समय का समादर करना सीखेँ

May 12, 2025 0

समय सबको समान रूप से देखता आ रहा है। वह सबकी समस्त नकारात्मक-सकारात्मक गतिविधियोँ का एकमात्र साक्षी रहा है। वह प्रत्येक मनुष्य का मूल्यांकन उसके कर्मो के आधार पर करता आ रहा है। समय कभी […]

अम्मा के फोन का इंतजार

May 11, 2025 0

आज से करीब 35 वर्ष पहले सबसे छोटे चाचा की शादी के लिए के लिए एक बेहद धार्मिक व्यक्ति आये थे। हालांकि किन्हीं कारणों से वह संबंध तो नहीं हो पाया लेकिन उनके द्वारा दिये […]

आ रहा है फिर से मौसम आम का

May 3, 2025 0

“हो रहा है ज़िक्र पैहम आम काआ रहा है फिर से मौसम आम का” ईश्वर ने हमें जो तमाम नेमते दी हैं, उनमें से आम मेरे लिए सबसे मनभावन, स्वादिष्ट और लजीज है। दिल्ली जैसे […]

शब्दशक्ति की विडम्बना

April 30, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• मनुष्य ‘मनुष्यता’ की बात तो करता है; किन्तु अपने भीतर की शुष्क मानवीय संवेदना पर दृष्टिपात करने मे क्षम (‘सक्षम’ अशुद्ध है।) नहीँ रहता। यही कारण है कि उसके उपदेश […]

आइए! लखनऊ के ‘लूट माल’ बनाम ‘लुल्लू माल’ की अस्लीयत परखेँ

April 24, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• गत रविवार को पत्नीसहित बेटियाँ लखनऊ आयीँ। तीनो की ज़िद थी, ‘लुल्लू माल’ घूमने की। पत्नी ‘इमामबाड़ा’ की रट लगा रखी थीँ। मैने सोचा– भावना का सम्मान करना चाहिए और […]

मिथ्या वचनबद्धता, जो चुभती है

April 20, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• अकस्मात् फ़ोन की घण्टी बजी। मैने पूछा, “आप कौन हैँ?”परिचय प्राप्त हुआ, फिर उनका स्वर उभरा,”आपका दर्शन करना चाहता हूँ।” मेरा उत्तर था, “दर्शन तो देवी-देवता का किया जाता है; […]

आप संसार को जीत सकते हैँ

April 18, 2025 0

आपमे यदि प्रतिभा, योग्यता, पात्रता, प्रतिबद्धता, संसार को जीतने की इच्छा (जिगीषा) और सामर्थ्य हो तो आप कभी परमुखापेक्षी (पराश्रित/परजीवी/परावलम्बी नहीँ हो सकते।आपका परम धर्म है, ‘केवल कर्म करते रहना’। आपकी धारणा होनी चाहिए– अभिलषित/अभीप्सित […]

आम तो आम, गुठली बताये पिया का मुकाम

April 12, 2025 0

आम तो आम, गुठली बताये पिय का मुकाम! हमारे यहां बैसवारा में बसंत पंचमी के दिन धोबिन एक थाल में आम के बौर (मंजर) , सिंदूर और साथ ही शिव पार्वती और गणेश की मूर्ति […]

राहुल सांकृत्यायन ने योँ ही नहीँ कहा था :– भागो नहीँ, दुनिया को बदलो

April 9, 2025 0

राहुल सांकृत्यायन के जन्म-दिनांक ९ अप्रैल पर विशेष प्रस्तुति••••••••••••••••••••••••••••••••••••• विश्व के महानुभवी राहुल सांकृत्यायन के जन्मदिनांक ९ अप्रैल की पूर्व-संध्या मे ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से एक राष्ट्रस्तरीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन ‘सारस्वत सदन’, […]

बहरों को सुनाने के लिए ये धमाका ज़रूरी था

April 8, 2025 0

8 अप्रैल विशेष: शाश्वत तिवारी– 8 अप्रैल 1929 की वह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ थी। भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने न केवल अंग्रेजी सत्ता को चुनौती दी, बल्कि […]

तुलसीदास के राम

April 7, 2025 0

शाश्वत तिवारी– जब-जब जगत को दुःख, अधर्म और अराजकता ने घेरा, तब-तब राम ने अवतार लिया। तुलसीदास ने जब ‘रामचरितमानस’ की रचना की, तब भारत सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक रूप से गहरे संकट में था। […]

गोले लगाकर उत्तर देने से बृहद् अध्ययनशीलता समाप्ति की ओर– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

April 6, 2025 0

व्याकरणवेत्ता एवं भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने हाल ही मे उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग, प्रयागराज की ओर से सहायक अध्यापक-पद पर चयन किये जाने की परीक्षा-प्रक्रिया के अन्तर्गत ‘स्क्रीन टेस्ट’ मे दीर्घ उत्तरीय प्रश्नो को […]

चर्चा-परिचर्चा के केन्द्र मे ‘पसमांदा’

April 6, 2025 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला••••••••••••••••••••••••••••••••••••• वास्तव मे, इस शब्द की शुद्ध वर्तनी है, ‘पसमान्द:’, जो ‘पसमान्दा’ नाम से प्रचलित है। यह फ़ारसी-भाषा का शब्द है, जो शब्दभेद के विचार से विशेषण-शब्द है। इसका शाब्दिक […]

