द्विमासिक राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन

प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया है कि मा0जनपद न्यायधीश के कुशल निर्देशन एवं अध्यक्षता में 17 सितम्बर को द्विमासिक राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें 3547 वाद निस्तारित किये गये। निस्तारित वादों मे से 2017 वाद फौजदारी शमनीय मामले, 01 वाद धारा 138 एन0आई0 एक्ट, 01 वाद बैंक रिकवरी, 28 मोटर वाहन दुर्घटना अधिनियम के मामले, 02 श्रम वाद, 07 बिजली बिल के मामले, 02 पारिवारिक मामले, 28 उत्तराधिकार के मामले, 117 चकबन्दी के मामले, 475 राजस्व के मामले तथा 868 अन्य मामले निस्तारित किये गये। रू0 1,71,850 अर्थदण्ड के रूप में वसूल हुये, रू0 62,84,500 मोटर दुर्घटना मामलों में प्रतिकर के रूप में दिलाया गया तथा रू0 87,38,699 के लियेे उत्तराधिकार प्रमाणपत्र जारी किये जाने हेतु आदेश पारित किये गये।  उन्होने बताया कि मा0जनपद न्यायाधीश जयशील पाठक के न्यायालय में 26 मामले निस्तारित हुये।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट सं0 2 के न्यायालय में 01, अपर जिला जज कोर्ट सं0 3 के न्यायालय में 03, अपर जिला जज कोर्ट सं0 4 के न्यायालय में 16, अपर जिला जज/विशेष न्यायधीश (आवश्यक वस्तु अधि0) कोर्ट के न्यायालय में 22, अपर जिला जज कोर्ट सं0 7 के न्यायालय में 18, अपर जिला जज/एफ0टी0सी0 के न्यायालय में 04, विशेष न्यायाधीश, एस0सी0/एस0टी0 एक्ट के न्यायालय में 11, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/एफ0टी0सी0 के न्यायालय में 06, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में 1080, सिविल जज (सी0डि0) के न्यायलय में 06, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट सं0 1 के न्यायालय में 248, ए0सी0जे0एम0 कोर्ट सं0 5 के न्यायालय में 105, ए0सी0जे0एम0 कोर्ट सं0 02 के न्यायालय में 246, सिविल जल (सी0डि0)/एफ0टी0सी0 के न्यायालय में 02, सिविल जज (जू0डि0) पश्चिमी के न्यायालय में 16 तथा स्थायी लोक अदालत में 01 वाद निस्तारित हुआ।