
- प्रसव के दौरान बच्ची की मौत प्रसूता गम्भीर
- परिजनों ने सीएचसीपर किया हंगामा
- स्टाप नर्स पर लगाया लापरवाही का आरोप
- अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर की कार्यवाही की मांग
- टड़ियावां थाना क्षेत्र के रमदानकुई निवासी बंदना को हुआ था प्रसव
सोमवार की सुबह सीएचसी तड़ियाँवा पर उस समय हंगामा हो गया जब परिजनों ने नवजात बच्ची का शव लेकर स्टाप नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की। अधीक्षक ने जांचो परांत आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।वहीं परिजनों ने उक्त घटना के बावत जिलाधिकारी से शिकायत करने की भी बात कही।
क्षेत्र के रमदानकुई निवासी रामजीवन के अनुसार उसका छोटा भाई कौशल दिल्ली में मजदूरी करता है।जो बाहर है। उसकी पत्नी बन्दना 23 को पहली डिलीवरी होनी थी।रविवार की शाम समय 9 बजे तवीयत खराब होने पर वह अपनी पत्नी तपेश्वरी,मां केतुका व आशा बहू रुची देवी के साथ एम्बुलेंस से लेकर सीएचसी टड़ियावां पहुँचा जहाँ कोई डॉक्टर मौजूद नही था।बताया स्टाप नर्स ने भर्ती तो कर लिया किन्तु एक बार देखने के बाद दोबारा देखना जरूरी नहीं समझा।हालत विगड़ने पर जब उनसे देखने अथवा रेफर करने का निवेदन किया गया किन्तु एक नहीं सुनी।कहा सुबह डॉक्टर के देखने के बाद रेफर किया जाएगा।
आरोप है कि रात में एम्बुलेंस व कोई अन्य वाहन उपलब्ध न होने के कारण पीड़िता रात भर तड़पती रही व हालत विगड़ती रही।सोमवार की सुबह 5 बजे वह ऑटो से लेकर जिला अस्पताल पहुंचा।जहाँ 6 बजे पीड़िता ने मृत बच्ची को जन्म दिया।वहीं मां की हालत गम्भीर है। जिसका इलाज चल रहा है।जेठ रामजीवन के अनुसार वह अपनी पत्नी के साथ शव को लेकर सीएचसी अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर नर्स के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की कहाकि क्योंकि नर्स की मनमानी व लापरवाही की वजह से बच्ची की मौत हो गई।वहीं मां की जान खतरे में है।जिसके लिए नर्स एवं केन्द्र प्रबन्धन जिम्मेदार है।अधीक्षक ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
रात ड्यूटी पर मौजूद डॉ सन्दीप श्रीवास्तव ने बताया कि वह रात ड्यूटी पर थे।उन्हें उक्त घटना की जानकारी नर्स अथवा किसी परिजन द्वारा नहीं मिली।
वहीं आशा बहू रुची का कहना है कि उक्त घटना स्टाप नर्स की घोर लापरवाही के कारण घटित हुई है।नर्स का रवैया हमेशा तीमारदारों व आशा बहुओं के साथ अभद्रतापूर्ण रहता है।उसने स्वयं कई बार पीड़िता को देखने अथवा रेफर करने के लिए कहा।किन्तु एक नहीं सुनी।बल्कि अभद्र शब्द बोलते हुए उसे कमरे से बाहर निकाल दिया।वहीं नर्स निथा ने सारे आरोपों को नकारते हुए असत्य व निराधार बताया।कहा उक्त आशा काफी तेज तर्रार है।कई बार वह स्टाप से उलझ चुकी है।रही बात मरीज की उसकी स्थिति रेफर करने योग्य नहीं थी।हालत सामान्य थी।डीपी लग रही थी।आवश्यक उपचार भी किया जा रहा था।किन्तु परिजनों के कहने पर सुबह जब तक रेफर कागज तैयार किया गया।परिजन मरीज को लेकर चले गए।
वहीं अधीक्षक मनू शर्मा ने बताया कि पीड़ित पक्ष द्वारा प्रार्थना पत्र मिला है।जिसे सी एम ओ को आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजा जा रहा है।जांच के उपरान्त दोषी के विरुद्ध उचित कार्यवाही की जाएगी।