पति भी कभी शेर था

April 2, 2025 0

गुप्ता जी ग्वालियर वाले!! हमारे मित्र गुप्ता जी बहुत ही समझदार और कोमल प्रकृति के व्यक्ति हैं। वह किसी भी कार्य मे महिला-पुरुष का भेदभाव नहीं करते हैं। इसलिए गुप्ताजी सर्दियों के मौसम में लहसुन, […]

दारूबाज हैं तो इंसान ही

March 15, 2025 0

दारू बैसवारा में बड़ी बदनाम रही है!! हमारे यहां चाहे किसी व्यक्ति में दसियों गुण हों, लेकिन अगर वह दारू पीता हो तो सारे गुण गोबर हो जाएंगे। उसे सिरे से यह कहकर खारिज कर […]

होली आयी रे कन्हाई

March 12, 2025 0

“होली आयी रे कन्हाई,रंग छलके,सुना दे ज़रा बांसुरी।” कहने को तो होली फागुन मास की पुन्नवासी (पूर्णिमा) को मनाई जाती है लेकिन इसके रंग प्रकृति में, माहौल में और तन मन में महीनों पहले से […]

होली और गीत : जोगी जी धीरे-धीरे

March 9, 2025 0

होली पर फिल्माये गए किसी भी गीत का मूल भाव है- मस्ती, धमाल, शोखी, शरारत, प्यार, मनुहार, इनकार और इकरार।होली आने वाली है तो आज होली पर फिल्माए गए तमाम बॉलीवुड गीत देख रहा था। […]

फागुन और होली

March 8, 2025 0

फागुन का अर्थ है मस्ती, मदहोशी, मनुहार और होली का अर्थ है अपने तमाम तनावों, चिंताओं और परेशानियों को एक कोने पर रख कर फाग, भांग और रंगों के सुरूर में डूब जाना। शायद इसीलिए […]

अमरनाथ गुप्ता, जिसे यह नहीँ बोध– ‘गुरु जी’ शुद्ध है वा ‘गुरूजी’; क़िस्सा ‘बताया’ जाता है वा ‘सुनाया’ जाता है?

March 2, 2025 0

◆ हमारे लेखन के अन्तर्गत पंचमाक्षर मे अनुस्वार का व्यवहार नहीँ है; क्योँकि पंचमाक्षर अनुस्वारयुक्त होता है। उसके तद्भव वा देशज रूप मे आवश्यकतानुसार ध्वनिप्रभाव को न्यून और अधिक करने के लिए अनुनासिक का व्यवहार […]

आठवेँ और अन्तिम अष्टनायक तीर्थराज प्रयाग की अनिर्वचनीय गौरवगाथा

February 27, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक कथा है, जिसके आधार पर तीर्थराजप्रयाग को तीर्थोँ मे शीर्ष स्थान दिया गया है। वह कथा इसप्रकार है :–एक बार की बात है। ब्रह्मा ने सोचा कि पृथ्वीलोक मे […]

‘हिन्दीभाषा’ की समझ तो नहीँ, अब ‘अँगरेज़’ भी बन गया है, देखेँ और समझेँ

February 23, 2025 0

‘धन्धेबाज़ यूट्यूबर अमरनाथ सर’ उर्फ़ अमरनाथ गुप्ता विद्यार्थियोँ के लिए अत्यन्त घातक सिद्ध होता हुआ!– बारह ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• यहाँ यूट्यूबर अमरनाथ गुप्ता के वीडियो के दो स्थिर चित्र हैँ :– पहला, अँगरेज़ी-भाषा […]

बेहतर चेहरा चुनने की कला में माहिर है संघ

February 22, 2025 0

शाश्वत तिवारी— कुछ लोग तर्क देते नज़र आ जाएंगे कि ऐसा इसलिए किया जाता है कि ताकि जाने पहचाने चेहरे ज्यादा ताकतवर न बन जाएं, जिससे पार्टी में ऊपर बैठे लोगों को खतरा हो जाए। […]

मातृभाषा का अपना आनन्द है

February 21, 2025 0

लड़कों की शादी पूरब में और लड़कियों की शादी पश्चिम में करने की हमारी सदियों पुरानी परंपरा रही है। अतः बैसवारा में बैस लड़कों की शादियां ज्यादातर पूरब यानि प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, जौनपुर के सोमवंशी, कनपुरिया, […]

भाषायी विद्वेष का कारण मानसिक विकृति

February 21, 2025 0

डॉ० सुधान्शु बाजपेयी– हिंदी और उर्दू दो नहीं एक ही भाषा थी लेकिन हिंदी को हिंदुओं की भाषा और उर्दू को मुसलमानों की भाषा इतनी बार और इतने तरीकों से बताया गया कि इतना बड़ा […]

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को देख मँडराने लगे गिद्ध

February 18, 2025 0

मुझे नहीं पता कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में भगदड़ किन परिस्थितियों में हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है? लेकिन कुछ प्रश्न मेरे दिमाग में कौंध रहे हैं- रेल प्रशासन को, जिम्मेदार लोगों को […]

