भारतीय क्रिकेट-दल की श्रीलंका पर ऐतिहासिक जीत!

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
(प्रख्यात भाषाविद्-समीक्षक)

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय-  


नागपुर में खेले गये पाँचदिवसीय द्वितीय क्रिकेट टेस्ट मैच में भारतीय दल ने खेल के चौथे दिन (२७ नवम्बर, २०१७ ई०) ही श्रीलंका को १ पारी २३९ रनों से पराजित कर, श्रीलंका के विरुद्ध अब तक की सबसे बड़ी जीत अर्जित की है। इसके साथ ही तीन मैचों की वर्तमान शृंखला के अन्तर्गत भारत ने १-० की अग्रता ले ली है।
इस मैच के जीतते ही भारत के स्पिन गेंदबाज़ रवीन्द्र अश्विन मात्र ५४ टेस्ट मैचों में ३०० विकेट लेनेवाले विश्व के प्रथम गेंदबाज़ बन चुके थे। यह संयोग है कि २७ नवम्बर को ही विश्व के तीव्रतम गेंदबाज़, ऑस्ट्रेलिया के डेनिस लिली ने सर्वाधिक विकेट लिये थे, जिस कीर्तिमान को भारत के अश्विन ने आज भंग कर दिया है। इस मैच में अश्विन ने कुल ८ विकेट लिये थे। भारत की ओर से तेज़ और स्पिन गेंदबाज़ों ने बेहतर गेंदबाज़ी की थी। भारत का क्षेत्ररक्षण भी अत्युत्तम कोटि का था।
भारत की बल्लेबाज़ी शानदार रही; खिलाड़ियों में तालमेल बेहतर दिखा था। भारत के तीन खिलाड़ियों ने शतक बनाये थे : मुरली विजय (१२८ रन), चेतेश्वर पुजारा (१४३ रन) रोहित शर्मा ने (अविजित १०२ रन), जबकि भारत के कप्तान विराट कोहली ने अति प्रभावकारी प्रदर्शन करते हुए, अपने टेस्ट-जीवन का पाँचवाँ दोहरा शतक (२१३ रन) बनाकर स्वयं को अपराजेय योद्धा साबित किया था। विराट कोहली को ‘मैन ऑव़ द मैच’ का पुरस्कार दिया गया था।
टॉस जीतकर श्रीलंका ने प्रथम पारी में कुल २०५ रन बनाये थे। भारत ने प्रथम पारी में ६ विकेट पर ६१० रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। द्वितीय पारी में श्रीलंकाई दल मात्र १६६ रनों पर ढह गया था। इसप्रकार भारतीय खिलाड़ियों को दूसरी पारी खेलने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी।
श्रीलंका के खिलाड़ियों में अनुभव की कमी दिखायी दी थी। कप्तान दिनेश चाण्डीमल में अपने खिलाड़ियों के साथ तालमेल का अभाव दिखा था।

(सर्वाधिकार सुरक्षित : डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय; २७ नवम्बर, २०१७ ई०)