देश के 14वें राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद

राष्‍ट्रपति के चनाव में श्री रामनाथ कोविंद  भारी मतों से विजयी हुए हैं । श्री कोविंद की यह जीत न तो अप्रत्याशित ही है और न ही कोई जोड़ – तोड़ की घटना है । नामांकन के बाद ही स्पष्ट हो गया था किदेश के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में श्री कोविंद ही शपथ लेंगे । विपक्ष की उम्‍मीदवार सुश्री मीरा कुमार को उन्‍होंने भारी वोटों के अंतर से हराया । वे भारतवर्ष के 14 वें राष्‍ट्रपति होंगे । नई दिल्‍ली में लोकसभा महासचिव और और राष्‍ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी अनूप मिश्र ने चुनाव परिणाम की घोषणा की ।

श्री कोविंद को दो हजार 930 वोट मिले हैं, जिनका मूल्‍य सात लाख दो हजार 44 है। सुश्री मीरा कुमार को एक हजार 844 वोट मिले, जिनका मूल्‍य तीन लाख 67 हजार 334 है। श्री कोविंद ने जीत के बाद दिल्‍ली में अपने आवास पर  संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सर्वोच्‍च पद के लिए उनका चुना जाना ईमानदारी से काम करने वालों के लिए एक संदेश है। उन्‍होंने कहा कि वे राष्‍ट्रपति भवन में समाज के गरीब तबकों और कामगारों का प्रतिनिधित्‍व करेंगे। देश के हर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने मुझ पर जो विश्‍वास जताया है, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं। जिस पद  का गौरव डॉक्‍टर राजेन्‍द्र प्रसादजी, डॉक्‍टर सर्वपल्‍ली राधाकृष्‍णनजी, ए.पी.जे. अब्‍दुल कलामजी और प्रणब मुखर्जी जी जैसे महान विद्वानों ने बढ़ाया है, उस पद पर मेरा चयन, मुझे बहुत बड़ी जिम्‍मेदारी का एहसास करा रहा है। व्‍यक्तिगत रूप से मेरे लिए यह बहुत ही भावुक क्षण है।

श्री कोविंद, राष्‍ट्रपति का पद संभालने वाले भारतीय जनता पार्टी के पहले  सदस्‍य हैं। शालीन स्‍वभाव के नवनिर्वाचित राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद की आमतौर पर एक साधारण छवि रही है। कानपुर के ग्रामीण इलाके में जन्‍मे श्रीकोविंद के परिवार में उनकी पत्‍नी के अलावा एक बेटी और एक बेटा है। कानपुर विश्‍वविद्यालय से कानून की पढा़ई करने के बाद उन्‍होंने दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय और उच्‍चतम न्‍यायालय में वकालत की। दलित नेता के रूप में पहचाने जाने वाले श्री कोविंद अपने राजनीतिक जीवन के दौरान भाजपा के एक निष्‍ठावान कार्यकर्ता थे। वर्ष 1994 में उत्‍तर प्रदेश से वे पहली बार राज्‍यसभा के लिए निर्वाचित हुए और 2006 तक राज्‍य का प्रतिनिधित्‍व किया। राष्‍ट्रपति पद के लिए उम्‍मीदवार बनाए जाने से पहले रामनाथ कोविंद बिहार के राज्‍यपाल थे। अपनी जीत के बाद अब वे इस महीने की 25 तारीख को भारत के 14वें राष्‍ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे।

राष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री, कई केन्‍द्रीय मंत्रियों और विभिन्‍न राजनीतिक दलों के नेताओं ने श्री रामनाथ कोविंद को राष्‍ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है। ट्वीट संदेश में वर्तमान राष्‍ट्रपति  प्रणब मुखर्जी मुखर्जी ने श्री कोविंद को चुने जाने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। ट्वीट संदेशों में श्री नरेन्द्र मोदी ने उन्‍हें शुभकामनाएं देते हुए  राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल सफल और प्रेरणादायी रहने की कामना की है। प्रधानमंत्री ने श्रीमती मीरा कुमार के चुनाव अभियान के लिए उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और लोकाचार की भावना के अनुरूप है और भारत को इन पर गर्व है। श्री कोविंद को कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और  लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी बधाई दी है। भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचूरी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्‍यक्ष शरद यादव और लोक जनशक्ति पार्टी के रामविलास पासवान ने श्री कोविंद को बधाई दी। राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान में कुल 77 वोट अवैध घोषित किए गए।  इनमें 21 वोट सांसदों के थे। पश्चिम बंगाल विधानसभा से दस, दिल्‍ली से छह, मणिपुर तथा झारखंड से चार-चार और उत्‍तर प्रदेश विधानसभा से दो वोट अवैध पाये गए । अवैध वोटों का कुल मूल्‍य 20 हजार 942 है ।

श्री कोविंद ने विपक्ष की उम्‍मीदवार मीरा कुमार सहित उन्‍हें  समर्थन देने वाले सभी लोगों को धन्‍यवाद दिया। श्रीमती मीरा कुमार ने श्री कोविंद को शुभकामनाएं दी। सुश्री मीरा कुमार ने कहा कि धर्मनिपेक्षता और पिछड़े लोगों के लिए वे संघर्ष करती रहेंगी। जिस विचारधारा की लड़ाई लड़ने के लिए मैं इस चुनाव में शामिल हुई थी, वो आज समाप्‍त नहीं हुई है । विचारधारा और मूल्‍यों के यह लडा़ई जारी रहेगी ।