कार्बाइड डालकर पकाया हुआ लव

February 13, 2025 0

आजकल के नौजवानों को प्यार बहुत जोर से आता है। रोज डे, प्रोपोज़ डे, किस डे, हग डे से होता हुआ आधुनिक लव कुछ ही दिनों में ओयो रूम तक जा पहुँचता है। हालांकि कार्बाइड […]

बड़बड़िया’ मास्टर अमरनाथ गुप्ता को ‘शब्दभेद’ और ‘मात्राज्ञान’ की बिलकुल समझ नहीँ

February 9, 2025 0

अँगरेज़ी मे दो शब्द हैँ :– ‘डिस्गाइज़्ड’ और ‘एक्सटोलिंग वॉइस’। इनको कुछ छद्म यूट्यूबरोँ ने पहन-ओढ़कर बहुरूपिया एवं गिरगिटिया बना लिया है। उन्हीँ मे से प्रमुख है, ख़ुद को ‘सर’ कहनेवाला ‘अमरनाथ सर’ उर्फ़ ‘अमरनाथ […]

जो भजते तक़दीर को, पाते कहीँ न ठौर

February 8, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–नृप निरीह निकृष्ट नटी, नागर नयना नार।नलिन नागरक नागरी, नाशक नारक क्षार।।दो–मुकुर मुकुल मन-मन्त्रणा,काकुल कंक कुलीन।चारु चित्त चातुर चरित, दंशदायिनी दीन।।तीन–मनका मन मनका मती, मन मनका मतभेद।मनोयोग मरघट मरण, मन-मानस […]

ख़ुद को ‘अवधी’ का जानकार कहनेवाला यूट्यूबर अमरनाथ गुप्ता विद्यार्थियोँ को ग़लत बताता है

February 7, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• इस धूर्त्त को अच्छी तरह से पहचानिए, जो स्वयं को हिन्दीभाषा/सामान्य हिन्दी का ‘सर’ कहता है; परन्तु इसका हिन्दीबोध नितान्त निचले स्तर का है। यह यूट्यूब पर अपनी कक्षा चलाता […]

पामर-लम्पट यूट्यूबर ‘अमरनाथ ‘सर’ (अमरनाथ गुप्ता) का भाषाज्ञान– दो

February 6, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ऐसे बहुत सारे लोग हैँ, जो वीडियो बनाकर प्रतियोगी विद्यार्थियोँ के लिए हिन्दी-शिक्षण करने का धन्धा शुरू कर चुके हैँ। कुछ ऐसे भी हैँ, जो पहले किसी थोक के भाववाले […]

सामान्य हिन्दी की यूट्यूबरी करनेवाले मास्टर साहिब ‘अमर नाथ सर’ का भाषा-ज्ञान शीघ्र सार्वजनिक होगा

February 2, 2025 0

ये साहिब एक यूट्यूबर हैँ और सार्वजनिक रूप से हिन्दीभाषा और व्याकरण की घुट्टी अपने ही अन्दाज़ मे पिलाते आ रहे हैँ। ये ‘सर’ हैँ। वैसे तो ये विद्यार्थियोँ के बीच ‘अमर नाथ सर’ के […]

योगी आदित्यनाथ : एक वास्तविक नेता

February 1, 2025 0

शाश्वत तिवारी– बहुत से लोग सोचते हैं कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री भगवा पोशाक पहनते हैं, इसलिए  एक “सन्यासी” हैं, लेकिन उनके बारे में जो तथ्य सामने आए हैं वो चौंकाने वाले ओर प्रेरणादाई हैं। सबको […]

भारत की तस्वीर : बाबा और पोते का जीवन्त प्रेम

January 29, 2025 0

हम लोग जिस पीढ़ी के हैं उसमें पिता के सामने तमाम मजबूरियां रहती थी । वह चाहते हुए भी अपने बेटे को सबके सामने दुलार नहीं सकता था, प्यार नहीं कर सकता था। पूरे परिवार, […]

सनातन ‘प्रकृति’ है और धर्म ‘चरित्र’

January 20, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक बार अधर्म ने धर्म से कहा, “धर्म भाई! मृत्युलोक मे ऐसा एक भी व्यक्ति नहीँ दिखता, जो तुम्हारे तात्त्विक रहस्य को जान सके; इसका कारण क्या है?” धर्म ने […]

‘रिपब्लिक भारत’ की ‘शर्मनाक’ एवं ‘घटिया’ पत्रकारिता का शानदार उदाहरण!

