हरदोई- मलेरिया के बाद अब डेंगू ने डंक मारना शुरू कर दिया है।जिले में अब तक 7 डेंगू के मरीज पाए गए है।जिले में डेंगू के इलाज के लिए अलग से वार्ड नही बनाया गया है हालांकि सीएमएस का दावा है कि पैरेक्सिया वार्ड में ही इसकी व्यवस्था की गई है और मरीजों को दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
हरदोई में मौसम की मार और मच्छर जनित रोग तेजी से जिले में अपने पांव पसार रहे हैं। मलेरिया के थमने के बाद डेंगू की आहट होने लगी है लेकिन स्वास्थ्य महकमा इससे अनजान है औऱ रोगियों के उपचार के लिए कोई वार्ड नही बनाया गया है लेकिन सीएमएस ने बताया कि पैरेक्सिया वार्ड में ही डेंगू वार्ड बनाया गया है जहां मच्छरदानी आदि की व्यवस्था है और जिसे डेंगू प्वाजिटिव होता है उसे दवाएं आदि उपलब्ध कराई जा रही है।
जिले में मच्छरों के आतंक से लोग परेशान हैं। प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमा तक मच्छरों को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है और मच्छर लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। जिले में मच्छर जनित रोग मलेरिया की चपेट में हजारों लोग आए और कईयों ने दम तोड़ दिया। मलेरिया के थमते ही डेंगू ने जोर पकड़ लिया है। जिले में अब तक आधा दर्जन से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। जिसमें चार दिन पूर्व ही सुरसा थाना क्षेत्र के ग्राम पचकोहरा निवासी पप्पू की एक वर्षीय पुत्री के डेंगू की पुष्टि हुई। संडीला नगर के मुहल्ला मूसापुर- महतवाना निवासी संजय शर्मा को बुखार आ रहा था। लखनऊ में उन्हें भर्ती कराया गया। जहां पर डेंगू की पुष्टि हुई। इससे पहले टड़ियावां, मल्लावां और संडीला में पांच रोगी डेंगू से पीड़ित मिले थे।2017 में डेंगू की आहट के साथ ही स्वास्थ्य महकमे ने वार्ड बनाकर वहां पर डेंगू पीड़ित रोगियों को भर्ती की व्यवस्था की थी लेकिन इस बार अस्पताल में कोई वार्ड नही बनाया गया है।सीएमएस डा. एके शाक्य ने बताया कि अभी तक डेंगू के 7 मरीज पाए गए है।