जिले के पात्र राशनकार्डधारको का नाम सूची में जोड़े जाने व अपात्रों का नाम सूची से हटाने के लिए जिलापूर्ति अधिकारी ने जिले की सभी नगरपालिकाओं व नगर पंचायतों के अध्यक्षयों, अधिशासी अधिकारियों, सभासदों व कोटेदारों के साथ सुप्रसिद्ध प्रेक्षागृह में एक बैठक की। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी विपिन मिश्र ने शिरकत की।
बैठक में मुख्य रूप से सदर नगरपालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्र मधुर, पाली नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा अवस्थी, गोपामऊ नगर पंचायत अध्यक्ष परवीन, कछौना नगर पंचायत अध्यक्ष मीनू, मल्लावां नगरपालिका अध्यक्ष अंकित जायसवाल, बिलग्राम नगरपालिका अध्यक्ष मोहम्मद हबीब, कुरसठ नगर पंचायत अध्यक्ष कल्पना देवी, संडीला नगर पालिका अध्यक्ष रईस अंसारी, नगरपालिका अध्यक्ष सांडी बाबूराम, शाहाबाद पालिकाध्यक्ष नसरीन, पिहानी साजिद व कछौना नगर पंचायत अध्यक्ष सुशीला वैश्य ने भाग लिया। बैठक के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों के सामने राशनकार्डधारको की समस्याएं उठायी।
बैठक में सभासदों द्धारा जिलापूर्ति कार्यालय में तैनात बाबु प्रदीप श्रीवास्तव पर कार्यालय में मनमानी करने व आम गरीब आदमी का शोषण करने सहित अन्य आरोप लगाए गए। सभासदों ने बाबू प्रदीप पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिलापूर्ति कार्यालय में प्रदीप बाबू के द्धारा मनमानी की जाती है। बैठक के दौरान एक सभासद ने अपर जिलाधिकारी को बताया कि जिलापूर्ति कार्यालय में एक ऐसा कमरा बनाया गया है जिसमे प्रदीप के अलावा किसी को जाने की इजाजत नही है और कार्यालय में ही काम करने वाले महिला स्टाफ के कक्ष में भी प्रदीप के अलावा आम आदमी सहित कार्यालय के अन्य स्टाफ के भी आने जाने पर अघोषित रोक है। बैठक में अपर जिलाधिकारी को जानकारी देते हुए सभासदों ने बताया कि उक्त बाबू विकलांग कोटे के तहत नौकरी कर रहा है जबकि वह शारीरिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ है। सभासदों ने अपर जिलाधिकारी से विकलांग कोटे के तहत नौकरी करने वाले उक्त बाबू की जांच कराकर कठोर कार्यवाही करने की मांग भी की।