बुखार से फिर हुई तीन मौतें, मौतों का आंकड़ा पहुंचा 53 पार, सण्डीला इलाके में ही हुई बुखार से मौतों से कोहराम

              हरदोई- सण्डीला के ग्रामीण इलाकों में फैले जानलेवा बुख़ार पर स्वास्थ महकमा हालात पर काबू नहीं कर पा रहा है।  12 घण्टे के अंदर चाचा भतीजी सहित 3 लोगों ने दम तोड़ दिया। तिलुइयाँ कलां में आयशा (10) पुत्री मो0ज़ुबैर की जहां मंगलवार की रात तेज़ बुख़ार के बाद मौत हो गयी वहीं सुबह 10 बजे उसके चाचा इश्तियाक (50) पुत्र मुश्ताक ने बुख़ार में दम तोड़ दिया। उधर मीतों ग्राम पंचायत के मजरा समदखेड़ा में रामकिशुन (40) पुत्र गंगाराम की बुख़ार से मौत हो गयी।
                 सण्डीला तहसील इलाके में रहस्मयी बुख़ार की चपेट में आकर एक हफ्ते में 50 से ज़्यादा मौतें हो चुकी हैं। दर्जनों गांव के सैकड़ों लोग इस बुख़ार की चपेट में हैं। इसके बावजूद भी सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को लोग तरस रहे हैं।सबसे पहले क्षेत्र के मलैया गांव से बुखार की शुरुआत हुई लेकिन स्वास्थ्य विभाग आंखे बंद कर बैठा रहा जिससे बुख़ार दर्जनों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। भिठौली, सनई, कुदौरी सहित आधा दर्जन से ज़्यादा गांवों में एक हफ्ते में 50 से ज़्यादा लोगों की मौतों से गांवों में मातम पसरा हुआ है। दर्जनों गांवों में सैकड़ों लोग बुख़ार की चपेट में हैं। कई घरों के तो सभी बुख़ार से ग्रसित हैं।भिठौली, छत्ताखेड़ा, काजीखेड़ा, सर्वे, काजीपुर,अलादादपुर, शाहपुरचमराहा, सनई, कुदौरी, हरदलमऊ, गोस्वा डोंगा, सन्तोखा, गोगावां जोत, अटवा भासेन, गोपालपुर, पड़री, मऊचैना, तिलुइयाँ, नरायनपुर, सिकरोरिया, सरवा गांव में ज्यादा रोगी है। पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि गांव पहुंच रहीं स्वास्थ विभाग की टीमों के पास अच्छी दवाएं नहीं हैं जिससे कोई फायदा नहीं पहुंच रहा है।

इन गांवों में हुई मौतें 

भिठौली-11, सनाई-10, कुदौरी-8, गोस्वा डोंगा-3, सर्वे-3, सन्तोखा-3, हरदलमऊ-3, तिलुइयाँ-2, गोगावां जोत-1, अटवाभसेन-1, पड़री-1, गोपालपुर-1, मऊचेना-1, काजीपुर-1, नरायनपुर-1


बड़ी संख्या में आसपास के गांवों में बुख़ार फैला हुआ है। 4 टीमें लगाई गयीं हैं। जो लगातार गांवों में जाकर लोगों का उपचार कर रही हैं।
शरद वैश्य (अधीक्षक सीएचसी सण्डीला)