पारमार्थिक भावना, समय का सदुपयोग और औदार्य: समाज के उत्थान की सच्ची संपदा

November 25, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’– मनुष्य के जीवन में अनेक गुण और मूल्य होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ऐसे हैं जो उसे सच्चे अर्थों में महान और समाज के लिए उपयोगी बनाते हैं। इनमें पारमार्थिक […]

जीवन की सार्थकता और विचारशीलता : एक विश्लेषण

November 24, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’— जीवन की सार्थकता का प्रश्न हर व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण और उपयोगी बनाने की आकांक्षा रखते हैं। इस दिशा में विचारशीलता का महत्व सर्वोपरि […]

मन की दोहरी प्रकृति

November 23, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’– मन एक बेचैन बंदर की तरह है, जो लगातार एक विचार से दूसरे विचार के मध्य झूलता रहता है। मन ही हमारी भावनाओं, आकांक्षाओं, भय और आसक्तियों का जन्मस्थान है। यह […]

प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति एक वरदान मे बरगद के औषधीय गुण

November 17, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार राघव (वैकल्पिक-प्राकृतिक चिकित्सक)— बरगद का पञ्चाङ्ग उपयोगी है। बरगद का प्रत्येक अंश अमृत के गुणो से भरा है। फल, पत्ते, दूध, छाल और जटा सबका आयुर्वेद मे रोगनाशक के रूप उपयोग होता है। […]

Mind Is A Double-Edged Sword

August 28, 2024 0

Raghavendra Kumar Raghav– The mind, often hailed as the fastest entity, can be both our greatest ally and our most formidable foe. Its swiftness can lead us to the divine nectar of the Supreme Being, […]

Soulful happiness is not depend on physical tools

July 3, 2024 0

Dr. Raghavendra Kumar Tripathi Raghav– In today’s whirlwind of activity, a relentless pursuit of material happiness has become the reigning champion. We race towards ever-growing bank accounts, coveting the newest gadgets and designer labels. This […]

Geeta : Poetry of Krishna in my words

June 26, 2024 0

Dr. Raghavendra Kumar Tripathi ‘Raghav’ Refuge in Me and actions done.By My grace, against evil battle won.Soul is immortal so this eternal state see.Realize My presence and achieve me.Abandon all physical duties and take refuge […]

Geeta Chapter 17 : Sraddhatraya Vibhag Yog

June 25, 2024 0

Raghavendra Kumar Tripathi Raghav– The Bhagavad Geeta, one of the most revered texts in Hindu philosophy, offers profound insights into the nature of faith and its impact on human life. In the chapter “Sraddhatraya Vibhaga […]

What is Dharma?

May 18, 2024 0

Raghavendra Kumar Tripathi ‘Raghav’– When someone asks what is Dharma and what it signifies?Say, it’s what we uphold, where true meaning lies.Following it brings us prosperity, freeing us from sorrow.Attaining supreme joy and bliss, into […]

Sanatan teachings are the ancient way of life

February 18, 2024 0

Raghavendra Kumar Tripathi ‘Raghav’ Sanatan teachings are the ancient way of life. Embracing both the form and formless divine. God’s essence, soul’s liberation, profound. Sanatan Dharma, the path profound. In saguna and nirguna, God resides. […]

Sanatan can free from the cycle of life and death

February 10, 2024 0

Raghavendra Kumar Tripathi ‘Raghav’– O blessed land of Bharat! you are fortunate, you are chosen for spreading knowledge entire world. This knowledge of the divine light illuminates the entire world. The Supreme Being instructs humanity […]

रामराज्य की कल्पना

February 8, 2024 0

अभिजीत मिश्र, बालामऊ बालि द्वारा शासित किष्किंधा में राम चाहते तो अपना उपनिवेश स्थापित सकते थे और अपने मन का कोई व्यक्ति राजगद्दी पर बिठा सकते थे… पर इस क्षेत्र में डर से कौन प्राणी […]

भारतीय परम्परा से प्राप्‍त ज्ञान पूरी तरह वैज्ञानिक

January 6, 2024 0

पूज्य “सद्गुरुदेव अवधेशानन्द सरस्वती” जी ने कहा– “वेदोऽखिलो धर्ममूलं स्मृतिशीले च तद्विदाम्।आचारश्चैव साधूनां आत्मनस्तुष्टिरेव च॥” वेद शब्द “विद्” धातु से बना है, जिसका आशय जानने अर्थात् ज्ञान प्राप्त करने से है। वेद ज्ञान-विज्ञान के अप्रतिम […]

