ओडिशा के भुवनेश्वर-पुरी-कोणार्क का उसकी संरचनात्मक शैली और गौरवपूर्ण सांस्कृतिक विरासत के कारण भारत के शहरों में विशिष्ट स्थान है। केंद्र सरकार ने कोणार्क में सूर्य मंदिर के पास एक व्याख्यान केंद्र की स्थापना की है।
पूर्वी भारत की एक अद्भुत वास्तुकला और भारत की श्रेष्ठ सांस्कृतिक धरोहर की प्रतीक प्रसिद्ध सूर्य मंदिर इस क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण आकर्षक पर्यटक स्थल है। इस मंदिर में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आगन्तुकों की सुविधा के लिए भारतीय तेल निगम ने विश्व स्तर के एक इंटरप्रिटेशन केन्द्र विकसित करने के लिए 45 करोड़ रूपये खर्च किए हैं। इस केन्द्र की स्थापना के अनूठे विचार से कोणार्क और ओडिशा के मंदिर निर्माण की सृजनात्मक प्रेरणा के प्राचीन इतिहास का पता चलता है। चूंकि ओडिशा में अधिकतर प्राचीन धरोहर केन्द्र सरकार या राज्य सरकार के कानून द्वारा संरक्षित होते हैं, इसलिए इनकी देखरेख भी अच्छी तरह की जाती होगी।