बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय का कारनामा : बाबू ने मांगी सूची तो संविदाकर्मी ने दी गालियाँ

                  हरदोई- बेसिक शिक्षा कार्यालय में कर्मचारियों की करतूत थमने का नाम नही ले रही हैं। कार्यालय के एक बाबू ने कम्प्यूटर कक्ष के एमआईएस प्रभारी से एक सूची का प्रिंट आउट मांगा तो उसने सूची देने के बजाय माँ-बहन की गालियों से नवाजा। उसने अपनी हनक जमाते हुए जूते चप्पल से पिटाई करने की भी धमकी दी। मामला जब विभागीय अधिकारियों तक पहुंचा तो प्रकरण पर पर्दा डालने की कोशिश की गई, किन्तु पीड़ित बाबू ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है।
                  दरअसल जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में कम्प्यूटर कक्ष में एमआईएस इंचार्ज शैलेन्द्र झा लंबे समय से बतौर संविदाकर्मी कार्यरत हैं। इसी कार्यालय में उनके चाचा रामनाथ लंबे समय से वरिष्ठ लिपिक के रूप में कार्यरत हैं। रिश्वतखोरी को लेकर वह कई बार चर्चा में रहे। शैलेन्द्र इसी हनक में कार्यालय के लोगों पर रौब झाड़ता है।इसकी बानगी तब देखने को मिली जब विभागीय बाबू ज्ञानेंद्र कुमार एक सूची का प्रिंट आउट लेने के लिए कंप्यूटर कक्ष में गए। शैलेन्द्र जब वहां नही दिखे तो उन्हें फोन किया। शैलेन्द्र ने फोन रिसीव करते ही अपने बाबू का परिचय व प्रयोजन पूछा। बाबू द्वारा प्रिंट आउट लेने की बात सुन उन्हें इंतजार करने को कहा।
                 आरोप है कि इसी दौरान जब बात आगे बढ़ी तो बाबू को मां-बहन की गालियां देते हुए चप्पलों से पिटाई कर देने की भी धमकी कम्प्यूटर ऑपरेटर ने दे डाली। जब बाबू ने इसकी शिकायत बीएसए से कर देने की बात कही तो उसने कोई परवाह न होने का जवाब दिया।इस पूरे मामले का ऑडियो वाइरल हुआ है जिसमे बाबू को गाली-गलौज करने की कोई वजह सामने नही आ रही है। इससे स्पष्ट है कि संविदाकर्मी शैलेंद्र किस दबंगई से कार्यालय में काम करता है। उसे यह भी मैनर्स नही कि किसी बाबू से किस तरहं बात की जाती है। शैलेन्द्र द्वारा कई बार अनुशासनहीनता व कर्मियों व शिक्षकों से अभद्रता करने के प्रकरण सामने आए किन्तु विभागीय संरक्षण के चलते उसकी बदजुबानी और बढ़ गयी।एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि पीड़ित बाबू ज्ञानेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने मामला पंजीकृत कर लिया है।