राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में चल रहे शिविर का सातवें दिन शिविर का हुआ भव्य समापन

पिहानी- राजकीय महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में ग्राम कुइया  में चल रहे शिविर का आज सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भव्य समापन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्रीमती सुमन लता द्विवेदी एवं प्राचार्य डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव तथा विशिष्ट अतिथि श्रीमती रोशनी देवी द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।
सर्वप्रथम मां सरस्वती की वंदना छात्राओं रीता, साहिबा, रोली सिंह, आशिया खातून, देवेंद्री और रोली देवी के द्वारा प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात जहीन फातिमा और आशिया खातून के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम अधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सात दिवसीय विशेष शिविर की आख्या प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम,ईमानदारी,लगन, सेवाभाव से स्वयंसेवकों ने ग्राम कुइया में कई रचनात्मक कार्य और जन जागरूकता के कार्य किए। इस दौरान कई नाटकों का मंचन किया गया। जिसमें आम का एक पेड़, बेटी की लाज, लज्जो, सुधा , वायरस आदि प्रमुख है। नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। स्वयंसेवकों ने घर घर जाकर सर्वे कार्य किया तथा एड्स जैसी बीमारी पर लोगों से खुलकर बात की तथा उन्हें सचेत किया।
इस दौरान कन्या भूण हत्या, दिव्यांगता एवं खुले में शौच मुक्त गांव , पर्यावरण, महिला सुरक्षा आदि विषयों पर विशेष कार्य किए गए। स्वयंसेवकों ने नालियों तथा सड़कों की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। प्रतिदिन व्याख्यान के सत्र में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के द्वारा स्वयंसेवकों को व्याख्यान दिया गया ताकि सामुदायिक कार्य के साथ-साथ उनकी शैक्षणिक गतिविधियां सुचारू रूप से चल सके। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। छात्रा साहिबा का नृत्य ‘ देश रंगीला रंगीला देश मेरा रंगीला ‘काबिले तारीफ रहा। जहीन फातिमा ने ‘ए खुदा इल्म की रोशनी दे हमें’  गीत गाया वहीं उरूज फातिमा ने ‘यह मत कहो खुदा से मेरी मुश्किलें बड़ी है’ गाया  तो उपस्थित छात्र-छात्राएं इसे गुनगुनाने लगे। रोली देवी के गीत ‘वृंदावन  है ससुराल ‘ ने खूब तालियां बटोरी , रीता के गीत ‘ संदेशे आते हैं ‘ ने उपस्थित समूह को भावुक कर दिया। ओपेंद्र कुमार ने ‘उठो जवान देश की वसुंधरा ‘गीत प्रस्तुत किया।  शकुंतला प्रभाकर ने गुरु पद,  तथा धीरेंद्र सिंह ने देश भक्ति गीत  प्रस्तुत किया। ग्राम प्रधान ने अपने उद्बोधन में स्वयंसेवकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ग्राम कुइयां में राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा किए गए कार्य हम सब के लिए सदैव मार्गदर्शन का कार्य करेंगे। मुख्य अतिथि श्रीमती सुमनलता द्विवेदी ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा की इस तरह के प्रयास सामुदायिक विकास के लिए मील के पत्थर साबित होते हैं युवाओं में अपार ऊर्जा होती है इस ऊर्जा का सही दिशा इस्तेमाल आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। स्वयंसेवकों के द्वारा शिविर में किए गए कार्य की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में स्वयंसेवकों की भूमिका सुनिश्चित हुई।
प्राचार्य डॉ आलोक कुमार श्रीवास्तव ने स्वयंसेवकों के कठिन लगन से किए गए रचनात्मक कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के यह 50 स्वयंसेवक महाविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ छात्र/छात्रा हैं। स्वयंसेवकों द्वारा किए गए कार्य से महाविद्यालय का गौरव बढ़ा है। महाविद्यालय सदा ही सामाजिक सरोकार से जुड़ा रहा है। इस विशेष शिविर ने महाविद्यालय कि इस प्रतिबद्धता को और पुख्ता कर दिया है। इस अवसर पर विशेष शिविर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवकों को प्राचार्य द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक का खिताब बालिका वर्ग में अमृता बाजपेई को मिला। बालक वर्ग में सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक का खिताब अनुराग आर्य को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ मंच संचालन के लिए उरूज़ फातिमा को तथा सर्वश्रेष्ठ वाद्य यंत्र वादन के लिए पुरस्कार रोली देवी को मिला। सर्वश्रेष्ठ दिवस अधिकारी का पुरस्कार पवन सिंह को  प्रदान किया गया और फोटोग्राफी के लिए सर्वश्रेष्ठ छायांकन का पुरस्कार अभिषेक कुमार को प्रदान किया गया। सर्वश्रेष्ठ टीम लीडर का पुरस्कार आयशा खातून को जबकि सर्वश्रेष्ठ रसोईयां का पुरस्कार प्रतिभा दीक्षित को प्रदान किया गया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान, डॉ विवेक तिवारी, डॉ. गगन कुमार, डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. जितेंद्र कुमार, अजीत सिंह, संजय सिंह आदि उपस्थित रहे।