ज्ञानार्जन में उपयोगी छंद संग्रह : “पाठशाला “

समीक्षक – संजय वर्मा ‘दॄष्टि ‘ मनावर (धार )  

छंद काव्य के अंतर्गत ‘पाठशाला ‘ कवि राम शर्मा ‘परिंदा ‘ सुन्दर सजीला ज्ञानार्जन में उपयोगी संग्रह है | योगी नरहरि साहित्य मंच अछोदा (मनावर )प्रकाशक ,मुद्रक हुसैन ग्राफिक्स बडवानी और शीर्षक अनुरूप बेहतरीन आवरणपृष्ठ  केशव यादव (राजपुर )है | परिन्देजी ने आत्मकथ्य में भौतिकवाद युग में बड़ी ही गहराई से तलाशी है | ‘आज उच्च शिक्षित नौजवान प्रतिवर्ष शैक्षणिक संस्थानों से बाहर आ रहे है | इन डिग्रीधारी नौजवानों में विषय के अतिरिक्त संस्कार और संस्कृति का ज्ञान शून्य के बराबर है ‘ ये बात हकीकत को बया तो करती ही है साथ- साथ  वर्तमान के परिपेक्ष्य को देखते हुए युवा पीढ़ी को ये पाठ पढ़ाती की पाठशाला शिक्षा का आशय सिर्फ डिग्री लेना ही नहीं अपितु शिक्षित होकर शिक्षा का समाज व् देश कल्याण हेतु उपयोग करना भी आज का मूल मंत्र होता है|

संग्रह में कुल अठ्ठावन छंद है जो एक से बढ़कर एक है | तनिक चंद भाव में झांके  –
“शुद्ध भाव तेरे मानस में
तू कितना भोला -भाला
कौन मित्र औ कौन शत्रु है
कौन गौरा -कौन काला
भेदभाव सभी भूल जाना
तभी अमरत रास पाएगा
गीता ,कुरान व् बाइबिल सब
ग्रंथ मेरी पाठशाला “
भेदभाव को भूलाती ये पाठशाला धर्मनिरपेक्षता को मजबूती प्रदान करती है |
कुछ इसी तरह के भाव को दिखाती ये छंद रचना कुछ इस प्रकार से है |
“हिन्दू -मुसलमाँ-सिख -ईसाई
आते सभी बाल -बाला
आपस में सब हिलमिल रहते
जैसे गुँथी हुई माला
जिसने जितना ध्यान लगाया
वह उतना नाम पाएगा
बैर कराते धरम ओ जाति
मेल कराए पाठशाला “
पाठशाला में बच्चों को आहार ,व् अन्य सुविधाएँ मिलने लगी है | जिससे बच्चों को मानसिक स्थिति आर्थिकता की कमी हावी नहीं हो पाती | बच्चे पढ़ाई पर सारा ध्यान केंद्रित करके अच्छे नंबरों से पास होकर देश -विदेशों में अपनी योग्यता का परचम लहराते है साथ ही पाठशाला व् क्षेत्र का नाम रोशन करते है |
“भोजन ,कपडे ,सायकल मिले
दूध मिले फ्लेवर वाला
पात्र को छात्रवृति मिलती
पढ़े खूब पढ़ने वाला
देश -विदेश परचम लहराए
तू भी नाम कमायेगा
माता -पिता जन्म है देते
नाम बनाए पाठशाला “
राम शर्मा ‘परिंदा ‘ के संग्रह ‘पाठशाला ‘ में और भी सुन्दर छंद है | जिसे पढ़कर लगता है की पाठशाला  पर्यावरण के अलावा कण कण का वर्णन कर ज्ञान की राह दिखाती है जिसे ज्ञानार्जन में वृद्धि होना स्वाभाविक है |स्कुल चलो अभियान का भी मार्ग प्रशस्त करती है | परिंदा जी को पाठशाला छंद काव्य संग्रह हेतु हार्दिक बधाई -शुभकामनाएं |

रचनाकार -राम शर्मा ‘परिंदा ‘

योगी नरहरि योगाश्रम ,अछोदा पुनर्वास 
पो- एकलबारा तहसील -मनावर जिला धार (म प्र ) 454446 
मो न -7869196304