माँ- बेटी की मौत का राज गहराया, बिसरा सुरक्षित

            शहर कोतवाली क्षेत्र के कसरावां गांव में दो मंजिला मकान के ऊपरी हिस्से में बने कमरे में माँ-बेटी की मौत का राज गहरा गया है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ठ न होने के कारण बिसरा प्रिजर्व किया गया है।वही मौत के चौबीस घंटे के बाद भी परिजनों ने अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नही दी है।बताया जाता है कि महिला का करीब 6 माह से पारिवारिक विवाद चल रहा था।पति अपनी पत्नी के बहनोई के साथ जाने से भी नाराज था।हालांकि पुलिस तहरीर मिलने का इंतजार कर रही है।घटना के बाद से परिवारीजन घर से भाग निकले है।
         बतादें की शहर कोतवाली क्षेत्र के कसरावां गांव में दो मंजिला मकान के ऊपरी हिस्से में बने कमरे में जब गांव के लोगों ने महिला का शव लटकते देखा और दरवाजा बाहर से बंद देखा तो चखचख मच गई।सूचना जैसे ही फैली तो गांव के प्रधान को जानकारी लगी तो मामले की सूचना पुलिस को दी गयी।जानकारी मिलते ही शहर कोतवाली के दरोगा संजय शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा खुलवाया तो सब स्तब्ध रह गए।महिला का शव जहां फांसी के फंदे पर छत के कड़े के सहारे लटक रहा था वही बेड पर एक मासूम बालिका भी मृत अवस्था मे पड़ी थी।
           महिला का नाम किरन 32 पत्नी ऋषिकुमार व बेटी का नाम बिट्टो 4 वर्ष बताया गया।मासूम बालिका के शरीर पर निशान थे।इसी बीच मामले की जानकारी महिला के पिता रामलखन निवासी बेन्दौरी बिलग्राम को हुई तो वह अपने पुत्र लवकुश व अन्य परिजनों के साथ मौके पर आए।यहां महिला के भाई लवकुश ने बताया कि उसकी बहन का विवाह करीब 13 साल पूर्व हुआ था और उसके एक पुत्र नितिन व एक पुत्री है।बताया कि उसका बहनोई भैंस व बाइक की मांग को लेकर धमकी देता रहता था।बताया कि इसी बात को लेकर उसके बहनोई ने अपने पिता बलराम माँ राजेश्वरी बहन गीता के साथ मिलकर उसकी बहन ब भांजी की हत्या कर दी और शव फांसी के फंदे पर लटका दिया।