जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की अध्यक्षता में श्रीनगर में हुई एक सर्वदलीय बैठक में सर्वसम्मति से यह आह्वान किया गया कि घाटी में सद्भाव और शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए उग्रवादी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाने की आवश्यकता है। बैठक में हिस्सा लेने वाले सभी नेताओं ने कश्मीर में राजनीतिक पहुंच कायम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व से अनुरोध किया कि 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जो पहल की थी, उसे आगे बढ़ाया जाए।
सत्ताधारी पीडीपी, भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, पीपल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट, अवामी इत्तेहादी पार्टी, समाजवादी पार्टी, पैंथर्स पार्टी, डीपीएन सहित 13 मुख्य राजनीतिक दलों ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया।