योगी सरकार में बदलाव तय : दलित और पिछड़ों को मिलेगी कमान वहीं अगड़े जपेेंगे हरिनाम

 हटेंगे पांच मंत्री, दलित और पिछड़ों को मिलेेगा मौका 

राघवेन्द्र कुमार “राघव”
प्रधान संपादक, इण्डियन वॉयस 24

राघवेन्द्र कुमार राघव-


लखनऊ– सत्ताधारी भगवा खेमे में खलबली मची है। कयामत की रात आ गई है। राजधानी में आरएसएस और भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में पार्टी का नया चेहरा तय होगा। भाजपा, संघ और योगी सरकार के बीच समन्वय बैठक में योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल से लेकर संगठन में बदलाव पर मुहर लगना तय है। नई दिल्ली में आलाकमान और संघ के बड़े नेताओं से बदलाव की लिस्ट पर चर्चा करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ भी दोपहर बाद मीटिंग में शामिल होंगे। बदलाव की खबर लगते ही कानपुर से नाता रखने वाले तीन मंत्री, सतीश महाना, सत्यदेव पचौरी और जयकुमार सिंह जैकी तुरंत लखनऊ पहुंच गए हैं। पार्टी और सरकार के नए चेहरे को तय करने वाली बैठक में संघ की तरफ से दत्तात्रेय होसबोले और कृष्ण गोपाल मौजूद रहेंगे, जबकि भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल, सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश सिंह और प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय मौजूद रहेंगे। एजेंडे के मुताबिक, सबसे पहले अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी पर बातचीत होगी। साथ ही सभी छह क्षेत्रों के अध्यक्षों और मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड जांचा जाएगा। अंत में बूथ कमेटी से लेकर विस्तारकों के कामकाज पर चर्चा होगी।

चर्चा है कि जुलाई के पहले सप्ताह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह यूपी का दौरा करेंगे। एक दिन पश्चिमी यूपी में गुजारेंगे तो दूसरे दिन पूर्वांचल में बैठक करेंगे। अमित शाह की निगरानी के बाद 15 महीने पुरानी योगी सरकार में फेरबदल होगा। कुछ मंत्रियों को हटाया जायेगा, जबकि नये चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। कुल मिलाकर फेरबदल अगले लोकसभा चुनाव से पहले सामाजिक समीकरण दुरुस्त करने के हिसाब से होगा। गौरतलब है कि अभी सरकार के तीन प्रमुख चेहरों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठाकुर हैं। डिप्टी सीएम केशव मौर्य पिछड़ी जाति से हैं जबकि दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ब्राह्मण हैं। कयास है कि बदलाव में दलितों और अति पिछड़ों को मंत्री बनाने पर ज़ोर रहेगा। खराब रिपोर्ट वाले मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी होगी।


अपना दल का मंत्री बनेगा, शर्मा-पाण्डेय की छुट्टी होगी


भाजपा के पुख्ता सूत्रों की मानें तो आलाकमान प्रदेश नेतृत्व और डिप्टी सीएम शर्मा से नाखुश है। ऐसे में महेंद्रनाथ पाण्डेय के स्थान पर कोई पिछड़ा चेहरा सामने होगा। इसी प्रकार डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, ओमप्रकाश राजभर, स्वाती सिंह, स्वामीप्रसाद मौर्य समेत एक दर्जन मंत्रियों के विभागों में फेरबदल होगा अथवा मंत्रिपरिषद से छुट्टी होगी। दूसरी ओर, स्वतंत्रदेव सिंह सरीखे कुछ चेहरों का प्रमोशन होगा। खबर है कि अपनादल के कोटे से एक और चेहरा मंत्रीमंडल में शामिल होगा। अपना दल ने अपने अध्यक्ष आशीष सिंह का नाम आगे किया है।


संगठन में भी होगा बड़ा बदलाव, ओम का उत्तराधिकारी मिलेगा


चर्चा पर यकीन करें तो भाजपा संगठन में भी बदलाव होगा। इसी महीने तीन क्षेत्रीय संगठन मंत्री हटा दिए गए। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर यूपी के प्रभारी हैं लेकिन यूपी में पार्टी की सरकार बनने के साथ ही वे भी लखनऊ से दूर चले गए। किसी भी बैठक में ओम माथुर को नहीं बुलाया जाता है। ख़बर है कि सुनील बंसल और उनके बीच बनी नहीं। अब पार्टी का सारा कामकाज संगठन मंत्री सुनील बंसल ही संभालते हैं। उधर, केशव मौर्य के बाद महेन्द्र नाथ पांडे को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष तो बना दिया गया है लेकिन अब तक वे एक्शन में नहीं आए हैं। उनके बदले जाने की चर्चा भी पार्टी के अंदर उठती रहती है। बहरहाल, सपा-बसपा के हाथ मिला लेने से चुनौतियां बढ़ गई हैं। ऐसे में लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद से भाजपा के बड़े नेताओं को भी इस बात का एहसास है, इसी परिपेक्ष्य में लखनऊ में बैठक के बाद बदलाव की एक रूप रेखा तैयार होगी।