महाराष्ट्र में कोरेगांव भीमा हिंसा से माओवादियों के संबंधों की जांच कर रही पुलिस को संयोग से ऐसे पत्र मिले हैं, जिनसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की हत्या के षड़यंत्र का पता चलता है। इनमें से एक पत्र दिल्ली की सामाजिक कार्यकर्ता रोना विल्सन के आवास से मिला है। उसे दंगों का षड्यंत्र रचने और माओवादियों के शहरी समर्थकों की छानबीन के सिलसिले में चार अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गये एक व्यक्ति के लैपटॉप पर संवाद में कहा गया था कि श्री मोदी ने 15 से अधिक राज्यों में भाजपा की सरकार बनाने में सफलता प्राप्त की है और अगर वे इसी तरह आगे बढ़ते रहे तो माओवादी काफी मुश्किल में पड़ जायेंगे। पुलिस के अनुसार माओवादी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की ही तरह रोड शो के दौरान श्री मोदी को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे।
इस बीच, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि माओवादियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश की खबरों के मद्देनजर सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। आज जम्मू में संवाददाताओं से बातचीत में गृहमंत्री ने कहा कि माओवादी हारी हुई लड़ाई लड़ने का प्रयास कर रहे हैं। माओ एक्सट्रीमिज्म अब काफी कम हो चुका है। ये पहले इस देश के लगभग 135 जिले ऐसे थे जिनमें की बहुत अधिक माओवादी उग्रवाद का प्रभाव था। आज छिटपुट देखा जाए तो लगभग ऐसे 90 जिले बचे है। चार वर्षों के अचिवमेंट को बतला रहा हूं और ज्यादा प्रभावी जिलों मैं कहूं तो अब भी 10 मुश्किल ऐसे जिले हैं जिनमें सबसे ज्यादा प्रभाव है।