करुनानिधान रामजी का शील-स्नेह

November 22, 2023 0

रामजी तो साक्षात परमब्रह्म हैं और उनसे भी बढ़कर तो उनके महामंत्र “नाम” के प्रभाव हैं। जिसे माँ शारदा, वाल्मीकि और महादेव भलीभांति जानते हैं। तो उनके चरित्र कितने अनुपम होंगे, यह सहज ही अनुमान […]

God is always with us

November 6, 2023 0

Aditya Tripathi (Assistant Teacher, Basic Shiksha, Hardoi) In a time long forgotten, there existed a land where the seeds of righteousness were sown deep within the hearts of its people. Religion flourished, and its guiding […]

श्रीरामचरितमानस और उनके अलौकिक प्रणेता

November 5, 2023 0

रामभक्त श्रीगोस्वामी तुलसीदास पर साक्षात् वाग्देवी की कृपा थी इसमें कोई भी संशय नहीं। बिरले ही रहे होंगे जिनकी काव्य रचना नें एक ग्रन्थ का रूप लिया हो। श्रीरामचरितमानस जी वास्तव में एक आशीर्वादात्मक ग्रन्थ […]

Chapter 11 of Bhagavad Gita : Vishwaroop Darshan Yog

September 7, 2023 0

Dr. Raghavendra Kumar Tripathi ‘Raghav’– In the Chapter 11 Vishwaroop Darshan Yog of Bhagavad Gita, Lord Krishna aims to deepen Arjun’s devotion and spiritual understanding. Here’s a breakdown: Krishna explains His divine power, emphasizing that […]

वट सावित्री व्रत के निहितार्थ

May 19, 2023 0

वट सावित्री व्रत के निहितार्थ:- 1.सत्यवान के अल्पायु होने की बात ज्ञात होने पर पिता की आपत्ति पर सावित्री कहती हैं :-“आर्य कन्याएं अपने पति का एक बार ही वरण करती हैं, राजा एक बार […]

रग-रग मे रामचरितमानस और राम

March 31, 2023 0

‘रामचरितमानस’ और ‘राम’ पूरे भारतवर्ष विशेषकर अवध क्षेत्र के कण-कण में और अवधवासियों के रग-रग में बसे हुए हैं। महाकवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा अवधी बोली में लिखी हुई मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की यह गाथा […] […]

मा महागौरी का वाहन बैल

March 30, 2023 0

हमारे गांव बरी वाले घर में दो गोई (जोड़ी) यानी कुल चार बैल हुआ करते थे। बड़ी वाली गोई ‘बछौना’ (जब बछवा यानी बच्चा था, तभी खरीदा गया था) और ‘बड़ौना’ (पूंछ थोड़ी छोटी थी) […]

धन-धान्य के देवता भगवान जगन्नाथ स्वामी की पूजा

March 26, 2023 0

हमारे यहां बैसवारा में चैत्र मास के सोमवार को गृहिणियां धन-धान्य के देवता भगवान जगन्नाथ स्वामी की पूजा करती हैं। इस पूजा में गुझिया, खीर, दही, हलवा-पूरी के अतिरिक्त जौ, गेँहू की सात बालियां तथा […]

तीर्थराज प्रयाग की जय हो!

January 21, 2023 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रयाग एक हृदयहारी तीर्थ है। तीर्थ ‘तृ’ धातु का शब्द है, जिसका अर्थ ‘पार करना’ है। इसी धातु के अन्त मे जब ‘थक्’ प्रत्यय जोड़ा जाता है तब ‘तीर्थ’ शब्द […]

उठो, जागो और ज्ञानी श्रेष्ठजन के सान्निध्य मे ज्ञान प्राप्त करो

January 12, 2023 0

उत्तिष्ठ भारत!तुमुल ध्वनि घन गर्जना से रिपु हृदय आक्रान्त कर दोहे अमितविक्रम रण बल अतुल, ध्वज-धर्म उन्नत आज कर दोउठो! रौद्र संग्राम कर दो… ————— उस देश-काल में जब राजनीति-समाज-आध्यात्म के स्तर पर देश आत्मविश्वास […]

Today is Sharad Purnima and Valmiki Jayanti

October 9, 2022 0

Today is Sharad Purnima. This religious festival is celebrated on the full moon day of the Hindu lunar month of Ashvin. The full-moon night is celebrated differently in different cultural regions of the country. On […]

