राज चौहान-
आज सुबह 11:00 बजे जिलाधिकारी कार्यालय के गेट पर जिलाधिकारी का पता एक पीड़ित औरत पूछती रही । कुछ लोगों ने आकर उसे बताया आज छुट्टी का दिन है । आप लोकवाणी कर दें । दबंगो के द्धारा ढाए गए कहर व रिपोर्ट लिखने जगह कोतवाली से भगाए गए एक परिवार ने परेशान होकर पुलिस अधीक्षक से मदद की गुहार लगाकर एक प्रार्थनापत्र सौंपा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली शहर के ग्राम चित्तरपुरवा निवासी हरिश्चन्द्र पुत्र मनोहर का गांव में ही मुर्गी पालन करने वाले रोहित, मोहित, गजराज पुत्रगण श्रीपाल व श्रीपाल पुत्र छोटेलाल से मुर्गी के घर मे घुस जाने को लेकर दोनो पक्षों में विवाद हो गया जिससे बाद मुर्गी पालन करने वके उक्त दबंगो ने हरिश्चंद्र के परिवार पर धावा बोल दिया। पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र को लिखे शिकायती पत्र में हरिश्चंद ने लिखा है कि 30 सितम्बर को उक्त विपक्षियों की मुर्गियां उसके घर ने घुस आयी थी जिसे उसने अपने घर से निकाल दिया जिससे खफा होकर दबंग विपक्षियों ने घर मे घुसकर उसे पीट दिया। बकौल हरिश्चंद्र जब उसकी पत्नी निर्मला ने उसे बचाने का प्रयास किया तो दबंग विपक्षियों ने उसकी पत्नी के कपड़े फाड़कर उससे गलत काम करने का प्रयास किया और सफल नही होने पर उसके साथ भी बुरी तरह मारपीट की जिससे वह घायल हो गयी। चीख पुकार सुनकर पंहुचे गांव वालों को देखते ही दबंग मौके से फरार हो गए। हरिश्चंद ने बताया कि उसने पत्नी के साथ हुए दुर्व्यवहार व अपने परिवार के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए जब कोतवाली शहर में प्रार्थनापत्र दिया तो उसकी रिपोर्ट दर्ज करने के स्थान पर उसे भगा दिया गया।