January 20, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आप नीचे दिये गये सारे पोस्टरोँ मे दिखाये गये समाचार-शीर्षकोँ को अच्छी तरह से पढ़ते जाइए। ये ‘रिपब्लिक भारत’ की बेहद निर्लज्ज, निकृष्ट एवं निन्दनीय पत्रकारिता की एक बानगी है। […]

डॉ० अशोक स्वामी जी का उदारमना कर्त्तृत्व

January 13, 2025 0

देश के प्रख्यात टी० जी० टी०-पी० जी० टी०-सहायक प्राध्यापक हिन्दीशिक्षाविद्, ‘हिन्दी-संसार’, प्रयागराज नामक शिक्षण-संस्थान के निदेशक एवं परमप्रिय शिष्य डॉ० अशोक स्वामी जी आज (१२ जनवरी) हमारे ‘सारस्वत सदन’ मे आये थे। हमने लगभग एक […]

बेटियोँ को क्रय-विक्रय की ‘वस्तु’ मत समझो

January 12, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• धिक्कार है, उन माँ-बाप को, जो अपनी बेटियोँ को ‘वस्तु’ समझकर तथाकथित साधुओँ को दान करते आ रहे हैँ। नीचे चित्र मे दिख रही बालिका आगरा की है, जिसका नाम […]

‘महाकुम्भ’ के लिए घिनौनी प्रकार की ‘सरकारी’ पत्रकारिता विकसित की गयी

January 10, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• देश को स्वतन्त्रता प्राप्त होने के पश्चात् ‘मीडिया-जगत्’ मे ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी राजनैतिक दल की सरकार ने अपनी ओर से यह मार्गदर्शिका निर्धारित कर दी […]

‘कृतघ्न’ लोग कब सुधरेँगे?

January 3, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• (यह ललकारभरा खुला संदेश उन सबके लिए है, जो सर्वथा व्यावहारिक ‘जनवरी से दिसम्बर-माह’ को भारतीय संदर्भ मे स्वेच्छा से अपनाते आ रहे हैँ और अपना मूल चरित्र भी प्रकट […]

हम ‘अभिनव’ वर्ष के अवसर पर आप सबके प्रति शुभकामना करते हैँ

January 1, 2025 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय (वैयाकरण एवं भाषाविज्ञानी) हम यहाँ आप सबको ‘अभिनव’ शब्द के अर्थ और उसके प्रयोग के औचित्य को उत्पत्ति-सहित समझायेँगे। इसके अतिरिक्त नव, नया, नवल, नवीन, नूतन इत्यादिक शब्दोँ पर भी […]

आइए! आत्म परीक्षण कर, चेतना जाग्रत् करेँ

December 31, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आज वह क्षण है, जो हमे बाध्य कर रहा है, अपने भीतर के सत्य और मिथ्या के साथ संवाद करने के लिए; क्योँकि वर्ष का वर्तमान ‘अतीत’ होनेवाला है; इतिहास […]

दमदार अर्थशास्त्री का अवसान

December 28, 2024 0

स्वर्गीय मनमोहन सिंह के बारे में विचार करने से एक ऐसे व्यक्ति की छवि उभरती है जो टिपिकल मध्यमवर्गीय परिवार का मुखिया है, फैमिली मैन है। जो अपने काम से काम रखता है और अपने […]

अंग्रेजी वाला न्यू ईयर और कॉकटेल पार्टी

December 26, 2024 0

अंग्रेजी वाला न्यू ईयर नजदीक आते ही दारू की याद आती है और दारू से याद आता है कि हमारे गांव-घर और समाज में ‘दारू’ की और ‘दारु पीने वाले’ ; दोनों की कभी स्याला […]

वर्ष 2022 के ‘भारतेन्दु हरिश्चंद्र’ पुरस्कार के लिए कमल किशोर दुबे चयनित

December 23, 2024 0

पश्चिम मध्य रेल भोपाल में जन सम्पर्क अधिकारी एवं पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय जबलपुर में वरिष्ठ जन सम्पर्क अधिकारी रहे वरिष्ठ कवि, लेखक ,साहित्यकार श्री कमल किशोर दुबे को उनकी कृति “चाणक्य नीति दोहावली” के […]

एयरफोर्स की नौकरी और विवाह

December 20, 2024 0

अपवाद को छोड़ दे तो एयरफोर्स में वायु सैनिक के रूप में चयनित होने वाले अधिकतर वह लड़के हैं जो ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं, पढ़ने-लिखने में ठीक हैं । परंतु उनकी आर्थिक स्थिति उतनी ठीक […]

पाकिस्तान से युद्ध और बांग्लादेश के जन्म से देश को क्या मिला?

December 16, 2024 0

आज विजय दिवस है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के ग्रैंड अंकल जनरल नियाज़ी को लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा साहब के सामने ढाका के रेस कोर्स ग्राउंड में आत्मसमर्पण दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते […]

Finding Peace in Life: The Quest for Inner Calm

December 15, 2024 0

Peeyush Kumar, Balamau (Manager, Bank of Baroda) In today’s fast-paced world, the quest for peace has become more important than ever before. Amidst the chaos of daily responsibilities, constant connectivity, and information overload, finding a […]

जड़बुद्धि गोँडानिवासी, गणित-अध्यापक ‘घनश्याम अवस्थी’! सुनो

December 11, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक जाहिल है; गोँडा का रहनेवाला बताया जाता है, जिसका नाम ‘घनश्याम अवस्थी’ है। वह गोँडा के किसी शिक्षालय मे गणित का अध्यापक है। मेरे घर भी आ चुका है। […]

पत्नी और उसके मायकेवालोँ ने कुचक्र रचकर पति को मार डाला!..?

