‘आरोपित एकांत’ और ‘जान है तो जहान है’ के आवरणपृष्ठों का लोकार्पण १८ अक्तूबर को

मण्डलायुक्त-कार्यालय, प्रयागराज के सभागार में १८ अक्तूबर को पूर्वाह्न ग्यारह बजे ज़िला-प्रशासन, फतेहपुर-द्वारा दो पुस्तकों 'आरोपित एकांत' और 'जान है तो जहान है' के मुखपृष्ठों का मण्डलायुक्त आर० रमेश कुमार तथा प्रख्यात भाषाविद् और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय-द्वारा अनावरण किया जायेगा। यह सूचना संयोजक अमित राजपूत ने दी है।

  उल्लेखनीय है कि वे दोनों पुस्तकें वैश्विक महामारी 'कोविड-१९' के परिणामस्वरूप लाॅकडाउन से उपजे सामाजिक आपातकाल में साहित्य-सर्जन के एक अनूठे प्रयोग के रूप में मुद्रित हुई हैं। इसके प्रयोगकर्त्ता फतेहपुर के ज़िलाधिकारी संजीव सिंह का कहना है, ''आरोपित एकांत' फतेहपुर के नागरिकों-द्वारा लाॅकडाउन के दौरान उपजी विद्रूपताओं और कुछ अनूठे सकारात्मक पहलुओं के सजीव संस्मरणों का संग्रह है। 'जान है तो जहान है' कोरोना-काल की उन कविताओं का विशिष्ट संग्रह है, जिनके सहारे नागरिकों को कोरोना से दो-दो हाथ करने की प्रेरणा प्राप्त हुई है।" दोनों ही पुस्तकों का सामग्री-संकलन और सम्पादन लेखक-स्तम्भकार अमित राजपूत ने किया है।