जिया साहित्य मंच के वार्षिकोत्सव का आयोजन चला पूरे एक महीने

30 मई को जिया साहित्य मंच के स्थापना दिवस के उपलक्ष में 1 मई से 30 मई तक उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें देश विदेश के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार उपस्थित रहे ।

1 मई से 27 मई तक नित्य प्रतिदिन जिया साहित्य मंच के फेसबुक पटल पर प्रसिद्ध साहित्यकारों का लाइव पाठ का आयोजन हुआ । जिया साहित्य मंच के स्थापना दिवस का शुभारंभ जिया मां की वंदना , भजन व ईश्वर स्तुति से प्रारंभ हुआ । सबसे पहले दिन 1 मई को जिया साहित्य मंच की अध्यक्ष रीता सिंह ने जिया साहित्य मंच से जुड़े सभी साहित्यकारों को साहित्य मंच की 1 साल पूरे होने की शुभकामनाएं दी और पूरे महीने होने वाले वार्षिक उत्सव के आयोजनों की जानकारी दी । इसके बाद उन्होंने जिया मां को समर्पित काव्य प्रस्तुति की । सायं 5:00 बजे जयपुर से संतोष पारीक ने सुंदर भजनों से मंच को शोभायमान किया । सायं 7:00 बजे नागपुर से रंजना श्रीवास्तव ने आध्यात्मिक काव्य पाठ प्रस्तुत किए । दूसरे दिन बेंगलुरु से उषा कंसल व अयोध्या से जिया साहित्य मंच की उपाध्यक्ष मनोरमा मिश्रा ने काव्य पाठ प्रस्तुत किया ।

मनोरमा मिश्रा ने बच्चों को अच्छे कार्य करने की प्रेरणा देने के लिए आयोजित वीडियो प्रतियोगिता की जानकारी दी । तीसरे दिन जिया साहित्य मंच के वरिष्ठ सलाहकार गोंडा से सुधीर श्रीवास्तव ने अपने उद्गार प्रस्तुत किए । उन्होंने पूरे महीने लाइव काव्य पाठ करने वाले सभी सम्मानित साहित्यकारों की लिस्ट जारी की व सुंदर काव्य पाठ किया। अंशी कमल, श्रीनगर गढ़वाल, मनीषा श्रीवास्तव प्रयागराज, ममता जोशी स्नेहा देवभूमि उत्तराखंड, चंद्रमोहन नीले, डॉ शिवदत्त शर्मा शिव (श्रंगार) जयपुर, राजीव रंजन मिश्र गोरखपुर, शुभा शुक्ला निशा रायपुर, कुलदीप रुहेला सहारनपुर, जय प्रकाश शर्मा नागपुर, ऋतु दीक्षित वाराणसी श्वेता दूहने देशवाल मुरादाबाद , आलोक कुमार यादव वाराणसी, सुनीता तिवारी भोपाल, सतीश शिकारी, राजवाला पुँढीर ,एटा, उत्तर प्रदेश, हंसराज सिंह ‘हंस’ प्रयागराज, डॉ कुमार वर्मा बाराबंकी योगेश कुमार, ओम प्रकाश श्रीवास्तव कानपुर, संगीता श्रीवास्तव वाराणसी, नंदिनी लहेजा, राम जी लाल वर्मा बुलंदशहर , विजय गुडसेले दतिया मध्य प्रदेश, प्रदीप मिश्र’अजनबी’, खालिद सिद्दीकी लखनऊ, वेदस्मृति कृती पुणे महाराष्ट्र डॉ आर के मतंग श्री अयोध्या, सुनीता मुखर्जी श्रुति हल्दिया मेदनीपुर पश्चिम बंगाल, अमरनाथ सिंह, “मोही”, डा. विनय श्रीवास्तव प्रताप गढ़, श्रीमती सुधा देवांगन छत्तीसगढ़, प्रेमलता रसबिंदू गोरखपुर, सुबोध कुमार शर्मा शेरकोटी गदरपुर ऊधमसिंह नगर, अनुराधा प्रियदार्शनि प्रयागराज, जग नारायण मिश्र प्रतापगढ़ी,
प्रवल प्रताप सिंह राणा “प्रवल” एटा/ग्रेटर नोएडा, डा.अर्चना श्रेया बेंगलुरु, कमला उनियाल श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड, भूपेश प्रताप सिंह प्रतापगढ़, बृजबाला श्रीवास्तव आजमगढ़, कुंवर आनंद श्रीवास्तव व नीतू आनंद श्रीवास्तव लखनऊ राजेश प्रजापति बिमल बस्ती, सुधा देवांगन शुचि छत्तीसगढ़, रवेंद्र पाल सिंह’रसिक’ मथुरा, विनीता लावानियां बेंगलुरु आदि ख्यातिप्राप्त कवियों ने प्रतिदिन अपनी काव्य गंगा से जिया साहित्य मंच को शोभित किया |