December 11, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• पत्नी और उसके मायकेवालोँ ने दहेज-क़ानून का दुरुपयोग किया। नौ प्रकार के आरोप लगाये गये थे। क़ानूनरक्षिका भी अधिकार का दुरुपयोग करती रही। उस भ्रष्ट-बेईमान-रिश्वतख़ोर महिला न्यायाधीश के विरुद्ध कठोर […]

‘मनुष्यता’ से बढ़कर कोई धर्म नहीँ

December 8, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आज भारत मे जिस तरह से धर्म का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, उससे यही प्रतीत होता है, मानो धर्म-जैसा घृणित और अश्लील शब्द कोई हो ही न। इसका मुख्य […]

मेरी तरह ‘अकेले’ चलिए; पग-पग पर ‘विजयश्री’ क़दम चूमेगी

November 30, 2024 0

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• मै अपनी हर लड़ाई अकेले ही लड़ने के लिए समर्थ हूँ; लड़ भी रहा हूँ। जिन्हेँ विश्वसनीय समझता था, उनमे से लगभग सारे दग़ाबाज़ निकले। वाक्-कौशल का परिचय देते हुए, पीठ […]

लघुता मे ‘प्रभुता’

November 27, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• हमारे देश मे जाने कितने ऐसे लोग हैँ, जो सर्वप्रभुतासम्पन्न एक व्यक्ति के साथ फ़ोटो खिँचवाने वा फिर पुस्तकादिक लोकार्पण कराने वा किसी आयोजन मे निमन्त्रित करने के लिए ”एड़ी-चोटी […]

भारत के नम्बर दो उद्योगपति आडानी पर दो देशोँ की गाज गिरी!..?

November 22, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• इन दिनो वैश्विक क्षितिज पर गौतम आडानी और उनके भाई राजेश आडवानी का बेटा सागर आडानी-सहित कुल छ: लोग चर्चा के केन्द्र मे हैँ, जिन पर संयुक्त राज्य अमेरिका के […]

मै मंच से कह रहा हूँ कि मेरे शिष्य शाश्वत शर्मा को ‘समीक्षा अधिकारी’ बना देँ― रामभद्राचार्य

November 17, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• चित्रकूट (उत्तरप्रदेश) मे स्थित तुलसी-पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने विगत दिवस जयपुर (राजस्थान) मे आयोजित रामकथा विषय पर प्रवचन करने की अवधि मे उत्तरप्रदेशविधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना से आदेशात्मक स्वर मे […]

बैसवारा की कतकी : कार्तिक पूर्णिमा

November 15, 2024 0

करवा हैं करवाली,उनके बरहें दिन दिवाली।उसके तेरहें दिन जेठुआन ,औरफिर चुटिया- पुटिया बांध के चलो गंगा नहाय। मतलब की दीपावली की धूम और फिर जेठुआन के गन्ने की मिठास खत्म होते कतकी (गंगा स्नान) की […]

बालसाहित्य : मेरी रचना और लेखन का प्रथम सोपान

November 14, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• मेरा आरम्भ से स्वभाव रहा है कि जिस क्षेत्र मे जाओ, वहाँ ऐसा कर्म करो कि तुम्हारी स्थापना करने के लिए वहाँ की परिस्थिति विवश और बाध्य हो जाये। दूसरे […]

हिन्दुस्तान, लखनऊ-कार्यालय मे हमने भाषिक विमर्श किया

November 12, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• गत ११ नवम्बर को मै अपने प्रिय सम्पादक सुनील द्विवेदी जी, लखनऊ से मिला और उनके सम्पादकीय विभाग के लिए अपनी भाषिक कृति ‘आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ प्रदान […]

लखनऊ मे सम्मान्य शम्भुनाथ जी के साथ किया गया सारस्वत विमर्श सुखद रहा

November 12, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाध पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• उत्तरप्रदेश मायावती-शासन मे निजी एवं प्रमुख सचिव एवं उत्तरप्रदेश हिन्दी संस्थान मे निदेशक रहे, मेरे सारस्वत मित्र एवं ज्येष्ठ भ्राता-सम समादरणीय ७८ वर्षीय शम्भुनाथ जी को गत ११ नवम्बर को […]

अब कोई सूरज किसी रूपा को छुप-छुप कर नहीं देखता

November 10, 2024 0

छोटा भाई : भैया क्या आपको पता है कि बड़े-बड़े कास्तकार जिनका धान खेत से कटकर घर तक पहुंचने में पहले महीनो लग जाते थे, पूरा कातिक बीत जाता था, अब उनकी पूरी सीर एक […]

कहे तोसे सजना ओ तोहरी सजनिया गाने वाली हुई चिर मौन

November 6, 2024 0

बैसवारा में छठ नहीं मनाई जाती, भोजपुरी और मैथिली भी नहीं बोली जाती। इसलिए भोजपुरी और मैथिली की प्रख्यात लोकगायिका स्वर्गीय शारदा सिन्हा को मैंने बहुत देर से जाना। उनकी जादुई आवाज मैंने पहली बार […]

भोजपुरिया लिक्खाड़ लोगवा! एही क कहल जाला भोजपुरी

November 3, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ए चचिया! तोरा क उठि-बइठि आ सूति-जागि क उठक-बइठक करत परनाम करत बानी। आछा त, तू खाँड़ी-चूकी ना हउ, सोगहगवे बाड़ू। आपना लेखा एगही। तू आपन पूत खइलू; भतार कटलू, […]

