संसद से आखिरकार बाल नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा संशोधन विधेयक 2017 पारित हो ही गया । आज राज्यसभा ने मंजूरी देकर बाल नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा संशोधन विधेयक 2017 को अमली जामा पहना दिया है । यह विधेयक लोकसभा से पहले ही पास हो गया था ।
आज पारित हुए विधेयक की खास बात यह है कि इसके अनुसार अगले दो वर्षों में सरकारी और निजी स्कूलों में कार्यरत ग्यारह लाख गैर प्रशिक्षित अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा । मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने विधेयक के सम्बन्ध में कहा कि गैर प्रशिक्षित अध्यापक इस साल दो अक्तूबर से प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होंगे । इसके लिए 15 अगस्त से 15 सितम्बर के बीच गैर प्रशिक्षितों को पंजीकरण कराना होगा। शिक्षा को राजनीति का विषय न बनाने की अपील करते हुए विभागीय महामात्य प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षा राष्ट्रीय एजेण्डा है इसलिए सभी राजनीतिक पार्टियों को इस दिशा में मिलकर साथ में काम करना चाहिए।