गरीब सेवा फाउंडेशन के संस्थापक ने पुरवा गांव में चौपाल लगाकर नशा मुक्ति की दिलायी शपथ

कछौना, हरदोई। गरीब बेरोजगार सेवा फाउंडेशन के संस्थापक डॉ० नृपेन्द्र वर्मा क्षेत्र में लोगों के बीच पहुंचकर शराब से होने वाले नुकसान बताते हैं। गांव-गांव जाकर लोगों को नशा मुक्ति का संकल्प दिलाकर गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए मुहिम चला रहे हैं।

बताते चलें कोतवाली क्षेत्र कछौना में अशिक्षा व बेरोजगारी के कारण अधिकांश आबादी नशे की गिरफ्त में है। जिसके कारण आए दिन लड़ाई-झगड़ा, मारपीट सड़क दुर्घटना, पारिवारिक कलह और आत्महत्या की घटनाएं प्रकाश में आती है। जिसका खामियाजा व्यक्ति, परिवार व समाज को उठाना पड़ता है। एक विशेष जाति के लोगों का शराब बनाने व पीने मे विशेष योगदान है। उन्होंने कच्ची शराब को कुटीर उद्योग का रूप दे दिया है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुरवा के मजरा नेवादा में समाजसेवी डॉक्टर नृपेंद्र वर्मा ने नशा मुक्ति अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें लगभग 70 से 80 लोगों ने नशा मुक्त जीवन जीने का संकल्प लिया और नशा मुक्त समाज बनाने की शपथ ली।

शराब से सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चों को नुकसान होता है। महिलाएं परिवारिक कलह की शिकार होती हैं। वही बच्चे; शिक्षा और रोजगार से वंचित हो जाते हैं। शुक्रवार को ग्रामसभा पुरवा में संस्था के पदाधिकारियों ने पहुंचकर ग्रामीणों के साथ चौपाल लगायी। पदाधिकारियों ने नशे से होने वाले शारीरिक, आर्थिक नुकसान के बारे में विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने अपील की कि महिलाओं को आगे आकर नशे के खिलाफ आंदोलन करना पड़ेगा।

काफी ग्रामीणों ने संस्था के विचारों से सहमत होकर नशा न करने की शपथ ली। संस्था के इस कदम की आम जनमानस काफी सराहना कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में गरीब बेरोजगार सेवा फाउंडेशन के पुरवा ग्रामसभा अध्यक्ष विशाल वर्मा, आनंद वर्मा, शत्रुघ्न, राजकुमार आदि पदाधिकारीगण और ग्रामीण महिलाएं मौजूद रहीं।