चंदा तेरे कितने रूप

October 20, 2024 0

चंद्रमा पूजनीय है क्योंकि हमारे शास्त्रों में चंदा को ब्रह्माजी का मानस पुत्र कहा गया है। चंद्रमा को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त है, इसलिए सुहागिन स्त्रियां कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि […]

कातिक का महीना

October 17, 2024 0

कातिक आने को है !! अब सुबह घास में पड़ने वाली ओस सूरज की पहली किरण पड़ते ही मोतियों सी चमकने लगी है। सुबह -शाम गुलाबी ठंडक पड़ने लगी है । शरद पूर्णिमा का चांद […]

“पाण्डे! तू मेरा ‘ट्यूटर’ बन जा”– डॉ० अब्दुल कलाम

October 15, 2024 0

आज (१५ अक्टूबर) श्रद्धेय भ्राताश्री, पूर्व-राष्ट्रपति अबुल कलाम जी का जन्म-दिनाङ्क है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय डॉ० अब्दुल कलाम प्रेय थे तो श्रेय भी। उन्होँने जब राष्ट्रपति-पद की शपथ ली थी तब अपने ओजस्वी […]

मनसा-वाचा-कर्मणा निराला थे, सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’

October 14, 2024 0

१५ अक्तूबर, १९६१ ई० निराला का निधन-दिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• इलाहाबाद साहित्यकार, कवि-कवयित्रियोँ के लिए विश्रुत रहा है। ऐसे सारस्वत हस्ताक्षर बहुसंख्या मे रहे हैँ, जिनका जन्म कहीँ और हुआ था; किन्तु […]

खट्टा-मीठा शहर : तेजपुर

October 13, 2024 0

असम राज्य का तेजपुर कस्बा वैसे तो बड़ा रमणीक स्थान है। अपने देश में सूरज देवता सबसे पहले इसी क्षेत्र से अपनी यात्रा शुरू करते हैं। तेजपुर में सुबह उठकर हिमालय की तरफ देखिए तो […]

महादेव के प्रतिनिधि : नीलकंठ

October 12, 2024 0

पौराणिक मान्यता है कि विजयदशमी की तिथि को भगवान श्रीराम ने राक्षस रावण का वध किया तो संसार को एक पापात्मा से मुक्ति मिली। लेकिन भगवान श्रीराम के ऊपर ब्रहम हत्या का पाप भी लग […]

नवरात्र और माँ दुर्गा की अनुपम महिमा

October 8, 2024 0

“अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्द नुते।गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते।।भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते।जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥“ आदरणीय बानी कुमार द्वारा सर्जित और पंडित बीरेंद्र कृष्ण भद्र की आध्यात्मिक वाणी और पंकज कुमार मलिक द्वारा […]

अपनी बहन-बेटियोँ के रक्षार्थ माँ-बाप और भाइयोँ को भी हथियार उठाना होगा

October 7, 2024 0

उत्तरप्रदेश मे दरिन्दगी चरम पर! बहनेँ-बेटियाँ सुरक्षित नहीँ। इस सच्चाई को अब हर व्यक्ति जान-समझ चुका है। आयेदिन योगीराज को ललकारते हुए, दरिन्दगी को अंजाम दिया जा रहा है। इसका जीता-जागता उदाहरण ६ अक्तूबर का […]

“केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय मे दिखता, पठन-पाठन के लिए अनुकूल वातावरण”– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

October 6, 2024 0

भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने गत दिवस ‘केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय’ (उ० प्र०), प्रयागराज एवं ‘क्षेत्रीय अभिलेखागार’, प्रयागराज का ‘हिन्दीसमाचार-सेवाप्रभाग, आकाशवाणी, दिल्ली मे सम्पादक अमित राजपूत के साथ शैक्षिक भ्रमण किया। आचार्य ने सर्वप्रथम ‘केन्द्रीय […]

“यह चिता नहीँ, राष्ट्रयज्ञ का ‘हवनकुण्ड’ है”– महात्मा गांधी

October 3, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्राय: देखा गया है कि जीवन मे ‘आकस्मिक’ और ‘अप्रत्याशित’ गमनागमन (‘आवागमन’ अशुद्ध है।) की विशेष भूमिका होती है; जैसा कि महात्मा गांधी जी के साथ हुआ था :– जाना […]

परिस्थितियाँ ठाकुर श्रीनाथ सिँह को ‘खरमस्त’, ‘जयदेवी’, ‘कुसुम कुमारी’ तो ‘श्यामा कुमारी’ बनाती रहीँ

September 30, 2024 0

आज (१ अक्तूबर) ठाकुर श्रीनाथ सिँह का जन्मदिनांक है हिन्दीबाल-पत्रकारिता के माध्यम से देश मे अपनी पहचान बनानेवाले ठाकुर श्रीनाथ सिँह का जन्म १ अक्तूबर, १९०१ ई० को इलाहाबाद जिला के अन्तर्गत मानपुर गाँव मे […]

