● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
आज (७ नवम्बर) अफ़गानिस्तान के खेलाड़ी मुजीब और उनके शेष खेलाड़ियों को यह सोच-सोचकर नीद नहीं आयेगी― काश! मैक्सवेल का आसान-सा कैच उनके ३३ रन के व्यक्तिगत स्कोर पर मुजीब के हाथों से छुटा नहीं होता।
स्थान था, मुम्बई का वानखेड़े स्टेडियम और दिनांक था, ७ नवम्बर, २०२३ ई०। सेमी फ़ाइनल मे पहुँचने के लिए ऑस्ट्रेलिया और अफग़ानिस्तान के मध्य मुक़ाबला हुआ था। मात्र ९१ रनो पर ऑस्ट्रेलिया के ७ विकेट गिर चुके थे और पराजय ऑस्ट्रेलिया के ‘ग्रीन रूम’ के प्रवेशद्वार पर दस्तक दे रही थी और मैक्सवेल अपनी पीठ से दबाये उन दरवाज़ों को हिलने तक नहीं दिया था।
ऑस्ट्रेलिया के चोटिल (पैर, कमर एवं पीठ) बल्लेबाज़ मैक्सवेल ने पुरुष विश्वकप क्रिकेट-प्रतियोगिता के लीग मैच मे १० छक्के और २१ चौके लगाकर, अफग़ानिस्तान से हारी हुई बाज़ी,अद्भुत प्रदर्शन करते हुए, दोहरा शतक (मात्र १२८ गेंदों मे अविजित २०१ रन) लगाकर, ३ विकेटों से जीत ली है। इसके साथ ही उन्होंने अपने दल को सेमी फ़ाइनल मे पहुँचा दिया है।
मैक्सवेल के लिए गौरव का विषय है कि विश्वकप मे किसी भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी-द्वारा बनाया गया यह ‘पहला दोहरा शतक’ है। ऑस्ट्रेलिया के ७ विकेट मात्र ९१ रनो पर गिर चुके थे और वह हार के क़रीब पहुँच चुका था; परन्तु आठवें विकेट के लिए मैक्सवेल और कमिन्स ने २०२ रन जोड़कर, अफ़गानिस्तान की आशा पर तुषारपात कर दिया था। अफग़ानिस्तान ने ५० ओह्वरों मे ५ विकेट पर २९१ रन बनाये थे, जबकि लक्ष्य का पीछा करते हुए, ऑस्ट्रेलिया ४६.५ ओह्वरों मे ७ विकेटों पर २९३ रन बनाकर इस विश्वकप के मुक़ाबले मे फ़िलहाल स्वयं को ज़िन्दा देख पा रहा है, जिसका सारा श्रेय ‘ग्लेन मैक्सवेल’ को जाता है।
यहाँ यह भी ध्यान करने-योग्य विषय है कि इस मैच से पूर्व मैक्सवेल लगातार विफल दिख रहे थे।
उल्लेखनीय है कि अब तक भारत, दक्षिणअफ़्रीका तथा ऑस्ट्रलिया सेमी फ़ाइनल मे पहुँच चुके हैं। चौथा कौन-सा देश सेमी फ़ाइनल मे पहुँचेगा, इसका निर्णय पाकिस्तान और न्यूज़ीलैण्ड के मध्य खेले जानेवाले मैच का परिणाम और बेहतर रन-रेट निर्धारित करेगा।
(सर्वाधिकार सुरक्षित― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ७ नवम्बर, २०२३ ईसवी।)