1.12 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला अझुवा का मोक्षधाम अभी भी कर रहा अपने मोक्ष का इंतजार

अझुवा/कौशांबी

  • मोक्षधाम अझुवा के विकास में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत पर दो वर्ष पूर्व जिलाधिकारी कौशांबी ने किया था औचक निरीक्षण,
  • निर्माण कार्यों में हुई अनियमितताओं पर तत्कालीन ई.ओ. को फटकारते हुए डी.पी.आर. के अनुरूप गुणवत्ता के साथ कार्यों को शीघ्र पूरा कराए जाने के दिए थे निर्देश,
  • दो वर्ष बीतने के बाद भी जिलाधिकारी का आदेश बेअसर,
  • कार्यों में घपला करने वाले लोगों के सिर पर जूं तक नहीं रेंगी,
  • मोक्षधाम उसी अवस्था मे कर रहा भी अपने चमकाए जाने का इंतजार।

मोक्षधाम अझुवा के विकास कार्यों मे हुए घोर भ्रष्टाचार एवं नियमों की अनदेखी पर कस्बे के लोगों ने कई बार आवाज बुलंद की लेकिन भ्रष्टाचार की करोड़ों की काली कमाई मे आकंठ डूबे लोगों की करतूतों के आगे हर बार कस्बे के लोगों की सच्ची आवाज को दबा दिया गया।

सरकारे आम जन की सहूलियतों को ध्यान मे रखते हुए भले ही विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने मे कोई कसर न छोड़ें लेकिन आमजन की सहूलियत का यही धन जब कुछ भ्रष्ट लोगों की निजी लूट और ऐशो आराम का साधन बनकर रह जाए जिससे जनता को केवल कागजों पर विकास कार्य पूरा होते हुए दिखे जिससे उसका कोई भला न होता हो तो शायद ऐसे भारत की परिकल्पना कोई आम आदमी नही करना चाहेगा जहां उसकी सुख-सुविधाओं के नाम पर आने वाले सरकारी धन को समाज के चंद तुच्छ लोग अपनी चारागाह बनाकर समाज का शोषण करते हों।

अरविंद केसरवानी (पत्रकार/अझुवा)