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“हिन्दीभाषियों में निस्स्वार्थ सेवाभाव प्रबल हो” : डॉ० पृथ्वीनाथ

डॉ० पाण्डेय ने अध्यापक-संवर्ग और विद्यार्थीवृन्द से 'जन्मदिन' के स्थान पर 'जन्मतिथि' समारोह मनाने के लिए संकल्प कराया

● जंघई, जौनपुर के ‘नागरिक पी० जी० कॉलेज’ में कर्मशाला सम्पन्न

“हिन्दी की उन्नति के लिए यह आवश्यक है कि हिन्दीभाषियों, विशेषत: उन लोग में, जो दायित्वपूर्ण पदों पर प्रतिष्ठित हैं, निस्स्वार्थ सेवा का भाव प्रबल हो; क्योंकि यह आम शिकायत रही है कि स्वतन्त्रता-प्राप्ति के बाद हिन्दीभाषा को समृद्ध करने के लिए संस्थानों को जो राजकीय सहायता मिली थी, उसका सदुपयोग नहीं हुआ। यह एक विडम्बना है कि जिन लोग की हिन्दी में कुछ काम करने अथवा लिखने की क्षमता है, उन्हें उस सम्बन्ध में प्राय: दायित्वपूर्ण कार्य सौंपे नहीं जाते।”

कर्मशाला में मार्गदर्शक डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय और प्रधानाचार्य डॉ० प्रमोद कुमार तिवारी दीप-प्रज्वलन कर समारोह का उद्घाटन करते हुए।

उक्त उद्गार भाषाविद्-समीक्षक डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने जंघई-स्थित नागरिक पी०जी० कॉलेज के समाजशास्त्र-विभाग की ओर से २५ सितम्बर को आयोजित ‘शब्द-शब्द विज्ञान’ कर्मशाला में ‘मार्गदर्शक’ के रूप में व्यक्त किये थे। इसके साथ ही उन्होंने शताधिक अध्यापक-विद्यार्थियों को लगातार सवा दो घण्टे तक मौखिक और लिखित भाषा के समस्त पक्षों पर प्रशिक्षा की। डॉ० पाण्डेय ने उन शब्द-प्रयोगों से अवगत कराये, जिन पर न तो अध्यापक विचार करते हैं और न ही विद्यार्थी। इसके लिए उन्होंने ‘परीक्षा’ ‘परिक्षा’, ‘व्यंग’ और ‘व्यंग्य’, ‘कोश’, ‘कोष’ तथा ‘कोस’, ‘प्रावधान’, ‘प्रविधान’, ‘श’, ‘ष’ ‘स’, ‘छ’, ‘क्ष’ स्वर-व्यंजन, वर्णादिक के व्याकरण-पक्षों को समझाया। इसी अवसर पर डॉ० पाण्डेय ने समुपस्थित समस्त अध्यापक और विद्यार्थीवृन्द से ‘जन्मदिन’ के स्थान पर ‘जन्मतिथि’ को मनाने का संकल्प कराया।

भाषाविद्-समीक्षक डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मार्गदर्शन करते हुए।
पूरी तरह से भरे हुए सभागार में बैठकर भाषिक शिक्षा-प्रशिक्षा ग्रहण करते हुए अध्यापक और विद्यार्थीवृन्द।

आरम्भ में, डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय और महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ० प्रमोद कुमार तिवारी ने दीप-प्रज्वलन कर कर्मशाला का उद्घाटन किया और सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया था। छात्रा सत्या पाण्डेय ने सरस्वती-वन्दना की। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ० प्रमोद कुमार तिवारी ने स्वागत-संभाषण में कहा, “हम सभी के लिए गौरव का विषय है कि आज हमारे विद्यार्थियों के भाषा और व्याकरण पर मार्गदर्शन करने के लिए डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जी का हमारे महाविद्यालय में पदार्पण हुआ है। हम आपका स्वागत करते हैं और आशा करते हैं, आपका मार्गदर्शन हम सभी का पथ प्रशस्त करेगा।” इसके साथ ही प्रधानाचार्य डॉ० तिवारी ने मार्गदर्शक डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय को अंगवस्त्रम् और प्रतीकचिह्न से आभूषित किया था। समारोह के संयोजक डॉ० ओमप्रकाश मिश्र ने आभारज्ञापन किया था। समाजशास्त्रविभाग के अध्यक्ष डॉ० रवि मिश्र ने शैक्षिक समारोह का प्रभावपूर्ण संचालन किया था। इस अवसर पर डॉ० कविता गुप्ता, डॉ० रमाकान्त, डॉ० अरविन्द कुमार राय, डॉ० ज्ञानप्रकाश, डॉ० प्रमोद कुमार पाण्डेय, डॉ० बृजेश यादव, डॉ० अरविन्द मिश्र, डॉ० दिनेशचन्द्र मिश्र तथा महाविद्यालय-परिवार के शेष सदस्य उपस्थित थे।