भाजपा नेत्री ने किया तिरंगे का अपमान, साथ रहे सत्तापक्ष के विधायक

राज चौहान ( हरदोई)-


स्वतन्त्रता दिवस के मौके पर देश के भाग्य का फैसला करने वाले और जनता की अस्मिता की रक्षा का दम्भ भरने वाले राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते नजर आए । राष्ट्रीय ध्वज के कथित अपमान का यह वाकया उस समय हुआ जब माधौगंज से भारतीय जनता पार्टी की चेयरमैन पद की दावेदार पूजा मिश्रा और मल्लावां – बिलग्राम विधायक आशीष सिंह आशू कल शाम को तिरंगा यात्रा के साथ चल रहे थे । पूजा मिश्रा और आशीष सिंह आशू अपने समर्थकों के साथ देश की शान और गुरूर राष्ट्र ध्वज तिरंगे के साथ अपनी राजनीति चमकाने में मशगूल थे । विधायक महोदय के साथ कदमताल कर रहीं पूजा मिश्र ने राष्ट्र ध्वज को उल्टा लगा रखा था ( फीचर इमेज में आप विधायक के साथ नेत्री पूजा हाथ में तिरंगा देख सकते हैं )। हालांकि पूजा मिश्रा ने खुले मंच से इसके लिए माफ़ी मांग ली है । लेकिन विचार करने की बात यह है कि क्या उनका कृत्य माफी लायक है । कोई अपराधी किसी की हत्या कर दे और इसके बाद वह समाज से या सरकार से माफी माँग ले तो क्या उसे माफ किया जा सकता है ? यहाँ पर एक और रोचक तथ्य यह है कि पूजा मिश्र देश के लिए मर मिटने वाले परिवार से हैं । पूजा मिश्र के पति पुनीत मिश्रा सेना में सूबेदार पद पर भंठिया में तैनात हैं  । आदरणीय पुनीत जी 129 आतंकियों का सफाया करने वाली आर्मी टीम का हिस्सा हैं । वह 16 वर्षों से आर्मी को अपनी सेवा दे रहे हैं । वह भी सभी के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चल रहे थे, ऐसे में पूजा मिश्र की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है ।

क्या चुनाव जीतने के बाद नेताओं को पद ग्रहण करते समय खाई गयी या ली गयी शपथ याद नहीं रहती ? क्या विधान सभा का सदस्य होने और एक जिम्मेदार नागरिक होने के लिए इन दोनों के विरूद्ध कड़ी कार्रवायी नहीं होनी चाहिए ? जिन्हें देश की शान का ध्यान नहीं रहता क्या वह जनता के हितों का ध्यान रखने में सक्षम होंगे ? क्या सत्ताधारी पार्टी अपने सिपहसालारों को अनुशासन और कानून का पाठ पाढ़ाएगी ? प्रशन बहुत हैं लेकिन उत्तर देने वाला कोई दिखायी नहीं देता । स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हज़ारों कार्यकर्ताओं के बीच तिरंगे का अपमान होता रहा । चेयरमैन पद की दावेदार भाजपा नेत्री उल्टा ध्वज थामे रहीं और आशीष सिंह आशू साथ भाजपा नेत्री का साथ देते नज़र आये । इन नेताओं और नेत्रियों ने हिंदुस्तान की जनता की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही देश की अस्मिता से खिलवाड़ भी किया है । आशीष सिंह आशू वही विधायक हैं जो कुछ दिन पहले मीडिया की सुर्ख़ियों में तब आए थे जब उन्होंने अपने उपमुख्यमंत्री की सीख को नजरअन्दाज करते हुए कथित तौर पर उनका अपमान करते नज़र आये थे, जिसके परिणाम स्वरूप डॉ. दिनेश शर्मा को वार्ता बीच में छोड़नी पड़ी थी ।