सर्पदंश से युवक की मौत, झाड़फूंक के चक्कर में चली गई जान

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 हरदोई– बरसात के मौसम में सर्पदंश से बचाव के लिए आमजनमानस में जागरूकता की कमी के चलते लोग झाड़-फूंक के चक्कर में फंसकर जनहानि कर बैठते हैं। उनकी नादानी और जाहिलपन से पूरा कौन सा प्रभावित होता है। जिसका दंश परिवार को झेलना पड़ता है। 

क्षेत्र में सर्पदंश की कई घटनाएं घट चुकी है। लोगों को समय से प्रभावी इलाज न मिल पाने के कारण जीवन चला जाता है। वहीं सरकार द्वारा सर्पदंश की घटनाओं से बचाव के लिए सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह कागजों पर मनाया जाता है। ऐसी ही एक घटना शनिवार की रात कोतवाली कछौना के अंतर्गत ग्राम सभा समोधा में हुई जहाँ घर के बाहर सो रहे युवक की सर्पदंश के बाद समय से इलाज ना होने होने के कारण मृत्यु हो गई। मृतक युवक मीनू सक्सेना पुत्र रामसेवक उम्र 38 वर्ष परिवार के साथ सो रहा था, उसी दौरान घर में चूहे के शिकार के लिए निकले  सर्प ने युवक को डस लिया। परिजन आसपास गांव में झाड़-फूंक के लिए घूमते रहे। झाड़-फूंक से नाउम्मीद होने पर वह लोग सामुदायिक स्वास्थ्य कछौना ले गए। जहाँ हालत गंभीर होने पर मौजूद डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां पर इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना से परिवार के ऊपर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा। मृतक के तीन मासूम बच्चे हैं। परिवार के सामने भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। पत्नी का सहारा चला गया और छोटे-छोटे मासूम बच्चों में ऊपर से पिता का साया उठ गया। पत्नी बदहवास है। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।