ड्रेन कब्जाने वाले 108 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर, साढ़े सात किलोमीटर लम्बी और 35 फुट चौड़ी महोलिया ड्रेन सिमटकर रह गई पांच फुट

                   हरदोई शहर के अंदर से गुजरी महोलिया ड्रेन पर किए गए अवैध कब्जे के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है। अधिशाषी अभियंता ने ड्रेन पर कब्जा करने वाले 108 लोगों के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
                   हरदोई में पिहानी चुंगी के पास स्थित तालाब से निकली महोलिया ड्रेन की लंबाई 7 किलोमीटर 6 सौ मीटर है। ड्रेन सिविल लाइन, आशा नगर, प्रगति नगर, रेलवे लाइन से होकर पोखरी ड्रेन में मिलती है। अभिलेखों मेें ड्रेन की चौड़ाई 35 फुट दर्ज है। करीब डेढ़ से दो दशक के बीच शहर के अंदर से गुजरी ड्रेन के दो किलोमीटर एरिया पर आसपास के लोगों ने कब्जा कर लिया है। उस पर मकान भी बना लिए। 2016 में विभाग ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की कवायद शुरू की। इस दौरान 108 लोगों के नाम सामने आए, जिन्होंने ड्रेन पर कब्जा जमा रखा है। विभाग की ओर से 5 नवंबर 2016 व 24 मई 2017 को कब्जेदारों को नोटिस भी जारी किया गया लेकिन कब्जेदार नहीं हटे। मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
                 अब डीएम पुलकित खरे के निर्देश पर सिंचाई विभाग शारदा नहर खंड के अधिशाषी अभियंता सूर्य नारायण सिंह ने शहर कोतवाली में चिह्नित 108 कब्जेदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। गौरतलब है कि पिहानी चुंगी से निकली महोलिया ड्रेन अवैध कब्जे के कारण 35 फुट से सिमटकर 5 फुट पर आ गई है। आसपास के इलाके में जल निकासी की बड़ी समस्या है। कई जगह जलभराव से संक्रमण और बीमारी फै लने का खतरा है।हालांकि 2016 में तत्कालीन डीएम विवेक वार्ष्णेय के निर्देशन में सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। जिसमें सिटी मजिस्ट्रेट, उपाधीक्षक सदर, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका, सहायक अभियंता चतुर्थ शारदा खंड हरदोई, उप राजस्व अधिकारी शारदा नहर हरदोई खंड, जिलेदार द्वितीय व अवर अभियंता चतुर्थ उप खंड हरदोई को शामिल किया गया था लेकिन योजना परवान नही चढ़ स्की थी।