यू.पी.ए. सरकार की तुलना में एन.डी.ए. सरकार में राजकोषीय घाटे और मंहगाई की स्थिति को बेहतर बताते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि यू.पी.ए. सरकार से 4.50 प्रतिशत का राजकोषीय घाटा विरासत में मिला था, जिसे हम घटाकर 3.5 प्रतिशत पर ले आए हैं । राज्यसभा में केन्द्रीय बजट 2018-19 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए श्री जेटली ने कहा कि राजकोषीय घाटा गुणात्मक और मात्रात्मक, दोनों दृष्टि से यू.पी.ए. सरकार से बेहतर स्थिति में है ।
श्री जेटली ने कहा कि पिछली सरकार में मुद्रास्फीति काफी ऊंचे स्तर पर थी, जबकि अब यह नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नीतिगत लकवे जैसी स्थिति से देश की अर्थव्यवस्था को ढांचागत सुधार के पथ पर आगे बढ़ा दिया है । वित्त मंत्री ने कहा कि कर संग्रह आधार में बढ़ोतरी हुई है और अप्रैल से जनवरी के दौरान कर संग्रह 19.30 प्रतिशत बढ़ा । उन्होंने कहा कि काले धन के खिलाफ लगातार अभियान और जी.एस.टी. लागू करने से यह परिणाम मिला है ।