प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को नानावती हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा दिया गया परामर्श

एच०सी०एल० फाउंडेशन की तरफ से टेलीमेडिसिन केंद्र का किया जा रहा आयोजन

कछौना (हरदोई): विकास खंड कछौना के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौरी खालसा में एच०सी०एल० फाउंडेशन की तरफ से टेलीमेडिसिन केंद्र स्थापित किया गया। जिसमें दूरदराज के साधारण रोगियों व गर्भवती महिलाओं का वरिष्ठजनों द्वारा दूरसंचार के माध्यम से निःशुल्क इलाज व दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसमें मरीजों का इलाज नानावती हॉस्पिटल महाराष्ट्र के डॉक्टरों की टीम द्वारा कराया जाता है। इस सुविधा के लिए मरीज का पंजीकरण कर वीडियो कॉलिंग द्वारा विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा परामर्श व दवाएं लिखी जाती हैं। इन मरीजों को निःशुल्क पेटेंट दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। जरूरत पड़ने पर मरीज की निःशुल्क जांच भी कराई जाती है। रोगी का तापमान, पल्स रेट चेकअप, ब्लड प्रेशर, पेशाब आदि महत्त्वपूर्ण जांचे भी कराई जाती हैं।

कोविड-19 महामारी के चलते वीडियो कॉलिंग द्वारा लोगों का बेहतर इलाज किया जा रहा है। इस सुविधा से क्षेत्र के लोगों को झोलाछाप डॉक्टरों की शरण में नहीं जाना पड़ता है। गर्भवती महिलाओं को सामान्य जांच से लेकर डिलीवरी तक की सुविधा का लाभ मिल रहा है। एचसीएल फाउंडेशन का यह कदम ग्रामीण क्षेत्र के लिए वरदान साबित हो रहा है। यहां पर एचसीएल फाउंडेशन की तरफ से दो स्वास्थ्य कर्मी अंकित व नसरीना बानो मौजूद रहती हैं। यहां पर प्रतिदिन लगभग 50 मरीज नियमित रूप से पहुंच रहे हैं। इस प्रौद्योगिकी का लोग फायदा उठा रहे हैं। जिसे डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आर्थिक बचत व सही इलाज हो रहा है। दूरदराज क्षेत्र में यह डिजिटल पहल वरदान साबित हो रही हैं।

भारत की लगभग 70% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती हैं। वर्तमान समय में 11 हजार की आबादी एक डॉक्टर मौजूद है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंच पाती हैं। जिसके कारण लोग झोलाछाप डॉक्टरों व अप्रशिक्षित दाइयों से इलाज कराने के कारण कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। वही मृत्यु तक हो जाती है। इस तकनीक से लोगों को भीड़ भाड़ व दूरदराज जाने से भी राहत मिलती हैं। यह डिजिटल तकनीकी ग्रामीण क्षेत्र में रामबाण साबित हो रही है।

रिपोर्ट- पी०डी० गुप्ता