सई नदी की करुण कथा : पौराणिक और ऐतिहासिक नदी मर रही है

बन्दर के झपट्टे ने ले ली जान

रामू बाजपेयी पाली
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आए दिन बढ़ रहे बंदरों के आतंक से गांव के लोग तंग आ गए हैं। रोज कहीं न कहीं बन्दरो की अजीब अजीब घटनाये सुनने को मिलती है पर ऐसी घटना शायद पहले किसी ने सुनी हो।
पाली थाना के क्षेत्र ग्राम भरखनी में शनिवार को लगभग 3.00 बजे करुणा सागर बाजपेई की माता जी (उम्र 58 वर्ष) बंदर के द्वारा उठाई गई जैकेट को छुड़ाकर आते वक्त छत से नीचे आ गिरीं जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

बताते चले कि शनिवार की सुबह छत पर कुछ कपडे व जैकेट सुखाने के लिए डाले थे । तकरीबन 3.00 बजे जैकेट बन्दर उठा ले गया जो कि छत पर ही था। बड़ी मशक्कत के बाद जैकेट छुड़ा कर करुणा शंकर की माता जी वापस आ रही थी कि पीछे से बन्दर दौड़ पड़ा जिसको देख वे हड़बड़ा कर भागीं । अचानक भागते हुये पैर फिसल जाने से छत से नीचे आ गिरीं जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।