ले वो वादे गरीबी मिटा देंगे
ले वो वादे गरीबी मिटा देंगे, ले वो वादे बेरोजगारी मिटा देंगे, लो वो वादे भ्रष्टाचार मिटा देंगे, हम नया हिन्दुस्तान बना देंगे । ले वो वादे कुपोषण मिटा देंगे, ले वो भारत को साक्षर […]
ले वो वादे गरीबी मिटा देंगे, ले वो वादे बेरोजगारी मिटा देंगे, लो वो वादे भ्रष्टाचार मिटा देंगे, हम नया हिन्दुस्तान बना देंगे । ले वो वादे कुपोषण मिटा देंगे, ले वो भारत को साक्षर […]
लेखक:- विनोद कुमार विक्की प्रकाशक:- दिल्ली पुस्तक सदन शाहदरा, नई दिल्ली पृष्ठ:-119 संस्करण:- प्रथम, 2020 समीक्षक:-राजेश कुमार शर्मा ‘पुरोहित‘ तेरी भौं भौं मेरी म्याऊं में नेताओ के झूंठे वादे के बारे में बताया की नेता […]
राजेश पुरोहित, भवानीमंडी – साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के योगशाला मंच पर रविवार को एक शाम कान्हा के नाम पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्षता संस्थान के राष्ट्रीय अध्य्क्ष राजवीर […]
भवानीमंडी:- साहित्य संगम संस्थान की सम्मानशाला में चलने वाले साहित्य सम्मान की अनवरत सम्मान योजना में संस्थान के नौ साहित्य धर्मियों को राष्ट्र भाषा गौरव सम्मान प्रदान किया गया । सम्मानित साहित्यकारों ने सम्मानकर्ता लता […]
सीतांशु त्रिपाठी, जिला- सतना (मध्यप्रदेश) फिर लुट गई है गुड़िया किसी मां की चलो रे हम सब मिल के फिर उसको इंसाफ दिलाये । उसकी तस्वीर पर जस्टिस फॉर प्रियंका रेड्डी लिख कर दो-चार दिनों […]
तुम कुछ कर सकते हो तुम आगे बढ़ सकते हो । तुममे है बहुत हिम्मत तुम जग को बदल सकते हो । तुम खुद से हिम्मत नही हारना । कभी खुद का भरोसा मत हारना […]
राजन कुमार साह ‘साहित्य’ (दरभंंगा, बिहार) चंद नेताओं से यारों होता गदहा महान है । चंद पैसो के लिए बेचता नहीं अपना ईमान है । कौन कहता है हमारे देश में महंगाई बहुत है । […]
Post Views: 3,579
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय– जी हुज़ूर! मैं सम्पादक हूँ; तरह-तरह का सम्पादक हूँ; किसिम-किसिम का सम्पादक हूँ। पूर्वग्रह से ग्रस्त सम्पादक हूँ। सवाल है– रूप-रुपये-रुतबे का तलाश है, ऐसे दाताओं की फिर तो आपको फ़ीचर-पेज का […]
साहित्यिक समाचार भवानीमंडी:- अखिल भारतीय साहित्य परिषद और पेंशनर विभाग के तत्वावधान में रविवार को पेंशनर समाज भवन, सिरोही में श्री मान जिला कलेक्टर महोदय श्री सुरेन्द्र कुमार सौलंकी की अध्यक्षता में काव्यगोष्ठी का भव्य […]
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय : जुम्हूरियत को नंगी दिखाओगे कब तक? बेहयाई की सीरत दिखाओगे कब तक? जाहिल-मवाली अब दिखे हैं हर जानिब, लुच्चों को सिर पे बिठाओगे कब तक? तवाइफ़ से बढ़कर सियासत है दिखती, […]
लेखिका:- अर्चना पाण्डेय प्रकाशक:- साहित्य संगम प्रकाशन, इंदौर पृष्ठ:- 23 संस्करण:- 2019 (प्रथम) समीक्षक:- राजेश कुमार शर्मा “पुरोहित” अध्यक्षीय में राजवीर सिंह मन्त्र लिखते हैं कि हर रचनाकार के मन मे ये होता है कि […]
‘पद्मावत’ महाकाव्य भारतीय परिभाषा के अन्तर्गत नहीं आता। उसे एक बृहद् खण्ड काव्य कहा जा सकता है। ऐसा इसलिए कि उसमें कथा की धारा सर्गों में विभाजित न होकर, अविच्छिन्न रूप में प्रवहमान है, उसे […]
जगन्नाथ शुक्ल…✍ (प्रयागराज) खोलो खोलो अपनी पलकें; क्यों प्रगति देख जियरा धड़के? तू उगा कर अन्न बना दाता; फिर भी ना ब्याज़ चुका पाता। जो देता हूँ ले पकड़ दाम; मत व्यर्थ प्रगति का चक्र […]
राजेश पुरोहित, कवि व अध्यापक (भवानीमंडी)- साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के सौजन्य से प्रकाशित ‘अभियान चंद्रयान टू’ पुस्तक का निर्माण संस्थान के साहित्यकारों की उत्कृष्ठ कृतियों का संगम है । मुख्य सम्पादिका डॉ० कुमुद श्रीवास्तव […]
शालू मिश्रा, (युवा साहित्यकार/अध्यापिका)नोहर (हनुमानगढ), रा.बा.उ.प्रा.वि.सराणा, (जालोर) हम बच्चों कीयारी ऐसी,देखत देशीऔर विदेशी |मन करत है हमकादिन भरखेले खेल,मस्ती करत डांटनजो आए उसकोहो जाए जेल ।मस्ती का दिनइक रविवार हीआता है,जो सुबह जल्दीसे हमकोजगाता हैं।हंसी […]
सौरभ कुमार ठाकुर (बालकवि एवं लेखक) मुजफ्फरपुर, बिहार मो0- 8800416537 पता नही किस शहर में, किस गली तुम चली गई। मैंं ढूँढ़ता रह गया, तुम छोड़ गई । पता नही हम किस मोड़ पर फिर […]
लेखिका – जयति जैन “नूतन”पुस्तक- मिट्टी मेरे गाँव की (बुन्देली काव्य संग्रह)प्रकाशक- श्वेतांशु प्रकाशन, नई दिल्लीसमीक्षक- गणतंत्र जैन ‘ओजस्वी’मूल्य- ₹200 रपृष्ठ – 104 पेज ‘सौ दण्डी एक बुन्देलखण्डी’ अथवा सुभद्राकुमारी चौहान की कालजयी रचना “बुन्देले […]
भवानीमंडी:- साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के गीतशाला मंच की ओर से मंगलवार को दीपोत्सव के पावन अवसर पर आयोजित एक शाम दीप ज्योति के नाम ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। […]
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय– एक : राष्ट्रवाद छद्म बना, चहुँ दिशि दिखते चोर। मुँह काला हो रात में, चन्दन चमके भोर।। दो : तन पाप में ख़ूब रमा, पुण्य नहीं है पास। मुखमण्डल जल्लाद-सा, कैसे आये […]