कछौना (हरदोई)- विकास खण्ड कछौना, बेहंदर व माधोगंज की दर्जनों सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं । लेकिन हवा हवाई दावों के बीच शासन या प्रशासन सच देखना ही नहीं चाहता ।
सबसे पहले बात पलिया-लखनऊ राज मार्ग से जुड़ी बघौड़ा लिंक रोड की करते हैं । 7-8 माह पूर्व फरवरी-मार्च में सड़क पर लेपन व दुरुस्तीकरण का काम किया गया था । यह कार्य ग्राम पंचायत बालामऊ से बघौड़ा तक हुआ था । दो माह पूर्व गाँव पैरा व बघौड़ा के बीच सड़क पर बने बड़े गड्ढे की शिकायत जन सुनवायी के माध्यम से की गयी थी । जाँच हरदोई लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को दी गयी । कार्यालय में बैठकर जाँचोपरान्त बालू भरवाकर विभाग ने योगी जी को एक और गड्ढा मुक्त सड़क भेंट कर दी ।
योगी जी भ्रष्ट अधिकारियों के बूते स्वच्छ समाज बनाने का प्रयास कर रहे हैं और इसका हश्र आप सब जानते हैं । तभी तो आठ माह पूर्व मरम्मत की गयी सड़क डामर और गिट्टी खुद खा गयी है ।
कुछ यही हाल गौसगंज से बेहसार जाने वाले मार्ग का है । यही पता नहीं चलता है कि सड़क पर चल रहे हैं या गड्ढों में । इस सड़क का निर्माण हुए भी अभी 20 माह ही हुए हैं । एक और सड़क की कहानी बताते हैं और यह है माधोगंज के सरदारनगर व समुखा को जोड़ने वाली सड़क । इस सड़क की ऐसी विशेषता है कि दो किलोमीटर में ही सौ किलोमीटर चलने की ऊर्जा व्यय हो जाती है । सरकार को इस सड़क को संरक्षित करना चाहिए । बरसों से सड़क इसी हालत में है । ऐसा नहीं है कि माननीय इस से अनभिज्ञ हैं, वह तो चुनावी मौसम की खुमारी में इस पर से निकल जाते हैं और जीतने के बाद याद कहाँ रहता है ।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 30 अगस्त को बैठक कर प्रदेश की सभी गड्ढायुक्त सड़कों को 15 अक्टूबर तक गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया था। सड़कों को पैचवर्क से गड्ढा मुक्त किया जाना था। नई सड़कें बनाने का समय दिसंबर तक दिया गया था। लेकिन जिम्मेदार महकमों ने लोभ और हवश के चलते सड़कों पर काम या तो शुरू नहीं कराया है या उसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया हैै । जिसकी वजह से क्षेत्र की सड़कें गड्ढों में पड़ी हैं । सड़कों की दशा बहुत खराब है। इसकी वजह से लोगों को भारी दिक्कतें हो रही हैं । वैसे हम ख़बरनवीसो का काम ख़बर लिखना है और शासन – प्रशासन का काम मेरिट के हिसाब से समस्याओं का समाधान करना है । हमने तो अपना काम कर दिया अब आगे योगी सेना की मर्जी ।