हरदोई की बेटी ने बढ़ाया देश का मान, चित्रकार रोली श्रीवास्तव स्वर्ण पदक से हुईं सम्मानित

ग्राम तत्योरा बावन ब्लॉक जनपद हरदोई की बेटी ने न केवल अपने जनपद का लेकिन पूरे देश का मान बढ़ाया है। बेटियाँ आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है यह सिद्ध कर दिखाया है बेटी रजनी श्रीवास्तव रोली ने। रोली आज देश की सुप्रसिद्ध चित्रकारों में शामिल है। उनके बनाये स्केच मुँह बोलते हैं। उन्होंने कई राजनेतिक हस्तियों को अपनी पेंटिंग भेंट की है व रूबरू हुई हैं उन्हें सियासत के इन महारथियो ने प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किये हैं। इन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह, के चित्र बनाये। साथ ही मुलायम सिंह यादव,अखिलेश यादव ओबामा महात्मा बुद्ध,स्वामी दयानन्द सरस्वती, महात्मा कबीर, ए पी जे अब्दुल कलाम, अनूप जलोटा, सुनीता विलियम्स, तिलक, महाराणा प्रताप, गुरु नानक, टीपू सुल्तान, महात्मा बुद्ध, मदर टेरेसा, साईं बाबा व चाणक्य आदि की लाजवाब पेंटिंग बनाई। रोली की ये कला गॉड गिफ्टेड है। मात्र सात वर्ष की आयु में इन्होंन अपनी मां का चित्र बनाकर परिवार के लोगों को हैरान कर दिया था। बालपन से ही ये हुनर रोली में दिखा।

आर्टिस्ट रोली के पिता अशोक कुमार श्रीवास्तव व माता मंजू श्रीवास्तव है जो इनका हौसला बढ़ाते हैं। रोली बताती है कि वे अपनी दादी माँ के सपनों को पूरा करने में लगी है। उनकी दादी उनसे अलग पहचान बनाने की कहा करती थी। इसी से प्रेरित होकर रोली ने कुछ अलग करने का मन बनाया। आज दादी का सपना पूरा करने के लिए वे रात दिन मेहनत करती है। रोली कहती है कि बिना पहचान व सम्मान के जीवन बेकार है। कलाकार का सब कुछ उसकी कला होती है। उन्होंने दादी का पहला पोट्रेट बनाया। दूसरा बहिन का बनाया जिसने गोल्ड मेडल दिलाया। यह गोल्ड 2017 में मिला। रोली कहती है कि लड़कियों को आजकल आगे बढ़ने से रोक दिया जाता है । वे कहती है पैसा ही सब कुछ नहीं होता खुद की पहचान बहुत जरूरी है। रोली के तीन बहिने एक भाई हैं। वे कहती है ऐसा कोई काम नहीं जो लड़कियां नहीं कर सकती। कोई भी लड़की कमजोर नहीं है। सब मे रानी लक्ष्मीबाई जैसी नारी शक्ति होती है।

रोली ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आर्य कन्या इंटर कॉलेज एवम आर्य कन्या डिग्री कॉलेज से पूर्ण की।आर्ट मास्टर ट्रेनिंग लखनऊ आर्ट कॉलेज से पढ़ाई की। इन्हें अब तक 35 बार अवार्ड मिल चुके हैं। 2 गोल्ड मेडल, 2 सिल्वर मेडल,2 बेस्ट आर्टिस्ट अवार्ड खास सम्मान इन्हें मिलें है। ये देश की नामचीन पेंटिंग आर्टिस्ट है। इन्हें देश मे विभिन्न सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। इनके साक्षात्कार युग वार्ता आंखों देखी टी वी चैनल पर प्रसारित हो चुके हैं। बचपन मे गांव में रोली मिट्टी पर लकड़ी से चित्र बनाया करती। धीरे धीरे ये कागज़ पर चित्र विभिन्न रंगों सर सजाने लगी। यही नन्ही चित्रकार तूलिका पकड़कर आज केनवास पर लाजवाब चित्र बना रही है।

आज ये प्रतिभावान बेटी देश का गौरव है जो गोल्ड मेडल जीत कर देश का मान बढ़ा रही है। इनको मिले सम्मानों की लंबी सूची है। हाल ही में इन्हें पिंक सिटी जयपुर राजस्थान की संतुष्टि फाउन्डेशन द्वारा आयोजित समारोह में समान्नित किया गया। वर्ष 2017 से इन्हें सम्मान मिलना शुरू हुआ तो झड़ी लग गई। नेशनल टेलेंटेड अवार्ड 2018, मन्थन नारी शक्ति अवार्ड 2018, वुमन डेडिकेशन अवार्ड 2018, दी लीजेंड ऑफ इंडिया अवार्ड 2018, भारतीय गौरव अवार्ड 2018, गोल्ड मेडल 2017, बाबा शिव कांटीन्यू फाउन्डेशन ने शुभगजली महोत्सव में 27 जनवरी 2019 को सम्मानित स्पेशल इनवाइट दिल्ली की धड़कन अवार्ड एक्जीक्यूटिव मेम्बर ऑफ जे आई वी एकता फाउन्डेशन दिल्ली इंडिया स्टार आईकन अवार्ड 2019, अवार्डी अमीर वर्ल्ड अचीवर्स अवार्ड 2019 सिरसा , 15 जुलाई 2017 को रेवाड़ी हरियाणा में दूसरी बार गोल्ड मेडल मिला। दूसरी बार सिल्वर मेडल 5 फरवरी 2018 को मिला आर्ट डेविल न्यू दिल्ली , प्रथम सिल्वर मेडल 29 जनवरी 2017 को आर्ट प्वाइंट राजस्थान में मिला, प्रथम गोल्ड मेडल 15 अप्रेल 2017 को मिला नटराज आर्ट जॉन हरियाणा से, बेटियाँ स्वाभिमान सम्मान 3 मार्च को हरदोई से मिला। भरत नारी शक्ति गौरव सम्मान 8 मार्च को मिला। गेस्ट ऑफ ऑनर शुभांजलि कला रत्न अवार्ड 2019 साईं मानवता अवार्ड 2019 इण्डिया राईजिंग स्टार मेडल 2019 अटल सम्मान 2018 नारी गौरव सम्मान 2019 शून्य से शिखर ताज अटल सम्मान 2018 बेस्ट आर्टिस्ट अवार्ड 2018 दिल्ली गॉड गिफ्टेड रत्न अवार्ड 2018 अवध गौरव सम्मान राष्ट्रीय स्वर्णिम हिन्द अवार्ड प्रमुख हैं।

रोली ने बताया कि देश का प्रसिद्ध समाचार पत्र अमर उजाला ने भी इनके जीवन पर आधारित लेख विगत दिनों प्रकाशित किया था । वर्तमान में ये चित्रकार नवाबों की नगरी लखनऊ में रहती है। इनका सभी युवाओं को खासकर लड़कियों से कि खूब मेहनत करो। आगे बढ़ो। अपनी कला को छिपाओ मत। कुछ ऐसा कर दिखाओ की जिससे घर परिवार व देश का नाम रोशन हो।

राजेश कुमार शर्मा “पुरोहित”
कवि, साहित्यकार, 98, पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी
भवानीमंडी
जिला झालावाड़
राजस्थान