श्री राम प्रताप सिंह : कमांडो से कलम के सिपाही तक

September 29, 2024 0

युद्ध हो, कोई सीक्रेट ऑपरेशन हो या दुर्दांत आतंकवादियों का सफाया करना हो; भारतीय सेना के कमांडो अत्यंत कम समय में मुश्किल कार्य करने में दक्ष होते हैं। श्री राम प्रताप सिंह सर थल सेना […]

कुआर आ गया है

September 26, 2024 0

कुआर आ गया है! ओस सुबह-सवेरे घास पर मोतियों सी बिखरने लगी है। बारिश के बाद दोपहर की धूप जरूर कुछ अधिक तीखी हो गई है लेकिन सुबह-शाम का मौसम सुहावना हो गया है। रात […]

एम० एन० एन० आइ० टी० की कर्मशाला सम्पन्न

September 25, 2024 0

हिन्दी-भाषा को समझने के लिए शब्द-साधना करनी होगी – आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय ‘प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद’, प्रयागराज की ओर से २५ सितम्बर को संस्थान के सभागार मे हिन्दी-पखवाड़े के अन्तर्गत एक कर्मशाला […]

श्राद्धकर्म : अतुलनीय विचारधारा

September 20, 2024 0

बैसवारा में शादी -ब्याह जैसे शुभ अवसरों में हम परमात्मा, अपने परिवारजनों, रिश्तेदारों और इष्ट मित्रों के अलावा अपने पूर्वजों को भी आमंत्रित करते हैं। मुझे याद है विवाह के एक सप्ताह पहले से ही […]

विश्वकर्मा जयन्ती के मायने

September 17, 2024 0

हमारे समय में यानि 80-90 के दशक तक पढ़ाई का इतना दबाव बच्चों पर नहीं था। विद्यालय जरूर हम नियमित जाते थे लेकिन वहां से घर आने के बाद विद्यालय को लगभग भूल ही जाते […]

यह ‘समादर’ हमारे लिए किसी ‘नोबेल एवार्ड’ से बढ़कर है!

September 16, 2024 0

उपर्युक्त (‘उपरोक्त’ अशुद्ध है।) शीर्षक पढ़कर आप सबको आश्चर्य होता होगा; परन्तु सत्य वही है, जिसे आपने पढ़ा है। देश-देशान्तर मे हमारी कर्मशाला इतिहास और कीर्त्तिमान के पृष्ठोँ पर रेखांकित होती आ रही है; परन्तु […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की आयोजन के प्रति मुक्त प्रतिक्रिया

September 14, 2024 0

हिन्दीभाषा-उत्थान-हेतु ‘अमर उजाला’ की शानदार पहल! हिन्दी-दिवस की पूर्व-संध्या मे ‘अमर उजाला’ के कार्यालय-सभाकक्ष मे ‘हिन्दी हैँ हम’ के अन्तर्गत प्रयागराज की संस्थाएँ, लेखक, साहित्यकार, कवि आदिक अपने-अपने स्तर से हिन्दी-उत्थान के लिए किस-किस प्रकार […]

महीयसी महादेवी वर्मा : श्वेतवसना सिद्ध कवयित्री

September 12, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्रयाग-आगमन के बाद और क्रॉस्थवेट स्कूल, इलाहाबाद मे प्रवेश लेने के बाद महादेवी जी की साहित्य-साधना अबाध्य गति मे चलती रही। ‘माँ ने सुनी एक करुण कथा’ का प्राय: सौ […]

अब कोलकाता के ‘मनबढ़’ चिकित्सकोँ के साथ कठोरतापूर्वक निबटना होगा

September 10, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अब कोलकाता मे वहाँ के डॉक्टर धरना-प्रदर्शन के नाम पर ‘गुण्डई’ कर रहे हैँ; उच्चतम न्यायालय के आदेश की भी अवमानना कर रहे हैँ। कोलकाता की रुग्ण जनता, उनके परिवार […]

भारतेन्दु हरिश्चन्द तो एक परिपक्व और पारदर्शी राष्ट्रवादी थे

September 9, 2024 0

आज (९ सितम्बर) भारतेन्दु हरिश्चन्द (यहाँ ‘हरिश्चन्द्र’ अनुपयुक्त है।) का जन्मदिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आज के दिनांक मे समाचारपत्रोँ और वैद्युत्-माध्यम ने खड़ी बोली की प्रतिष्ठा करनेवाले और साहित्य को नयी क्रान्ति […]

एक बार नमन करो, वीर बैसवारा है

September 9, 2024 0

मेरी जन्मभूमि बैसवारा सदियों से कलम और तलवार का धनी क्षेत्र रहा है। महावीर प्रसाद द्विवेदी, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जैसे अनूठे साहित्यकार और राजा राव राम बख्श सिंह तथा राणा बेनी माधव जैसे दुर्जेय योद्धा […]

हरियाणा की राजनीति मे ‘भारतीय जनता पार्टी’ के कुबोल घातक सिद्ध होते हुए

September 8, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो जाहिल विश्व-चैम्पियन भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के ‘भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस’ मे शामिल हो जाने से उसे ‘भारत की बेटी’ मानने से इन्कार कर रहे हैँ, क्या वे बता सकते […]

