समाज ‘धधक’ रहा है; विस्फोट की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। ‘मेरा राज्य तेरे राज्य से […]

लोक जनशक्ति पार्टी के बिना कोई पार्टी सत्ता हासिल नही कर सकती : सिद्धनाथ मिश्र

August 21, 2024 0

अवनीश मिश्र, लखनऊ लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) उत्तर प्रदेश मध्य व बुलेंडखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई जो बुधवार को संपन्न हुई। लखनऊ स्थित दारुल सफा विधायक निवास ए ब्लॉक बड़ा […]

विपक्षी दलोँ के ‘भारत बन्द’ मे ‘आन्दोलनकारियोँ’ और ‘पुलिस’ की खुली गुण्डागर्दी!

August 21, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय विपक्षी दलोँ का ‘भारत बन्द’ सफल रहा। सबसे अधिक बिहार प्रभावित रहा, जहाँ आन्दोलनकारियोँ का उग्र प्रदर्शन देखा गया :– व्यावसायिक प्रतिष्ठान बन्द कराये गये; रेलगाड़ियाँ रोकी गयीँ; तोड़फोड़ की […]

ये मौसम और ये दूरी

August 21, 2024 0

बाजार, घर या ऑफिस जाते हुए रास्ते में बारिश की कुछ बूंदे अनायास ही शरीर पर पड़ जाने में वो आनंद कतई नहीं है जो सावन के महीने में मूसलाधार बारिश में अपनी मर्जी से […]

पापा का सहज स्वभाव

August 20, 2024 0

गंभीर स्वभाव, बड़ी सी बड़ी विपत्ति में शांत-चित्त बने रहना, अपना कार्य अत्यंत खामोशी से करना और कई बार गलत न होते हुए भी अपने से बड़ो यहां तक कि छोटों की भी खरी-खोटी सुन […]

भारत की अपराजिता बेटी ‘विनेश फोगाट’ के नाम ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय’ का पत्र

August 19, 2024 0

भारत की पराक्रमी बेटी विनेश! तुम्हेँ आशा, उमंग, उत्साह, ऊर्जा और ऊष्मा के साथ अपने मूल गन्तव्य ‘लक्ष्य-संधान’ की ओर बढ़ते रहना है। देश के कुछ क्षणजीवी क्षुद्रजीविता का चरित्र जीते आ रहे हैँ। तुम्हेँ […]

फ़ादर कामिल बुल्के, जिसे एक शब्दकोश ने अमर बना दिया

August 18, 2024 0

महान् कोशकार और हिन्दी-अनुरागी फ़ादर कामिल बुल्के की निधन-तिथि (१८ अगस्त) पर विशेष ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे संस्कृत, हिन्दी एवं अँगरेज़ी-भाषा के विद्वान् फादर कामिल बुल्के की निधन-दिनांक की पूर्व-संध्या मे ‘फ़ादर कामिल बुल्के […]

तुम्हारे भीतर तक

August 18, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय बेशक,तुम हो।तुम्हारे साथ मै नहीँ;क्योँकि तुम मै-मय हो।तुम्हारे-मेरे मध्य का मै,एक अन्तराल-शिला पर बैठा,कुचक्र रच रहा है।तुम और मै मिल-बैठ,उस अन्तराल को पी रहे हैँ–भीतर तक।आँखेँ–पलकोँ पर प्रश्नो को सँभाले,तुमसे […]

हिन्दीभाषा/हिन्दी-भाषा-व्याकरण सीखने के प्रति ललक हो तो ऐसी!

August 17, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हिन्दी-भाषा-व्याकरण एवं संरचना-खण्ड की समझ विकसित करने के प्रति तत्पर देश का एक ऐसा शिक्षण-संस्थान है, जिसने मेरी सहमति प्राप्त करने के अनन्तर शीघ्र ही ‘एलायंस एअर’ के गमनागमन (‘आवागगमन’) […]

सुपरवाइजर्स एसोसिएशन के चुनाव मे सुमन बनी अध्यक्ष और शेषमती सचिव

August 17, 2024 0

हरदोई– बीते दिन हरदोई मे आईसीडीएस सुपरवाइजर्स एसोशिएशन की जनपद हरदोई की कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को निर्विरोध चुना गया। सुमन देवी को जिलाध्यक्ष और शेषमती को जिला सचिव […]

आंतरिक गुलाम

August 16, 2024 0

आजाद हुए हम गैरों सेमगर अभी नही हुए औरों से।जीत चुके हैं हम औरों सेमगर हारे हुए हैंअभी अपने विचारों से।छोटे को बड़ा, बड़े को छोटासमझना अभी छोड़ा नहीं।जाति-पांति के कठोर नियमों सेमुख भी अभी […]

