शिव यादव-
कोतवाली में इन्सपेक्टर सत्येंद्र सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को हुये “चौका चेतना शिविर” में नेचुरोपैथ डॉ० राजेश मिश्र ने बताया जैसे कूड़े-कचरे के ढेर और कीचड़ भरी नालियों में कीटाणु और विषाणु पनपते हैं । ठीक इसी प्रकार जब हमारी बड़ी आँत में मल अधिक समय तक भरा रहता है तो वहाँ भी सड़ान्ध शुरू हो जाती है और सारे शरीर में विष फैलने लगता है । यही रोगों का मूल कारण है।
डॉ० मिश्र ने कहा आँतों की नियमित समय पर सफाई होती रहे इसके लिए कच्ची खायी जा सकने वाली चीजों को कच्चा खायें और जो चीजें कच्ची नहीं खायी जा सकतीं उन्हें वैज्ञानिक ढंग से पकाकर खायें।