न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर ने आज भारत के 44वें प्रधान न्यायाधीश पद की शपथ ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने श्री खेहर को राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पद की शपथ दिलाई। वे इस साल 27 अगस्त तक इस पद पर रहेंगे। निवर्तमान प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर का कार्यकाल कल समाप्त हो गया। इस अवसर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई केन्द्रीय मंत्री, उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के कई न्यायाधीश पर मौजूद रहे ।
न्यायमूर्ति श्री खेहर ने उच्चतम न्यायालय में पांच न्यायाधीशों की उस संविधान पीठ की अगुवाई की थी जिसने न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग अधिनियम को रद्द कर दिया था। वे उस पीठ के भी अध्यक्ष थे जिसने जनवरी में अरूणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने को भी रद्द कर दिया था। न्यायमूर्ति खेहर उस पीठ में भी शामिल थे जिसने सहारा की दो कंपनियों में लोगों द्वारा निवेश किये गए धन की वापसी से जुड़े मामले में सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय को जेल भेज दिया था।
न्यायमूर्ति खेहर की प्रधान न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति को चुनौती वाली याचिका को फिर उच्चतम न्यायालय ने किया खारिज
उच्चतम न्यायालय ने कल उस याचिका को एक बार फिर खारिज कर दिया जिसमें न्यायमूर्ति खेहर की प्रधान न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति को चुनौती दी गई थी।