डेंगू रोग से बचाव के लिए सुरक्षा एवं सावधानी से सम्बन्धित जनपदवासियों से अपील – जिलाधिकारी

हरदोई जिलाधिकारी पुलकित खरे ने जनपद वासियो से डेंगू रोग से सुरक्षा एवं सावधानी ही बचाव है को दृष्टिगत रखते हुए अपील की है कि वर्षा ऋतु के समापन तथा शरद ऋतु के आगमन पर संधिकाल में डेंगू रोग के प्रकोप की अधिक सम्भावना रहती है। यह रोग मच्छरो के काटने से होता है। इस रोग से ठण्ड लगने के बाद अचानक तेज बुखर आना, सिर, माॅसपेशियों  और जोड़ो में दर्द, आॅख केे पिछले हिस्से में दर्द होना, आॅखो को दबाने या हिलाने से दर्द बढ़ जाना, अत्यधिक कमजोरी होना, भूख न लगना, जी मिचलाना और मुॅह का स्वाद खराब होना, गले में दर्द होना, चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल गुलाबी रंग के चकते होना आदि प्रमुख लक्षण है।

उन्होने बताया कि डेंगू रोग से बचाव के लिए सुरक्षा एवं सावधानी अति आवश्यक है। जिसमें कूलर, गमलों, अन्य टूटे बर्तनों आदि में पानी एकत्रित न होने दें। स्नानागार में बाल्टी में पानी भरकर न रखे। डेंगू मच्छर के लार्वा स्वच्छ पानी में भी पनप सकते है। जलभराव वाले स्थान पर मिट्टी का तेल डाल दें ताकि डेंगू के लार्वा विकसित न होने पायें। पीने योग्य पानी ढककर रखे। मच्छर के काटने से बचाव करे। स्वयं पूरे कपडे़ पहने तथा बच्चों को भी पूरे कपड़े पहनाये। मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट का प्रयोग करे। सभी प्रवेश बिन्दुओ का ब्लाक करे। मच्छरदानी का प्रयोग करे। कूड़ा कूड़ेदान में ही डाले एवं कूड़ेदान को साफ रखे। नगर, गाॅव, गली मोहल्लो, सड़को एवं नालियों की सफाई का विशेष ध्यान रखे। यदि आपके वार्ड/मोहल्ले/गाॅव में सफाईकर्मी नियमित रूप से सफाई नही करते है तो उसकी सूचना तत्काल अपने सभासद/ग्राम प्रधान/अधिशासी अधिकारी/खण्ड विकास अधिकारी को दे। घर के पास तुलसी के पौधे रखे। डेंगू रोग के लक्षण प्रकट होते ही जिला चिकित्सालय अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर समुचित उपचार कराये।

जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो के चिकित्साधिकारियों, निकायों के अधिशासी अधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों को जिला प्रशासन द्वारा सख्त हिदायत कर दी गई है कि रोगियो के इलाज में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाये तथा नगरों एवं ग्रामों की सफाई व्यवस्था सुव्यवस्थित रखी जाये। इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन की समस्त नागरिको से अपील है कि स्वयं एवं बच्चों को डेंगू के प्रकोप से बचाने के लिए ऊपर बताये गये उपायों को अपनाकर स्वस्थ एवं सानन्द रहे ।