शिक्षक दिवस शुभ हो : बंदउं गुरु पद पदुम परागा

September 5, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’– शिक्षक दिवस शुभ हो… बंदउं गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा।।अमिअ मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू॥ (मै गुरुवर के कमल के समान कोमल चरण-धूलि की वंदना […]

मांगने की मर्यादा का उल्लंघन

July 5, 2022 0

भगवान शंकर तो औघड़ थे इसलिए कैलाश पर्वत की हाड़ कंपा देने वाली ठंडी और श्मशान के ताप में भी खुश थे। बाघम्बर उनका वस्त्र था और एक शिला उनका शयन कक्ष। वे वहाँ पर […]

विपश्यना क्या है : एक अध्ययन

June 20, 2022 0

विशेष लेख— शोधकर्त्ताओं ने पाया है कि ध्यान का अभ्यास करने वाले प्रकाश से गहरी नींद मे तेजी से पारगमन करते हैं, और उनके इस पारगमन की अवधि जो ध्यान का अभ्यास नहीं करते हैं की तुलना में उम्र […]

धर्म केवल एक सनातन-धर्म है

May 16, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’–  निर्विवाद रूप से ईश्वर एक है। इसी सत्य के आधार पर मनुष्य अपनी संस्कृति, धरती, जाति, भाषा और विश्वास (मान्यता) के अनुसार  ईश्वर, भगवान, ख़ुदा, अल्लाह, परमात्मा, गॉड आदि अलग-अलग नामो […]

सरस्वती-वन्दना

May 16, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’- ओ! वीणापाणि मा, ओ! पुस्तक धारिणि मा। ओ! ज्ञान दायिनी मा, ओ! हंसवाहिनी मा। कर तम का संहार, ज्ञान की ज्योति देती मा। ओ! वीणापाणि मा, ओ! पुस्तक धारिणि मा॥ विद्या की […]

धर्म और दर्शन : इस्लाम परिवर्तनो का विरोध करता है

May 1, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’— सारी दुनिया में आतंक का पर्याय माने जाने वाले गजनवी, गौरी, बाबर, ओसामा बिन लादेन और गद्दाफी सरीखे लोगों को भी मुस्लिम आतंकवादी और मानवता का हत्यारा नहीं बल्कि अपना आदर्श […]

असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय

November 4, 2021 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय।मृत्योर्मा अमृतम् गमय। ओम शांति शांति शांतिः। हे परमात्मा मुझे असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर तथा मृत्यु से अमरत्व की ओर […]

धनत्रयोदश का औचित्य और विधान

November 2, 2021 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय शुद्ध शब्द है, ‘धनत्रयोदश’, जिसका तद्भव (उससे उत्पन्न) शब्द ‘धनतेरस’ कहलाता है। इस धनत्रयोदशी को भगवान् धन्वन्तरि के साथ सम्बद्ध करके समझा जा सकता है। संस्कृत-भाषा के शब्द ‘धनु’ और […]

पौराणिक घटनाएँ और विज्ञान

October 14, 2021 0

कुमार सतीश जी की फेसबुक-वॉल से– खगोलीय विज्ञान में आइंस्टाइन एक बड़ा नाम है.और, आइंस्टाइन के अनुसार इस ब्रह्मांड में सबसे तेज गति प्रकाश की होती है जो कि लगभग 3 लाख (2,99,972) किलोमीटर प्रति […]

भारत ने कंबोडिया में ग्रामीण जलापूर्ति के लिए 1500 हैंडपंपों की स्थापना की

September 28, 2021 0

भारत द्वारा चलाई जा रही परियोजना ”कंबोडिया में ग्रामीण जलापूर्ति में वृद्धि के लिए 1500 हैंडपंप की आपूर्ति एवं स्थापना” का अंतिम चरण पूरा हो गया है। इसको लेकर सोमवार को एक आभासी कार्यक्रम का […]

हनुमान चालीसा कब लिखा गया? क्या आप जानते हैं?

July 22, 2021 0

हनुमान चालीसा कब लिखा गया क्या आप जानते हैं। नहीं तो जानिये, शायद कुछ ही लोगों को यह पता होगा? पवनपुत्र हनुमान जी की आराधना तो सभी लोग करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ […]

दर्शन : आदि-अन्त से सम्बन्धित सनातन ज्ञान

July 7, 2021 0

संकलित- (1) प्रश्न :- मृत्यु न होती तो क्या होता ? उत्तर :- तो बहुत अव्यवस्था होती । पृथ्वी की जनसंख्या बहुत बढ़ जाती । और यहाँ पैर धरने का भी स्थान न होता । […]

Divine mightiness of Lord Ram and Ramatatva

June 19, 2021 0

Guneet kaur, Lucknow It’s not that people started worshiping Shri Ram after he appeared in the house of King Dasharatha in Awadhpuri. In fact, King Dilip, Kind Raghu and Kind Dasaratha’s father King Aja also […]

ज्ञान और संस्कार से होता है “मर्यादित आचरण”

June 17, 2021 0

ज्ञान का अर्थ है सत्य की अनुभूति करना। ज्ञान प्राप्त होने पर व्यक्ति निर्भय हो जाता है। ज्ञान है तो डर कैसा? ज्ञानी व्यक्ति तो प्रिय अप्रिय सुख दुख इत्यादि भावों से निरपेक्ष होता है। […]

भारतीय संस्कृति

June 2, 2021 0

हमारे देश भारत की प्राचीन संस्कृति ही भारतीय संस्कृति कही जाती है। भारतीय संस्कृति हमारे ऋषि मुनियों की संस्कृति है। वेद, पुराण, उपनिषद्, ब्राह्मण ग्रन्थ, स्मृतियां, रामायण, महाभारत, गीता हमारे पौराणिक शास्त्र है जो हमें […]

चिन्तन की समय-सत्य कड़ी

May 20, 2021 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मनसा-वाचा-कर्मणा परिशुद्ध मनुष्य को कोई पसन्द नहीं करता; क्योंकि वह प्रत्येक सत्य को ‘सत्य’ के साथ निर्लिप्त भाव के साथ कहता है; उसके कथन और कर्म में कोई भेद नहीं […]

बद्रीनाथधाम आध्‍यात्मिक स्‍मॉर्ट नगरी के रूप में होगा विकसित

May 6, 2021 0

पवित्र तीर्थ बद्रीनाथ धाम को आध्‍यात्मिक स्‍मॉर्ट नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए इंडियन ऑयल, बीपीसीएल, एचपीसीएल, ओएनजीसी, गेल और श्री बद्रीनाथ उत्‍थान चैरिटेबल ट्रस्‍ट ने एक समझौते पर हस्‍ताक्षर किया है। […]

भगवान विष्णु के सप्तम अवतार : रघुकुल शिरोमणि श्रीराम

April 22, 2021 0

●भये प्रगट कृपाला दीन दयाला● भगवान श्रीराम विष्णु के सातवें अवतार हैं।इन्हें श्रीरामचन्द्र भगवान के नाम से जाना जाता है।रामायण में वर्णित है कि इनका जन्म अयोध्या में राजा दशरथ जी के घर हुआ था। […]

माँ दुर्गा का नौवाँ रूप है सिद्धिदात्री

April 21, 2021 0

राजेश पुरोहित, भवानीमंडी माँ दुर्गा का नवम् दिव्य रूप माँ सिद्धिदात्री का है। माता सिद्धिदात्री भगवान विष्णु की अर्धांगिनी है। यह देवी सिद्धियों को देती है इसलिते सिद्धिदात्री कहलाती है।इनकी पूजा आराधना से व्यक्ति को […]

“गङ्गे! तव दर्शनात् मुक्ति:”

March 20, 2021 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय नीचे दिये गये चित्र को ध्यानपूर्वक देखें। कालिमा और कालुष्यमय रूप प्रयागराज-स्थित गङ्गानदी-जल का दिख रहा है। कितना विकृत और विवर्ण हो चुका है! गङ्गा के मौलिक जल से इतर […]

प्रणाम का महत्त्व

March 2, 2021 0

तब –श्रीकृष्ण ने द्रौपदी से कहा अभी मेरे साथ चलो – श्रीकृष्ण द्रौपदी को लेकर सीधे भीष्म पितामह के शिविर में पहुँच गए – शिविर के बाहर खड़े होकर उन्होंने द्रोपदी से कहा कि – […]

सनातनी/हिन्दू को ध्यान रखने योग्य 12 महत्त्वपूर्ण बातें

February 21, 2021 0

साभार : मुक्त मीडिया – 12 बातें जो हर सनातन धर्म अनुयायी को याद रखनी चाहिए । क्या भगवान राम या भगवान कृष्ण कभी इंग्लैंड के house of lord के सदस्य रहे थे ? नहीं […]

शतरुद्रिय पाठ की महिमा

February 15, 2021 0

सङ्कलित : शतरुद्रिय रुद्राष्टाध्यायीका मुख्य भाग है। शतरुद्रियका माहात्म्य रुद्राष्टाध्यायीका ही माहात्म्य है। मुख्यरूपसे रुद्राष्टाध्यायीका पञ्चम अध्याय शतरुद्रिय कहलाता है। इसमें भगवान् रुद्रके शताधिक नामोंद्वारा उन्हें नमस्कार किया गया है। ‘शतं रुद्रा देवता अस्येति शतरुद्रीयमुच्यते […]

संतान की लम्बी उम्र के लिए माताओं ने रखा सकट व्रत

January 31, 2021 0

● मनकामेश्वर मन्दिर में बेटियो के लिए किया गया पूजन लखनऊ। माघ कृष्ण पक्ष चतुर्थी को होने वाला गणेश चतुर्थी सकट व्रत का बहुत महत्व है। जहां एक ओर पूरे शहर में माताओं ने पुत्रों […]

शङ्ख का महत्त्व और लाभ

December 12, 2020 0

साभार, सोशल मीडिया (स्रोत अज्ञात) : हिन्दू धर्म में प्रत्येक मांगलिक कार्य के अवसर पर शंख बजाना अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है। साथ ही इसके अनेक वैज्ञानिक लाभ भी हैं, जो शंख बजाने […]

जड़बद्ध आचरणजगत् का दर्शन

December 7, 2020 0

———0 चिन्तन के आयाम 0 ——- —- आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय यह विडम्बना ही है कि अद्वैतवादी सिद्धान्त और अभेदमूलक विचार की जन्मभूमि में ही आरम्भ से भेदमूलक समाज रहा है। यहाँ सिद्धान्त और व्यवहार […]

लघुत्व (लघुता) से ‘प्रभुत्व’ (प्रभुता) की ओर बढ़ें!

November 20, 2020 0

● चिन्तन-अनुचिन्तन के आयाम ● — आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय किसी भी विषय में किसी के साथ ‘लिपिर-लिपिर’ नहीं की जाती है। सहजतापूर्वक जब तक पारस्परिक सहमति बनी रहे तब तक एक-दूसरे के साथ ईमानदारी […]

‘आनन्द’ क्या है?

August 24, 2020 0

— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हृदय में जब न ‘हर्ष’ हो और न ही ‘विषाद’ तब की स्थिति ‘आनन्द’ है। ऐसी मनोदशा ‘स्थितिप्रज्ञ’ की कोटि के अन्तर्गत रेखांकित होती है। एक वास्तविक संन्यासी (कदाचित् यत्र-तत्र […]

चिन्तन-अनुचिन्तन

May 20, 2020 0

— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मनसा-वाचा-कर्मणा सुदृढ़ मानसवाला मनुष्य हर किसी को रास नहीं आता; क्योंकि वह प्रत्येक सत्य को ‘सत्य’ के साथ निर्लिप्त भाव के साथ कहता है; उसके कथन और कर्म में कोई […]

Manusmriti : It is your choice that what you adopt?

May 13, 2020 0

Raghavendra Kumar Tripathi ‘Raghav’– Scholars Of Hinduism point to the inconsistencies and have questioned the authenticity of verses, and the extent to which verses were changed, inserted or interpolated into the original, at a later […]

परशुराम जयंती विशेष : शस्त्र विद्या के महान गुरु भगवान परशुराम

April 24, 2020 0

पितामह भृगु द्वारा सम्पन्न नामकरण संस्कार के अंतर्गत राम जमदाग्नि का पुत्र होने के कारण जामदग्न्य और शिव द्वारा प्रदत्त परशु धारण किये रहने के कारण वे परशुराम नाम से प्रसिद्ध हुए। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा […]

कोरोना के कारण नमस्ते-नमस्ते, नमस्ते इण्डिया !

March 14, 2020 0

महेन्द्र नाथ महर्षि (से.नि. वरिष्ठ अधिकारी दूरदर्शन)- कभी नहीं सोचा होगा कि बुराई की भी ‘धूम’ मच सकती है। कभी उम्मीद की है कि एक रोगाणु आएगा और संगीत का अंतरराष्ट्रीय विषय बन कर विभिन्न […]

अनन्यतम तीर्थराज प्रयाग की जय हो!

January 14, 2020 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘प्रयाग’ शब्द की निष्पत्ति ‘यज्’ धातु से होती है; ‘प्र’ उपसर्ग प्रकृष्ट, श्रेष्ठ, उत्कृष्ट का बोधक है, जबकि ‘याग’ शब्द ‘यज्ञवाची’ है। अनुपम तीर्थस्थान प्रयाग के पक्ष में हमारे सनातन पौराणिक ग्रन्थ […]

आओ ! वेदान्त दर्शन के महाप्राण ‘स्वामी विवेकानन्द जयन्ती’ पर उनकी शिक्षाओं से कुछ ग्रहण करें

January 12, 2020 0

आधुनिक हिन्दू चेतना के युगसृष्टा, महात्मा, वेदान्त दर्शन के महाप्राण, धर्म विज्ञानी, भारतीय ज्ञान की प्रतिमूर्ति, अजस्र प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानन्द की जन्मतिथि (राष्ट्रीय युवा दिवस) पर देवतुल्य श्री चरणों में कोटिशः प्रणाम । स्वामी […]

महाभारत की कथा सुनकर भावुक हुए भक्त

October 22, 2019 0

रामू बाजपेयी– मुड़रामऊ (हरदोई)- हरदोई जिले के मुड़रामऊ गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिवस कथा व्यास सन्तोष कुमार मिश्रा ने महाभारत का प्रसंग सुनाया । जिसे सुनकर वहाँ पर मौजूद भक्त आनन्द […]

धूमधाम से मनाया गया करवाचौथ का त्योहार, चांद देखकर महिलाओं ने पूर्ण किया व्रत

October 17, 2019 0

अंकित सक्सेना बदायूँ महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा और पूरे दिन अपने पति की लंबी आयु के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। शहर में लगभग 8:45 बजे चांद निकल आया था जिसके बाद […]

०समय-सापेक्ष चिन्तन० तब ‘रावण’ का भी ‘विकल्प’ पूछा जाता था

September 30, 2019 0

रावण का अर्थ है, ‘जो सम्पूर्ण लोक को रुला दे’, जो आज भी प्रासंगिक है। आज का रावण सम्पूर्ण भारतवासियों को रुला रहा है और हमारी आहें उसकी ‘अहम्मन्यता के घड़े’ में भरती जा रही […]

नवरात्रि का अध्यात्मिक महत्व

September 29, 2019 0

समीक्षक, नवरात्रि का पर्व हर वर्ष नौ दिन तक मनाया जाता है। इन नो रातों में शक्ति या देवी की विशेष पूजा की जाती है। दसवें दिन विजयादशमी मनाई जाती है। नवरात्रि वर्ष में चार […]

जीवन का असली धर्मशास्त्र है यथार्थगीता :- परमहंस स्वामी श्री अड़गड़ानंद जी महाराज

September 9, 2019 0

भवानीमंडी:- यथार्थ गीता के प्रणेता स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज ने कहा है कि भगवान का भजन किये बिना मनुष्य का कल्याण नहीं होने वाला। भजन किसी एक शब्द के रूप में भी हो सकता है। […]

गणेश के स्वरूप में छिपा मनुष्य जीवन का रहस्य (गणेशावतार की कथा)

August 29, 2019 0

संदर्भ:- गणेश-चतुर्थी, 2 सितम्बर शिवपुराण के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को हम प्रतिवर्ष गणेश जी का जन्म दिन ,गणेश चतुर्थी के रूप में मनाते हैं। गणेश पुराण के अनुसार गणेशावतार का अर्थ […]

पौराणिक और ऐतिहासिक दृष्टि में रक्षा बंधन : महेन्द्र नाथ महर्षि

August 15, 2019 0

रक्षा बंधन-१५ अगस्त,२०१९ सभी बहनों को धन्यवाद ! इस पर्व के दो मुख्य पक्ष हैं। एक पौराणिक और दूसरा ऐतिहासिक। पौराणिक में पहला कृष्ण का युधिष्ठिर को दिया वह संदेश जिसमें उन्हें प्रजापालक होने के […]

70 साल पुराने मन्दिर में है ये खास बात

August 12, 2019 0

सेठ के लड़के की बचाई थी फांसी । प्रत्येक दिन बदलता है शिवलिंग का आकार । रामू बाजपेयी- हरदोई जिले के बावन ब्लाक में स्थित संकटहरण शिव मंदिर अपने आप मे एक खास महत्व रखता […]

तुलसीदास एक महान् जीवनद्रष्टा थे : डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

August 7, 2019 0

गोस्वामी तुलसीदास-जन्मतिथि-समारोह सम्पन्न । “गोस्वामी तुलसीदास ने मध्ययुगीन भारत की सम्पूर्ण चेतना को काव्यमय वाणी दी है। तुलसी से पूर्ववर्ती दार्शनिक विचारधाराओं और सम्प्रदायों के परस्पर विरोध का कारण मात्र सैद्धान्तिक नहीं था, अपितु वास्तविकता […]

सतगुरु ज्ञान का दीप जलाए

July 15, 2019 0

राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित”, प्रधान संपादक, समाचार संगम भीड़ लगी है। लोग संत के भेष बनाकर जनता को ठग रहे हैं। नकली गुरु आये दिन पकड़ में आ रहे गया। उनका पर्दाफाश हो रहा है। इसलिए […]

योग का वास्तविक अर्थ

June 20, 2019 0

राजेश कुमार शर्मा ‘पुरोहित’ योगाचार्य व कवि/साहित्यकार श्रोतादि इन्द्रियों को रूप, रस, शब्दादि विषयों से समेटकर मन को प्रकृति से परे परम तत्व परमात्मा की ओर प्रेरित करना प्राणायाम है। वृति का एकाकार होना ही […]

राम से बड़ा है राम का ना : अनूप ठाकुर महाराज

June 7, 2019 0

रामू बाजपेयी- असलापुर(हरदोई)-लोनार थाना क्षेत्र के ग्राम असलापुर में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ 1 जून को हुआ तथा 9 जून तक चलेगी। कथा के सप्तम दिवस पर कथा व्यास अनूप ठाकुर […]

झूठ का आचरण व्यक्ति को पतित कर पाप की ओर ले जाता है : अनिल शास्त्री

May 24, 2019 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ ठकुरीखेड़ा नयागांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक पूज्य आचार्य श्रद्धेय अनिल शास्त्री जी ने महाभारत के उत्तरार्ध में वर्णित राजा परीक्षित को दिए गए शाप से सम्बन्धित पाप […]

“अथ से इति” के मर्म को धारण करें

May 19, 2019 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मुझे आप समस्त अध्यवसायी शिष्या-शिष्यवृन्द और प्रबुद्ध मित्रमण्डल पर गर्व है, जिनमें प्रबल जिजीविषा (जीने की इच्छा) है और जिगीषा (जीतने की इच्छा) भी। आप अपनी इस विजयिनी शक्ति को कहीं से […]

‘रावण’-जैसा ‘शिवभक्त’ आज तक नहीं!

May 18, 2019 0

— डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘रावण’-जैसा प्रकाण्ड पण्डित और शिवभक्त कौन था, जो शिव को प्रसन्न कर ‘अमरत्व’ की प्राप्ति करना चाहता था? शिव (आशुतोष) को प्रसन्न करने के लिए वह अपनी ग्रीवा (गरदन) काटकर उनके […]

भगवान परशुराम जयंती पर विशेष : भगवान परशुराम की वन्दना

May 7, 2019 0

ॐ जय ऋषिवर परशुराम, जय ऋषिवर परशुराम। विप्र जाति के रक्षक, सबके लीला धाम।।ॐ जय…. जमदाग्नि नन्दन हो, जग के पालनहार। रेणुका से जन्में, किया शत्रु संहार।।ॐ जय….. महादेव की भक्ति में, सब अर्पण किया। […]

बाधाओं से लड़िए और इन्हें छिन्न-भिन्न करिए

April 27, 2019 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ सद्कर्म की राह बड़ी ही कठिन है । मानवता के मार्ग में अनेक कंटीली झाड़ियाँ हैं । सत्य-मार्ग पर जब आप चलेंगे तो कंटक रूपी बाधाओं से दो चार होना ही […]

वैदिक विज्ञान में पृथ्वी की महत्ता

April 22, 2019 0

द्यौर्मे पिता जनिता नाभिरत्र बन्धुर्मे माता पृथिवी महीयम्। (ऋग्वेद1:164/33) और माता भूमिः पुत्रो अहं पृथिव्याः (अथर्ववेद 12:1:12) ऊपर लिखे दोनों ही मंत्र पृथ्वी की वैदिक विज्ञान में महत्ता को निरूपित करते हैं । हमारे पास […]

नकारात्मक विचारों से जूझता मन

April 6, 2019 0

अभिषेक कांत पाण्डेय (लेखक/पत्रकार, मध्यप्रदेश) सकारात्मक सोच जीवन में रंग भरता है, वहीं नकारात्मक सोच जीवन में निराशा उत्पन्न करता है। क्या आपने कभी सोचा कि मन में सबसे अधिक नकारात्मक सोच क्यों आता है। […]

