अतिवादी इस्लाम और चरमपंथ को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नई दिल्ली में रायसीना संवाद के दौरान विश्व के लिए घातक बताया । उन्होंने कहा कि अतिवादी इस्लाम और चरमपंथी विभिन्न तरीकों से हमारी जीवन शैली को चुनौती दे रहे हैं । श्री नेतन्याहू ने कहा कि भारत और इस्राइल मिलकर इस विभीषिका का अन्त करने का प्रयास करेंगे । दरअसल दोनों देशों की, लोकतंत्र के प्रति विशेष प्रतिबद्धता है जो उन्हें आपस में जोड़ती ह।
श्री नेतन्याहू ने कहा करों को कम और कराधान प्रक्रिया को सरल बनाए बिना कोई देश आर्थिक शक्ति नहीं बन सकता । इस के साथ ही लालफीताशाही को भी कम करना होगा । भविष्य उसी का होगा जो नवाचार को बढ़ावा देगा । श्री नेतन्याहू ने कहा कि भारत और इस्राइल इसी दिशा में बढ़ रहे हैं । इस बीच 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के दौरान जीवित बचा इजराइली बालक मोशे होल्ज़बर्ग कल सुबह अपने दादा के साथ मुंबई पहुंच गया था ।