शिक्षा को बाज़ार बनाकर विकृत रूप देने से बचेँ

September 4, 2024 0

‘सर्जनपीठ’ के तत्त्वावधान मे राष्ट्रीय ‘शिक्षा-दिवस’ की पूर्व-संध्या मे ४ सितम्बर को ‘शिक्षा बाज़ार से कैसे मुक्त हो?’ विषय पर अलोपीबाग़, प्रयागराज से एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता […]

स्वस्थ पहल-रचनात्मक संवाद

September 2, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अभी-अभी ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ की सहायक निदेशक डॉ० नूतन पाण्डेय जी ने फ़ोन-माध्यम से मानक शब्दप्रयोग से सम्बन्धित वार्त्ता करने की पहल की है; उन्होँने कल भी वार्त्ता करने का […]

‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ का मानकीकरण के नाम पर छलावा!

September 1, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ की मानकीकरण की लघु पुस्तक मे उसी के द्वारा तैयार कराये गये मानक शब्दोँ, वर्तनी, चिह्नादिक की इतनी अशुद्धियाँ हैँ कि तीन हज़ार शब्दोँ से अधिक के […]

आँखोँ का पानी मरने पर शर्म-हया नहीँ दिखती

August 29, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो सरकारी राजनीतिक दल मणिपुर मे अपनी ही सरकार मे सरे आम और खुले आम महिलाओँ को नंगा घुमाने, सामूहिक शारीरिक दुष्कर्म तथा हत्या की अमानवीय घटनाओँ पर निश्शब्द रहा; […]

अटल जी! क्या बोलते थे

August 24, 2024 0

बात 1994-95 की है। तब मैं कानपुर में रहकर बीएनडी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। एक रोज मुझे किसी से सुनने में मिला कि श्रद्धेय अटल जी का भाषण किदवई नगर चौराहे […]

ये मौसम और ये दूरी

August 21, 2024 0

बाजार, घर या ऑफिस जाते हुए रास्ते में बारिश की कुछ बूंदे अनायास ही शरीर पर पड़ जाने में वो आनंद कतई नहीं है जो सावन के महीने में मूसलाधार बारिश में अपनी मर्जी से […]

पापा का सहज स्वभाव

August 20, 2024 0

गंभीर स्वभाव, बड़ी सी बड़ी विपत्ति में शांत-चित्त बने रहना, अपना कार्य अत्यंत खामोशी से करना और कई बार गलत न होते हुए भी अपने से बड़ो यहां तक कि छोटों की भी खरी-खोटी सुन […]

भारत की अपराजिता बेटी ‘विनेश फोगाट’ के नाम ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय’ का पत्र

August 19, 2024 0

भारत की पराक्रमी बेटी विनेश! तुम्हेँ आशा, उमंग, उत्साह, ऊर्जा और ऊष्मा के साथ अपने मूल गन्तव्य ‘लक्ष्य-संधान’ की ओर बढ़ते रहना है। देश के कुछ क्षणजीवी क्षुद्रजीविता का चरित्र जीते आ रहे हैँ। तुम्हेँ […]

फ़ादर कामिल बुल्के, जिसे एक शब्दकोश ने अमर बना दिया

August 18, 2024 0

महान् कोशकार और हिन्दी-अनुरागी फ़ादर कामिल बुल्के की निधन-तिथि (१८ अगस्त) पर विशेष ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे संस्कृत, हिन्दी एवं अँगरेज़ी-भाषा के विद्वान् फादर कामिल बुल्के की निधन-दिनांक की पूर्व-संध्या मे ‘फ़ादर कामिल बुल्के […]

स्वाधीनता-संग्राम के बहाने : आओ! याद करें कुछ चेहरे अनजाने

August 14, 2024 0

आदित्य त्रिपाठी (सहायक अध्यापक, बे०शि०वि०, प्रा०पा० प्रतापपुर, कोथावाँ, हरदोई) स्वतंत्रता कोई एक शब्द नहीं अपितु एक अप्रतिम विचारधारा है। स्वाधीनता वह है जैसे प्रकृति हर हाल मे प्राप्त करना चाहती है और सभी को स्वतंत्रता […]

मेरी अलार्म घड़ी

August 12, 2024 0

1991 में पापा ने कानपुर-रायबरेली रोड पर बने इस दोमंजिला घर की शुरुआत मुख्य सड़क की तरफ से दो कमरे बनाकर की थी। यह सबसे आगे वाला कमरा जिसमें अब शटर लगाकर शॉप का रूप […]

कांवड़ यात्रा

August 10, 2024 0

भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग पर गंगाजल चढ़ाने की परंपरा को ‘कांवड़ यात्रा” कहा जाता है। गंगाजल एक पवित्र स्थान से अपने कंधे पर ले जाकर भगवान शिव को सावन की महीने में शिवरात्रि को अर्पित […]

किसके इशारे पर ‘पूजा’ पर की जाती रही मेहरबानी?

August 2, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आपने कल के अंक मे पढ़ा था कि जालसाज़ औरत पूजा खेडकर को संघ लोक सेवा आयोग की ओर से छ: बार अवसर दिये गये थे कि वह अपनी विकलांगता […]

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