शिवगंगा विद्यामन्दिर के वार्षिकोत्सव में डाॅ. पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने कहा कि बच्चों के मानसिक विकास में घर की होती है विशेष भूमिका

गत दिवस (२९ दिसम्बर, २०१८ ई०) ‘शिवगंगा विद्यामन्दिर’, शान्तिपुरम्, इलाहाबाद का वार्षिकोत्सव सम्पन्न हुआ था, जिसमें ‘हरिश्चन्द्र अनुसंधान-संस्थान’ के उपनिदेशक प्रो० एस० डी० त्रिपाठी मुख्य अतिथि थे और भाषाविद्-समीक्षक डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय विशिष्ट अतिथि। आरम्भ में, दीप-प्रज्वलन और सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर, मुख्य और विशिष्ट अतिथियों ने वार्षिकोत्सव का उद्घाटन किया था।

विशिष्ट अतिथि डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अभिभावक, विद्यार्थी तथा अध्यापकगण को सम्बोधित करते हुए।

उस वार्षिकोत्सव में विशिष्ट अतिथि डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने कहा, “किसी भी शैक्षणिक संस्थान की नीवँ को सुदृढ़ करने में माता-पिता और अभिभावक की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। आज देश की शिक्षा और परीक्षा-पद्धतियाँ विकृत हो चुकी हैं, जिनके प्रति किसी को चिन्ता नहीं है। सच तो यह है कि बच्चों के मानसिक विकास में घर की विशेष भूमिका होती है; किन्तु ‘घर’ प्राय: उदासीन रहता है।”

मुख्य अतिथि प्रो० एस० डी० त्रिपाठी ने कहा, “बच्चों को वैज्ञानिकता से जोड़ना, समय की माँग है। विज्ञान के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए नाना सम्भावनाएँ भरी हुई हैं। इलाहाबाद के लोग विज्ञान के क्षेत्र में आज समूचे देश और विदेशों में सम्मान के साथ कार्य कर रहे हैं। ” विद्यालय के निदेशक प्रो० शिवसागर ओझा ने बच्चों को विद्या, ज्ञान, तप, दान, धर्म आदिक उदात्त गुणों की अवधारणा को समझाया था।

वार्षिकोत्सव का शोभावर्द्धन करते हुए (बायें से) विद्यालय-निदेशक प्रो० शिवसागर ओझा, मुख्य अतिथि प्रो० एस० डी० त्रिपाठी तथा विशिष्ट अतिथि डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय।

प्रधानाचार्य श्री राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने विद्यालय की दशा-दिशा की प्रगतिशीलता को सुस्पष्ट किया था। वैचारिक उद्बोधन के अन्तराल में विद्यालय के विद्यार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये थे।

मुख्य अतिथि डॉ० त्रिपाठी और विशिष्ट अतिथि डॉ० पाण्डेय ने प्रतिभाशाली और मेधावी विद्यार्थियों को पारितोषिक प्रदान किये थे। मंच के संचालन और आयोजन में विद्यालय के उपप्रधानाचार्य श्री प्रदीप तिवारी की विशेष भूमिका थी। इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों के मातापिता, अभिभावक तथा अध्यापकगण उपस्थित थे।

—चित्र-सौजन्य : श्री प्रदीप तिवारी (उपप्रधानाचार्य)