गीता देवी इण्टर कालेज में लगी भ्रष्टाचार की दीमक  प्रधानाचार्य व प्रबन्धक खा रहे छात्रों का निवाला : बाबूलाल 

         कछौना (हरदोई )- मंगलवार को अपने आवास पर  बुलाई गई प्रेस वार्ता में स्थानीय गीता देवी इण्टर कालेज (जनता) के संस्थापक पूर्व ब्लाक प्रमुख बाबूलाल गुप्ता ने कहा कि सरकार द्वारा कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को मध्यान्ह भोजन व दूध तथा फल निःशुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं । लेकिन उक्त कालेज में प्रधानाचार्य नरेंद्र बहादुर यादव व प्रबन्धक मनीष सिंघल की खाऊ कमाऊ नीति के चलते छात्रों का निवाला हजम किया जा रहा है।
       आरोप यह भी लगाए कि प्रधानाचार्य की स्कार्पियो से उपजिलाधिकारी सण्डीला द्वारा बीते अगस्त माह में  खाद्यान्न पकड़ा गया था उसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी कछौना के निरीक्षण में करीब तेरह कुंतल खाद्यान्न का स्टाक मौजूद पाया गया था जबकि प्रधानाचार्य यह कहकर भोजन नहीं बनवा रहे थे कि राशन नहीं है । भंडार ग्रह में राशन पाये जाने से भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई थी व खण्ड शिक्षा अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को भेजी फिर भी कोई कारवाही न होना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है।
           यह भी कहा कि विद्यालय में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई और जांच भी हुई । जिसमें लाखों रुपये का हेरफेर पकड़ा गया । लेकिन जिलाधिकारी के स्पष्ट आदेश के बाद भी विभाग ने कोई कार्य वाही नही की। यह भी कहा कि जब जांच में भ्रष्टाचार कई पुष्टि हो चुकी है तो विभाग के उच्चाधिकारी प्रधानाचार्य व प्रबन्धक के विरुद्ध कार्य वाही क्यो नही कर रहा है। श्री गुप्त के अनुसार कालेज में भ्रष्टाचार का दीमक लग गया है जिसकी उन्हें असहनीय पीड़ा है । क्योंकि गरीब घरो से आने वाले छात्रों को भूखा घर भेजा जा रहा है। प्रशासन जानबूझ कर अनजान बना है। उक्त आरोपों के बाबत प्रधानाचार्य श्री यादव व श्री सिंघल ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि संस्थापक की उम्र 90 से ज्यादा है इसलिये उन्हें लोग मोहरा बनाकर विद्यालय को बदनाम करना चाह रहे हैं।