राघवेन्द्र कुमार राघव –
हरदोई के जिला अस्पताल में इलाज के लिए गेट पर पड़ा तीन घण्टे मरीज तड़पता रहा और चिकित्सक कोल्डड्रिंक पीते रहे । ऐसी घटनाएं स्वास्थ्य महकमे की करतूतों को तो उजागर करती ही हैं, साथ में चिकित्सकों का वीभत्स रूप भी सामने लाती हैं । अरवल थाना क्षेत्र के चाँदा महमदपुर निवासी रामनरेश के पुत्र आकाश (17वर्ष) को उसकी माँ व बहन सोनी पेट दर्द की शिकायत के बाद जिला अस्पताल लेकर आयी थीं और ओपीडी में दिखाया । जहां उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराने को कहा गया । किशोर को लेकर परिजन इमरजेंसी वार्ड पहुंचे और भर्ती करने के लिए कहा तो बताया गया कि बेड खाली नहीं हैं, कही और ले जाओ । बाहर से दवा देकर मरीज को भगा दिया गया । इस बीच स्टॉफ की हीलाहवाली के चलते किशोर करीब तीन घण्टे गेट के बाहर तड़पता रहा । स्वास्थ्य विभाग पर जनता का अरबों रूपए खर्च होने के बाद भी नालायक विभाग के झण्डाबरदारों ने किशोर आकाश को एडमिट नहीं किया । तीमारदारों की सीएमएस डॉ रामवीर सिंह से शिकायत के बाद जैसे ही लोकतन्त्र को बचाने की मुहिम में लगी मीडिया अस्पताल पहुँची, राक्षसों के स्वामी कुम्भकर्ण की नींद खुल गयी । मीडिया के कैमरों की चमक से सहमे विभाग के आला अधिकारी सीएमएस (चिकित्सा अधीक्षक) के हस्तक्षेप के बाद आनन-फानन में आकाश को भर्ती कर लिया गया । जिला अस्पताल अधीक्षक से जब घटना के बारे में बात की गयी तो उन्होंने मामले में जांच कराने के लिए कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया ।