मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का मेहनताना मांगने वाले बाइक मिस्त्री व उसके भाई को हरदोई पुलिस के पांच जाबाज सिपाहियों के द्वारा घर से उठाकर पीटकर अधमरा कर अस्पताल में फेंक जाने के मामले को एसपी ने गंभीरता से लिया और सीओ की जांच के बाद दोषी मिलने पर पांचों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया।
मामला हरदोई के चील पुरवा कोतवाली शहर का था।यहां के निवासी मेहराज (20) तथा रईस 25) पुत्र आशिक अली बाइक मिस्त्री है जिला अस्पताल के गेट पर खोखा में बाइक मरम्मत का कार्य करते हैं 4 दिन पहले कोतवाली देहात के सिपाही राकेश कुमार खरवार तथा मदन सिंह अपनी बाइक की मरम्मत कराने के लिए आए थे मरम्मत हो जाने के बाद मिस्त्री ने पैसे मांगे तो धमकी दी की मै देहात कोतवाली का सिपाही हूं मुझसे पैसे लोगे इसका विरोध करने पर काफ़ी कहा सुनी हो गई मौके पर भीड़ इकट्ठी हो गई जिससे सिपाही पैसे देकर चला गया।शाम को मिस्त्री के घर पर पहुंचकर महिलाओं तथा परिजनों को गाली गलौज करते हुए मेहराज तथा उसके भाई रहीस को गाड़ी में डालकर कोतवाली लेकर चले गए दोनों को लात घुसा से मार मार कर अधमरा कर दिया जब हालत ज्यादा गंभीर देखी तो जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में छोड़कर सिपाही फरार हो गए।मामले में जांच व बयान को जिला अस्पताल सीओ सिटी पहुंचे थे।इस मामले में एसपी विपिन कुमार मिश्र ने सम्बन्धित प्रकरण में दोषी पुलिस कर्मी राकेश कुमार खरवार,मदन सिंह,संजय प्रताप सिंह,कपिल ढाका व रंगनाथ प्रजापति को लाइन हाजिर कर दिया है।एसपी की कार्यवाही से हड़कंप मचा है।