कौशाम्बी के अजुहा में फागिंग घोटाला

नगर पंचायत अजुहा में फागिंग के लिए जो दवा इस्तेमाल की जाती है वह सवा साल पहले ही एक्सपायर हो चुकी

विजय कुमार-


लगभग एक साल से नगर पंचायत अजुहा में मच्छरों से बचाव के लिए फागिंग बिल्कुल नहीं की जा रही थी । इस संबंध में मैने स्वयं हिंदुस्तान समाचार के फोन इन कार्यक्रम के अंतर्गत सिराथू विधायक श्री शीतला प्रसाद उर्फ पप्पू पटेल जी से शिकायत की थी । साथ ही कस्बे की जनता को मच्छरो से निजात दिलाने हेतु कस्बे में नियमित फागिंग व नालियों में कीटनाशक के छिड़काव की माँग की थी । इसी के साथ नगर पंचायत प्रशासन द्वारा जनता की समस्याओं को लगातार नजर अंदाज करने के कारण कस्बे के कुछ समाजसेवियों ने इसकी शिकायत शासन तक की थी । तब जाकर लगभग डेढ़ महीने पहले से अब तक तीन चार बार फागिंग की गई । लेकिन फागिंग का जरा भी असर नहीं हुआ तो कस्बे के लोगों को शक हुआ । इस पर कस्बे के ही मोहम्मद उबैद ने नगर पंचायत कर्मचारियो से फागिंग में प्रयोग की जाने वाली दवा दिखाने के लिए कहा तो वे आनाकानी करने लगे । जिस पर मोहम्मद उबैद दवा देखने की जिद पर अड़ गया तो उसे दवा दिखाई गई जो जून 2014 की बनी हुई व मई 2016 मे एक्सपायर हो चुकी थी इस पर मोहम्मद उबैद ने अगले दिन नगर पंचायत कार्यालय पर लगने वाले जन सुविधा कैंप में इसकी शिकायत की तो नायब तहसीलदार ने पद्मेश श्रीवास्तव ने स्वयं मौके पर जाकर नगर पंचायत भंडारकक्ष का निरीक्षण किया तो उन्हे भारी मात्रा में जून 2014 उत्पादन तिथि व मई 2016 अवसान तिथि की नुआन नामक कीटनाशक दवा मिली जिसकी मात्रा बीस गत्ते बताई जा रही है । इस पर उन्होने इसे नष्ट करने का आदेश दिया । अधिकारी के चले जाने पर देर शाम नगर पंचायत के भंडारकक्ष से पूरी दवा को नगर पंचायत के मिनी लोडर वाहन में लादकर वहाँ से हटाते हुए किसी अन्य जगह पर छिपा दिया गया है ।

दवा कब खरीदी गई थी, यदि काफी पहले खरीदी गई थी तो उसका प्रयोग क्यों नहीं किया गया या जानबूझकर घोटाला करने के लिए एक्सपायर दवा खरीदी गई यह जाँच का विषय है । वैसे जिसप्रकार पिछले लगभग एक साल से फागिंग बिल्कुल नहीं की गई थी उसे देखते हुए इसके पहले से ही डंप रह जाने से इंकार नहीं किया जा सकता यदि ऐसा है तो कहीं कागजों पर ही तो फागिंग नहीं होती रही ? बहरहाल इस संबध में ई.ओ. महोदया ने बाद में बताने को कहकर पल्ला झाड़ लिया ।

ई. ओ. महोदया को शासन से की गई शिकायत पर भेजी गई अपनी रिपोर्ट पर जवाब देना चाहिए कि यदि उन्ही के अनुसार फागिंग और कीटनाशक का छिड़काव नियमित रूप से होता रहा तो फिर सवा साल पहले एक्सपायर हो चुकी भारी मात्रा में यह दवा नगर पचायत के भंडारकक्ष में क्या कर रही थी ?