मौत होने के 72 घंटे बाद भी परिजनों ने नहीं किया अन्तिम संस्कार

                हरदोई- थाना अतरौली से चन्द कदम दूर स्थित बस्ती मे रविवार को हुई मारपीट मे घायल राजेश सिंह चौहान की मौत के बाद पोस्टमार्टम होकर पुलिस ने शव घर पर तो पहुंचा दिया लेकिन मौत होने के 72 घंटे बाद भी परिजनों ने अन्तिम संस्कार नही किया है। शव घटना स्थल पर ही रखकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
                  मृतक की पत्नी और बेटे अभी भी अस्पताल मे जिन्दगी मौत से संघर्ष कर रहे हैं। बीच वाले बेटे बीटेक की पढ़ायी कर चुके मानवेन्द्र सिंह की हालत बड़ी ही नाजुक बतायी जा रही है। शव अतरौली स्थित घर पर पहुंचने पर यहां मौजूद रिश्तेदार अन्य परिजन जब राजेश सिंह का अन्तिम संस्कार करने की तैयारी करने लगे।तब अस्पताल की शैय्या पर पड़ी पत्नी ने अपना दर्द उड़ेलते हुए अन्तिम संस्कार न करके शव आरोपियों के दरवाजे पर रखने को कहा।यह जानकारी देते हुए राजेश सिंह चौहान के परिवार के सदस्य मंगलवार को अतरौली मे घर पर मौजूद लखनऊ हाईकोर्ट के एडवोकेट भूपेन्द्र सिंह चौहान बताया कि परिजनों के निर्दैश पर शव का अन्तिम संस्कार न करके घटना स्थल पर रखा गया है।जहां पर लोग न्याय की गुहार लगाते हुए मौके पर डीएम साहब के आने की मांग कर रहे हैं।परिजनों का कहना है कि मौके पर आकर देखा जाय कि अन्याय कौन कर रहा था और मुझे रास्ता क्यों नही दी जा रही थी।परिवार पर बेरहमी से जुल्म ढाने वाले आरोपी अभी तक यह छुट्टा क्यों घूम रहे हैं।पुलिस ने सभी को क्यों नही पकड़ा।अतरौली इस्पेक्टर ओ पी तिवारी घटना स्थल पर पहुंचकर शव का अन्तिम संस्कार कर देने के लिए मौजूद लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन लोग मानने को तैयार नही हुए।

शव का दाह संस्कार न होने की सूचना पर पहुंचे एसडीएम उदय भान व सीओ नागेश मिश्रा ने परिजनों को समझना चाहा लेकिन परिजन डीएम को बुलाने की मांग करते रहे । थाना प्रभारी ओपी तिवारी ने बताया कि दो आरोपियाँ धर्मेन्द्र व उसके पुत्र को जेल भेज दिया गया है ।