यज्ञ की अग्नि ऊर्ध्वगामी होती है, जिसे देखने मात्र से ही होता है मनुष्य का उत्थान

March 4, 2019 0

हरदोई- हरियावां ब्लाक के पिलवानखेड़ा में महाशिवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर यज्ञ के साथ यज्ञशाला का शुभारंभ किया गया। वेद मंत्रों से आहुतियां डालने के बाद डा0 राजेश मिश्र ने कहा कि यज्ञ की […]

महाशिवरात्रि का महापर्व कल

March 3, 2019 0

रामू बाजपेयी पाली (हरदोई)- भगवान भोले नाथ का महापर्व महाशिवरात्रि का त्यौहार पूरे देश मे बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है।महाशिवरात्रि हिन्दुओं विशेषकर शैव भक्तगणों का एक प्रमुख त्यौहार है । यह भगवान शिव […]

यज्ञ सर्वश्रेष्ठ कर्म : राजेश

February 24, 2019 0

हरदोई- मल्लावाँ ब्लॉक के नयागाँव में रविवार को हुई “यज्ञ कार्यशाला” में नेचुरोपैथ डॉ० राजेश मिश्र ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि जब कोई वस्तु जलती है तो वह सूक्ष्म परमाणुओं में परिवर्तित […]

नई खुशी, उल्लास, उमंग और नई ऊर्जा लेकर आपके द्वार आई है बसन्त पंचमी

February 9, 2019 0

राजेश कुमार शर्मा “पुरोहित”- ऋतुराज बसन्त का शुभ आगमन हो गया। मौसम खुशगवार हो गया। खेतों में इन दिनों पीली पीली सरसौं लहलहा रही है। पेड़ पौधों में फिर से नई कलियाँ खिल उठी है। […]

आधुनिक वेदान्त के विख्यात आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद

January 12, 2019 0

संदर्भ:- 12 जनवरी (विवेकानंद जयंती) राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित” कवि, साहित्यकार वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानन्द जी के बचपन का नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। सब उन्हें नरेन्द्र के नाम से पुकारते […]

गुरु नानक जयंती विशेष : ईश्वर एक है

November 22, 2018 0

राजेश कुमार शर्मा ‘पुरोहित’ सिखों के प्रथम गुरु थे गुरु नानक देव। इन्हें बाबा नानक और नानकशाह नामों से भी सुमिरण किया जाता है।लद्दाख व तिब्बत में इन्हें नानक लामा भी कहा जाता है। गुरु […]

लघुत्व (लघुता) से ‘प्रभुत्व’ (प्रभुता) की ओर बढ़ें!

November 20, 2018 0

 डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय किसी भी विषय में किसी के साथ ‘लिपिर-लिपिर’ नहीं की जाती है। सहजतापूर्वक जब तक पारस्परिक सहमति बनी रहे तब तक एक-दूसरे के साथ ईमानदारी और निष्ठापूर्वक चलते रहना चाहिए; विपरीत स्थिति […]

धूमधाम से मनाई गई देवोत्थान एकादशी  

November 19, 2018 0

             हरदोई- सोमवार को देवोत्थान एकादशी जिले में धूमधाम से मनाई गई। लोगों ने छोटी दीपावली के पर्व के रूप में भी इसे मनाया। गन्नों की खरीद की गई। मान्यता […]

एक परमात्मा का सुमिरन करने वाला शुद्ध धार्मिक है :- स्वामी निर्मलानंद महाराज

November 17, 2018 0

भवानीमंडी:- यथार्थ गीता प्रेमी भक्त मण्डल भवानीमंडी के तत्वाधान में परमहंस स्वामी परम पूज्य श्री अड़गड़ानंद जी महाराज के कृपापात्र स्वामी श्री निर्मलानन्द जी महाराज के भव्य सत्संग एवम प्रवचन का आयोजन जैन बोर्डिंग धर्मशाला […]

विभिन्न वेदी-पूजन के बाद यज्ञ में डालीं गईं आहुतियां

November 11, 2018 0

मुख्य वक्ता श्यामवीर सिंह ने श्रीराम कथा का रसपान कराया श्रद्धालुओं ने सपत्नीक यज्ञ-वेदियों का किया पूजन पिहानी। बखरिया में आयोजित 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन वैदिक-मंत्रोंच्चारण के साथ वेदी और देव-पूजन सम्पन्न […]

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