28 मई को जिया साहित्य मंच के साझा काव्य संग्रह अंक 2 “नि:शब्द प्रेम ” का विमोचन जयपुर की भजन गायिका संतोष पारीक के करकमलों से हुआ | सबसे पहले जिया साहित्य मंच की उपाध्यक्ष मनोरमा मिश्रा ने सरस्वती वंदना से काव्य गोष्ठी का शुभारम्भ किया | मनोरमा मिश्रा ने मुख्य अतिथि श्रीमती चेतना भाटी जी व निधि विश्वकर्मा ने विशिष्ट अतिथि वैशाली रस्तोगी का परिचय पढ़ा | फिर मुख्य संरक्षक सुधीर श्रीवास्तव ने जिया साहित्य मंच के नाम का कारण व उद्देश्य बताये | मुख्य अतिथि के रूप में . चेतना भाटी डी. वाई. एस. पी उदयपुर की गरिमामयी उपस्थिति रही | विशिष्ट अतिथि के रूप में इंडोनेशिया से वैशाली रस्तोगी की गौरवान्वित करने वाली उपस्थिति थी | कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में डॉ शिवदत्त शर्मा ने मंच को सुशोभित किया |

पुस्तक में भाग लेने वाले, चेतना भाटी (डी वाई एस पी उदयपुर ), रीता सिंह (संपादक “नि:शब्द प्रेम ” व अध्यक्ष जिया साहित्य मंच ) गिरीश गुप्ता उपसम्पादक, मनोरमा मिश्रा, चंद्रमोहन नीले, संतोष पारीक , डॉ नीरू पारीक, रश्मि सिन्हा, नीलम खेमका, विजय गुडसेले,आदि कविजनों ने पुस्तक में प्रकाशित कविताओं से मंच को गौरवान्वित किया | विशिष्ट अतिथि वैशाली रस्तोगी ने सुंदर काव्य प्रस्तुति दी | मुख्य अतिथि चेतना भाटी ने उत्कृष्ट काव्य प्रस्तुति की | कार्यक्रम के अध्यक्ष शिवदत्त शर्मा, संरक्षक सुबोध कुमार शर्मा, मुख्य संरक्षक सुधीर श्रीवास्तव, ने शानदार प्रस्तुति दी |

