जाते-जाते किसी और के जीवन में कर गया उजियाला

 

हादसे में गंभीर रूप से घायल रोहित ने दम तोड़ा

पिहानी से सौरभ सिंह की विशेष रिपोर्ट…..

 

“रहने को सदा यहां वैसे तो आता नहीं कोई, लेकिन तुम जैसे गए, वैसे जाता भी नहीं कोई”

जी हां, ये शब्द कस्बे में रहने वाले रोहित शुक्ला पर बिल्कुल सटीक बैठते हैं, जो जिंदगी-मौत की जंग हारने से पहले अपने नेत्रों का दान जैसा महापुण्य करके किसी और के जीवन में उजियाला कर गए।

मृत रोहित शुक्ला का फाइल-फोटो

बताते चलें कि बीते शनिवार को पिहानी-हरदोई मुख्य मार्ग पर बाइक सवार रोहित शुक्ला की एक साइकिल से टक्कर हो गयी थी, जिसमें दोनों ही गंभीर रूप से घायल हो गए थे, इलाज के लिए इन्हें ट्रामा सेंटर लखनऊ ले जाया गया, जहां इनका इलाज हुआ लेकिन शायद ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था और इलाज के दौरान ही हादसे में बुरी तरह से घायल हो चुके रोहित शुक्ला की मृत्यु हो गयी। मृत रोहित के परिवारी जनों ने बताया कि रोहित ने अपनी मृत्यु से पहले अपने नेत्रों को दान कर देने की इच्छा जाहिर की थी। शुक्रवार सुबह उनकी मृत्यु हो जाने की खबर मिलते ही कोहराम मच गया और कस्बे में शोक की लहर दौड़ गयी। एक तरफ जहां रोहित की मृत्यु को लेकर हर किसी की पलकें भीगीं थीं, वहीं दूसरी ओर मृत रोहित के नेत्र-दान के फैसले पर हर किसी को नाज हो रहा था।