यह रही, हमारी पाठशाला– दो सौ एक (समापन)

August 15, 2024 0

यह पाठशाला प्रकाशन की दृष्टि से यहीँ पर विराम लेती है; परन्तु इसका टंकण होता रहेगा; क्योँकि अभी एक सहस्र पाठशाला-प्रणयन करनेका लक्ष्य है, जो हमारे सुविधानुसार लक्ष्य की ओर अग्रसर रहेगा। दो सौ एक […]

आज़ादी के नाम पर ‘जिसकी लाठी उसकी भैँस’

August 15, 2024 0

‘सर्जनपीठ’ की ओर से आयोजित स्वतन्त्रता-विषयक अन्तरराष्ट्रीय परिसंवाद डॉ० नीलम जैन (विज़िटिंग प्रोफ़ेसर– स्टेट युनिवर्सिटी ऑव़ अमेरिका) ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे कहा, ”यदि कोई अपनी स्वतन्त्रता के प्रति निषेधात्मक कार्य करता है तो वह […]

चीरहरण कर घूमते, बदल-बदलकर वेश!

August 15, 2024 0

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक–देश ग़ुलामी जी रहा, हम पर है परहेज़।निजता सबकी है कहाँ, ख़बर सनसनीख़ेज़।।दो–लाखोँ जनता बूड़ती, नहीं किसी को होश।“त्राहिमाम्” हर ओर है, जन-जन मेँ आक्रोश।।तीन–प्रश्न ठिठक कर है खड़ा, उत्तर भी […]

स्वाधीनता-संग्राम के बहाने : आओ! याद करें कुछ चेहरे अनजाने

August 14, 2024 0

आदित्य त्रिपाठी (सहायक अध्यापक, बे०शि०वि०, प्रा०पा० प्रतापपुर, कोथावाँ, हरदोई) स्वतंत्रता कोई एक शब्द नहीं अपितु एक अप्रतिम विचारधारा है। स्वाधीनता वह है जैसे प्रकृति हर हाल मे प्राप्त करना चाहती है और सभी को स्वतंत्रता […]

मदारी पासी की पाँचवीं पीढ़ी को पुलिस ने किया सम्मानित

August 13, 2024 0

● राष्ट्रीय पर्व पर इस क्रांतिवीर का स्मारक स्थल दो फूल को है तरसता। ● लड़ते-लड़ते खुद को मिटा दिया, ऐसे क्रांति वीर को जिले ने भुला दिया। ● गुमनाम ऐसे जिला जानता नहीं, पहचान […]

मेरी अलार्म घड़ी

August 12, 2024 0

1991 में पापा ने कानपुर-रायबरेली रोड पर बने इस दोमंजिला घर की शुरुआत मुख्य सड़क की तरफ से दो कमरे बनाकर की थी। यह सबसे आगे वाला कमरा जिसमें अब शटर लगाकर शॉप का रूप […]

श्री रामचरितमानस जाति, वर्ग, सम्प्रदाय से ऊपर उठकर मानवता का पोषण करता है– डॉ० नीलम जैन

August 11, 2024 0

‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे ‘सारस्वत सदन’, प्रयागराज मे १० अगस्त को ‘श्री रामचरितमानस की सार्वकालिक प्रासंगिकता’ विषय पर एक अन्तरराष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया, जिसमे देश-विदेश के चिन्तकोँ-विचारकोँ की सहभागिता रही। […]

कांवड़ यात्रा

August 10, 2024 0

भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग पर गंगाजल चढ़ाने की परंपरा को ‘कांवड़ यात्रा” कहा जाता है। गंगाजल एक पवित्र स्थान से अपने कंधे पर ले जाकर भगवान शिव को सावन की महीने में शिवरात्रि को अर्पित […]

कविता : जलप्रलय

August 10, 2024 0

मृत्यु तुम क्योंआ रही हो?यू क्यों बार-बारमुस्कुरा रही हो?क्या प्रलय करता हुआजल तुमको भाता है?क्या सड़ती हुईलाशें तुम्हें सुकून देती हैं?क्या तुमको कभीकिसी ने पुकारा है?क्या तुमको कभीकिसी ने ठुकराया है?किस क्रोध मेंतुम बरस रही […]

बांग्लादेशी आरक्षण की लपटेँ : सड़क से संसद् तक!

August 8, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• राख की उपेक्षा की जाती रही; परन्तु उसके भीतर की सुगबुगाहट कोई देख न पाया और जब उसमे से धुआँ उठने लगा तब उस पर पानी डालकर बुझाने की कोशिश […]

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