29 मई को अधिवक्ता डॉ राजीव रंजन की अध्यक्षता में ” स्मृतियों के झरोखे से ” रंगारंग कार्यक्रम हुआ | मुख्य अतिथि के रूप में शिव विनायक शर्मा उपस्थित थे | मनोरमा मिश्रा ने शिव नायक वर्मा का परिचय दिया | विशिष्ट अतिथि के रूप में इंडोनेशिया से मीनाक्षी गाँधी गुप्ता व सिंगापुर से स्मिता विवेक कुंवर ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से मंच को गौरव प्रदान किया | शुभम शुक्ला ने विशिष्ट अतिथि मीनाक्षी गांधी गुप्ता व निधि विश्वकर्मा ने स्मिता विवेक कुंवर का परिचय पड़ा का परिचय पढ़ा | मुख्य संरक्षक सुधीर श्रीवास्तव ने जिया साहित्य मंच के नाम का कारण व उद्देश्य बताये | जयपुर से भजन गायिका संतोष पारीक ने माँ जिया के भजन से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया | शिव विनायक शर्मा ने भाषण दिया | दतिया मध्य प्रदेश से विजय गुडशेले, मुंबई से चंद्रमोहन नीले, औरया से रचना शर्मा, बेंगलुरु से विनीता लवानियाँ, प्रवल प्रताप सिंह राणा ‘प्रवल’, निधि विश्वकर्मा, अध्यक्ष रीता सिंह, उपाध्यक्ष मनोरमा मिश्रा, मुख्य संरक्षक सुधीर श्रीवास्तव, संरक्षक सुबोध कुमार शर्मा , सभी ने अपने संस्मरण प्रस्तुत किए | कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ राजीव रंजन ने सुंदर समीक्षा करके सभी कवियों का उत्साहवर्धन किया सुंदर संस्मरण प्रस्तुत किया | धन्यवाद ज्ञापन से मनोरमा मिश्रा ने काव्य गोष्ठी का समापन किया | जिया साहित्य मंच की अध्यक्ष रीता सिंह ने संचालन किया |

30 मई 30 मई को विशाल कवि सम्मेलन कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ | जिससे मुख्य अतिथि आदरणीय श्रीमती चेतना भाटी जी की गरिमामय उपस्थिति थी | अति विशिष्ट अतिथि के रूप में अभी दा ने कार्यक्रम में चार चांद लगाएं | विशिष्ट अतिथि के रूप में बेंगलुरु से अर्चना श्रीवास्तव थी | गया बिहार से अर्चना कुमारी ने जिया मां की वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया | मनोरमा मिश्रा ने मुख्य अतिथि चेतना भाटी, व अति विशिष्ट अतिथि अभी दा का परिचय पढ़ा | बेंगलुरु से विनीता लवानिया ने विशिष्ट अतिथि डॉ अर्चना श्रेया का परिचय पढ़ा | मुख्य संरक्षक सुधीर श्रीवास्तव में जिया साहित्य मंच के उद्देश्यों को बताया |

जिया साहित्य मंच के अध्यक्ष रीता सिंह ने मंच संचालन किया | मुख्य अतिथि चेतना भाटी जी, अति विशिष्ट अतिथि अभी दा व विशिष्ट अतिथि से अर्चना श्रीवास्तव ने सुन्दर काव्य प्रस्तुति से मंच को शोभायमान किया |

बाराबंकी उत्तर प्रदेश से डॉ कुमार वर्मा, गोरखपुर से प्रेम लता रसबिन्दु, गुना से विजय कुमार गुडसेले, वाराणसी से ऋतु दीक्षित, जयपुर से डॉ शिवदत्त शर्मा ‘शिव’, दिल्ली से सुमन शर्मा, ग्वालियर से श्री महेन्द्र भट्ट, छत्तीसगढ़ से शुभा शुक्ला “निशा”, प्रयागराज देवी प्रसाद पाण्डेय, औरैया से रचना शर्मा, ग्रेटर नोएडा से प्रवल प्रताप सिंह राणा “प्रवल” एटा, मथुरा से योगेश कुमार, मुंबई से चंद्रमोहन नीले, बेंगलुरु से विनीता लवानियाँ, रतलाम से सतीश शिकारी, छत्तीसगढ़ से सुधा देवांगन “शुचि “, ओटावा कनाडा से रश्मि सिन्हा, रतलाम से मनोहर सिंह चौहान मधुकर, सोनीपत हरियाणा से राजश्री गौड़ सभी कविजनों से जिया साहित्य मंच की स्थापना दिवस की शुभकामनायें दी व अपनी सुन्दर काव्य प्रस्तुति से मंच को गौरवान्वित किया |