‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान में हो रही धन-उगाही

रिपोर्ट- पी०डी०गुप्ता


कछौना (हरदोई): परिवार कल्याण मंत्रालय व मानव संसाधन विकास मंत्रालय की महत्वपूर्ण योजना “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” की शुरुआत वर्ष 2015 में बालिकाओं को सुरक्षा व सशक्त करने के लिए की गई थी परंतु इस योजना हेतु हरदोई जिला चयनित ना होने के बावजूद जिले में कुछ बिचौलियों द्वारा फर्जी तरीके से आम जनमानस को गुमराह कर के फार्म भरे जाने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। जिसकी शिकायत सामाजिक संगठन ने मुख्य विकास अधिकारी से की जिस पर उन्होंने बताया कि फर्जी तरीके से फार्म बिक्री करना व भरवाना अपराध है ऐसा करते पाए गए दोषी लोगों पर FIR दर्ज कराई जाएगी l
बताते चलें कि भारत सरकार की स्वास्थ्य मंत्रालय व परिवार कल्याण मंत्रालय एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल से बालिकाओं को संरक्षण व सशक्त करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को की गई, जिसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश के निम्न लिंगानुपात वाले 10 जिले गौतम बुद्धनगर, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, आगरा, मथुरा, हाथरस, गाजियाबाद, झांसी को शामिल किया गया है जहां पर बेटियों की संख्या बेटों की अपेक्षा काफी कम है लेकिन 2011 की जनगणना के अनुसार हरदोई जिले में प्रति हजार व्यक्ति पर 868 महिलाओं का आंकड़ा है, जिसका फायदा उठाते हुए कुछ अराजकतत्वों ने आम जनमानस को गुमराह करते हुए फार्म बिक्री व फॉर्म भरने का कार्य शुरू कर दिया था, जिससे आम जनमानस को समय व आर्थिक नुकसान हो रहा था और सरकार की छवि भी धूमिल हो रही थी। पूरे मामले को लेकर सामाजिक संगठन ने मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत की जिस पर उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर ठोस कार्यवाही करने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिया है।