
कछौना (हरदोई)। महापद्मनंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोसिएशन (एमसीईए) के तत्वाधान में रविवार को नगर स्थित अंबेडकर पार्क में सामाजिक समरसता के प्रतीक माने जाने वाले बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की 97वीं जयंती धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे नवचेतना समता समाज के जिलाध्यक्ष विमल सविता सहित संगठन के पदाधिकारियों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा और जननायक के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद केक काटकर एक दूसरे का मुंह मीठा कराया। साथ ही वक्ताओं ने विचार व्यक्त करते हुए उनके योगदानों को याद किया।

अंबेडकर पार्क में आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर जयंती कार्यक्रम का संचालन कर रहे अधिवक्ता धनीराम श्रीवास्तव ने कहा कि सामंतवादी परिस्थितियों में बिहार के एक छोटे से गाँव के गरीब परिवार में जन्म लेकर संघर्षों के रास्ते पर चलते हुए बिहार के एक बार उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर का पूरा जीवन कमजोर वर्ग के लोगों के प्रति समर्पित रहा। कर्पूरी ठाकुर दबे-कुचलों की सशक्त आवाज बनकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत रहे। वह सर्व समाज के नेता थे, इसलिए उन्हें जननायक कहा जाता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नवचेतना सविता समाज के जिलाध्यक्ष विमल सविता ने जननायक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुदड़ी के लाल के नाम से भी प्रसिद्ध शोषितों एवं वंचितों के मसीहा जननायक कर्पूरी ठाकुर का नाम गरीब व गरीबी को नजदीक से जानने वालों में और राजनीति के माध्यम से संवैधानिक तौर पर शोषितों और पिछड़ों को सामाजिक व राजनीतिक मुख्य धारा से जोड़ने वालों में अग्रणी है। वहीं एमसीईए के नगर अध्यक्ष अवलोक श्रीवास्तव ने कहा कि जननायक को पूर्व में कई बिहार सरकारों के कार्यकालों के दौरान भारत रत्न देने की अनुशंसा की जा चुकी है। बावजूद इसके अभी तक ऐसे महान महापुरुष को केंद्र सरकार द्वारा भारत रत्न ना दिये जाना विचारणीय है।

एमसीईए नगर कार्यकारिणी के संरक्षक डॉ बृजेश श्रीवास्तव ने कहा कि स्वच्छ राजनीति के परिचायक रहे जननायक के विचार और दर्शन आज भी वर्तमान दौर के सियासतदानों को आईना दिखाते हैं। आज की राजनीति कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा से बिल्कुल परे है। हालांकि सत्ता और विपक्ष के अलावा कई राजनीतिक दलों के लोग उनकी विचारधारा पर चलने की बात जरूर करते हैं, लेकिन उसे आत्मसात नहीं कर पा रहे हैं। इस अवसर एमसीईए कछौना नगर कार्यकारिणी के संरक्षक डॉ ब्रजेश श्रीवास्तव, नगर अध्यक्ष अवलोक श्रीवास्तव, नगर उपाध्यक्ष सौरभ श्रीवास्तव, सचिव सुधीर श्रीवास्तव, संघटन सचिव मयंक श्रीवास्तव, एडवोकेट धनीराम श्रीवास्तव, प्रमोद सेन, वन दरोगा सुशील श्रीवास्तव, अनिल कुमार, श्रवण सविता, संतोष सविता, पवन सविता, राजू श्रीवास्तव, ग्रामीण सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार राठौर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।