बिलग्राम (हरदोई)- वह एआरटीओ है, लेकिन पैसों का भूखा।इसी पैसे की भूख के लिए उसने एक ऐसे गिरोह से हाँथ मिलाया जो वाहनों में फर्जीवाड़ा करता था।पैसे के लिए एआरटीओ ने अपना जमीर भी बेंच डाला और नागालैंड से संपर्क करके अपना धंधा चलाने लगा।इसी बेईमानी के धंधे ने एआरटीओ को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।अलीगढ़ में तैनात एआरटीओ को जब हरदोई की पुलिस ने पकड़ा तो अपने कुकर्मों को छुपाने के लिये इसने मीडिया से मुह छुपा लिया और चेहरे पर ढक लिया रूमाल।पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है और एक टीम नागालैंड भेजी गई है जहां एआरटीओ कार्यालय खंगाला जाएगा।
पुलिस गिरफ्त में यह एआरटीओ भगवान प्रसाद पहले हरदोई में तैनात था।अब यह अलीगढ़ में था।इसको बिलग्राम पुलिस ने अलीगढ़ से गिरफ्तार किया और हवालात में ठूंस दिया।जालसाज एआरटीओ को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेजा गया है।कुछ दिन पूर्व 17 जुलाई को बिलग्राम पुलिस ने ऐसे वाहन चोर गिरोह को पकड़ा था जो बड़े वाहनों के चेचिस व रजिस्ट्रेशन नंबर बदल कर व्यवसाय करता था।इसके पास से एक डीसीएम एक ट्रक भी बरामद किया गया था।
इसका खुलासा हुआ तो पता चला कि वाहन फर्जीवाड़े के तार नागालैंड से जुड़े है।जहां से पूर्व में इंजन व चेचिस नंबर बदल कर बड़े वाहनों का रजिस्ट्रेसन करने और नया नंबर एलाट करने का खेल हरदोई में तैनात तत्कालीन और अब अलीगढ़ के एआरटीओ भगवान प्रसाद थे।पुलिस ने एआरटीओ को अलीगढ़ से तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन हरदोई में तैनात स्टेनो की तलाश जारी है जिसको गिरफ्तार नही किया जा सका है।वाहनों के फर्जीवाड़े में नागालैंड की रजिस्टर्ड गाड़ी दिखाकर हरदोई में खेल खेला गया था।फर्जी रजिस्ट्रेसन कर नया नंबर जारी करने का खेल करने के मामले में नागालैंड के जिला टवानसंग के डीटीओ व आफिस अस्सिटेंट भी फसे है जिनकी तलाश में पुलिस टीम रवाना की गई है।