सई नदी की करुण कथा : पौराणिक और ऐतिहासिक नदी मर रही है

अब होगा हर गाँव रोशन की तरफ सरकार के बढ़ते कदम

आदित्य त्रिपाठी- प्रबन्ध सम्पादक …..indianvoice24.com…..

कहते हैं कि किसी भी क्षेत्र के विकास का आधार सड़कें, पानी एवं बिजली होती है । जहां तीनों की उपलब्धता है वह क्षेत्र स्वतः विकसित हो जाता है और जहां तीनों की उपलब्धता नहीं है, उस क्षेत्र का लाख प्रयास करने के बाद भी विकास नहीं हो पाता ।

आज हम बताने जा रहे हैं कछौना के बालामऊ गाँव के बारे में । बालामऊ हरदोई जनपद के बड़े गाँवों में से एक है । यहाँ लगभग दस हजार की जनसंख्या निवास करती है । गाँव की साक्षरता की दर लगभग 80% है । अर्थ और शिक्षा के क्षेत्र में शायद ही कोई गांव इसका सानी हो । कभी यह गांव शिक्षकों एवं लेखपालों की खान था ।

इतना सब होने के बाद यह गांव विकास से कोसों दूर है । सरकारी सुविधा के नाम पर गांव से बालामऊ जंक्शन से कानपुर जाने वाली रेलवे लाइन निकली है । कहने को 35 वर्षों से इस गाँव में बिजली की व्यवस्था है परन्तु यदि नरेश अग्रवाल के ऊर्जा मन्त्रित्व काल को छोड़ दें तो शायद ही इस गाँव में बिजली निर्बाध रूप से आई हो ।

योगी सरकार ने आम आदमी को 18 घण्टे बिजली देने का जो वादा किया था वह अभी तक हकीकत से कोसों दूर है और इसका सबसे बड़ा कारण प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा है । एक वर्ष पूर्व जब गाँव में बिजली कनेक्शन के लिए कैम्प लगा तो ग्रामीणों को ऐसा लगा कि शायद अब बिजली व्यवस्था में सुधार हो जाए परन्तु परिणाम में निराशा ही हाथ लगी । ग्रामीणों को कनेक्शन तो मिले पर बिजली नहीं मिली । अगर बिजली आई भी तो थोड़ी देर बाद उसका वोल्टेज 20 वोल्ट ही रह जाता था । गाँव से विद्युत उपकेन्द्र की दूरी इसका सबसे बड़ा कारण है । इसी के चलते एक तो लाइन लाॅस और दूसरे लोकल फाॅल्ट की समस्या सदैव बनी रहती है ।

समस्या को लेकर गाँव एवं क्षेत्र के जागरूक लोगों ने प्रार्थनापत्र के माध्यम से प्रशासन को अवगत कराने का प्रयास किया । पत्रकार-समाजसेवी पी.डी. गुप्ता और बालामऊ के कुलदीप सिंह पटेल ने भरसक प्रयास किए । कुलदीप सिंह पटेल द्वारा की गई जनसुनवाई के उत्तर में विद्युत विभाग की ओर से बताया गया कि मार्च 2019 तक बदहाल विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा । समस्याओं के निदान के लिए चुने गए जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया ।

बताते चलें 24 मई को जे.ई. बघौली से लो वोल्टेज के सम्बन्ध में जब बात की गई तो उन्होंने कहा था कि प्रस्ताव भेज दिया गया है और दिसम्बर तक हालत ऐसे ही रहेगी । इस पर www.indianvoice24.com न्यूज पोर्टल के द्वारा मैंने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को समस्या से अवगत कराया जिसके पश्चात ऊर्जा मंत्री महोदय ने सम्बन्धित अधिकारियों को समस्या के निराकरण हेतु निर्देशित किया  एवं ट्विटर के माध्यम से हमें अवगत भी कराया । ऊर्जा मंत्री के आदेश के अनुपालन के क्रम में बालामऊ गांव को नजदीकी उपकेन्द्र देबियापुर कुरसठ से जोड़ने का कार्य शुरू हो गया है । जे.ई.बघौली ए.के. गौतम से बात करने पर उन्होंने बताया कि लम्बी व जर्जर विद्युत लाइन को देखते हुए शासन के निर्देश पर बालामऊ गाँव को कुरसठ उपकेन्द्र से जोड़ने का काम शुरू हो गया है । गाँव के अन्दर की जर्जर विद्युत लाइन के नवीनीकरण के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि इसे अगले चरण में पूरा किया जाएगा ।